इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जल्द ही फिर से शुरू होने वाली है, और इस बीच महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने सुझाव दिया है कि बचे हुए मैच बिना चीयरलीडर्स और डीजे के खेले जाएं। खबरों के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इस विचार पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
यह सुझाव जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर आया है, जिसमें दुखद रूप से 26 नागरिकों की जान चली गई थी। सुनील गावस्कर का मानना है कि मनोरंजन के तत्वों को हटाना इस घटना के पीड़ितों और उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति सम्मान का प्रतीक होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन अंतिम मैचों में पूरा ध्यान केवल क्रिकेट खेल पर केंद्रित होना चाहिए, बजाय इसके साथ होने वाले शोर-शराबे और दिखावे के।
गावस्कर ने विशेष रूप से चीयरलीडर्स और डीजे संगीत को हटाने का आग्रह किया, ताकि गंभीर माहौल में खेल की भावना बनी रहे और पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता दिखाई जा सके।
यह भी उल्लेखनीय है कि हाल के मैचों में पहले ही श्रद्धांजलि के समान कार्य किए गए हैं। सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच एक मैच के दौरान, दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने पीड़ितों के शोक में काली पट्टी पहनी थी, और उस मैच में चीयरलीडर्स और आतिशबाजी भी नहीं थी। खिलाड़ियों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन भी रखा था। गावस्कर का सुझाव इन पहले से किए गए सम्मानजनक इशारों को आगे बढ़ाने जैसा है। बीसीसीआई जल्द ही इस मामले पर अंतिम निर्णय लेगा।