असाधारण सफ़र: सूजी बेट्स और सोफी डिवाइन, महिला क्रिकेट की दो अदम्य आत्माएं

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महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का रोमांच भारत की धरती पर अपने चरम पर है, और इस बीच न्यूजीलैंड की दो महान खिलाड़ी एक ऐसे मुकाम को छूने जा रही हैं, जो न सिर्फ उनके व्यक्तिगत करियर बल्कि पूरे महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। हम बात कर रहे हैं सूजी बेट्स और सोफी डिवाइन की, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंदौर में अपने अगले मुकाबले में क्रमशः 350वां और 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए तैयार हैं। यह महज संख्याएँ नहीं, बल्कि समर्पण, दृढ़ता और उत्कृष्टता की एक लंबी कहानी है।

इतिहास के पन्नों में दर्ज होते नाम

क्रिकेट के मैदान पर एक या दो दशक तक टिके रहना ही अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन सूजी बेट्स और सोफी डिवाइन ने इस खेल को अपना जीवन समर्पित कर दिया है। सूजी बेट्स, महिला क्रिकेट के इतिहास में 350 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनने जा रही हैं। यह आंकड़ा उनकी असाधारण फिटनेस और अटूट जुनून का प्रमाण है। ठीक उसी मैच में, उनकी साथी और न्यूजीलैंड टीम की कप्तान सोफी डिवाइन भी अपना 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी। यह संयोग ही सही, लेकिन दो दिग्गजों का एक साथ इन ऊंचाइयों को छूना महिला क्रिकेट के विकास की गाथा को बयां करता है।

यह जोड़ी, जिसका करियर 2006 में कुछ ही महीनों के अंतराल पर शुरू हुआ, तब से लेकर अब तक एक साथ कई उतार-चढ़ाव देख चुकी है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सूजी बेट्स ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में न्यूजीलैंड का बास्केटबॉल में भी प्रतिनिधित्व किया था, इससे पहले कि उन्होंने पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी यह बहुमुखी प्रतिभा और खेल के प्रति उनका समर्पण सचमुच प्रेरणादायक है।

नंबर्स से कहीं बढ़कर: एक भावना, एक रिश्ता

अक्सर, मील के पत्थर खिलाड़ियों के लिए गर्व का क्षण होते हैं, लेकिन सूजी बेट्स की प्रतिक्रिया थोड़ी अलग थी। उन्होंने आगामी उपलब्धि पर हल्की-सी “शर्मिंदगी” व्यक्त की, यह कहते हुए कि ये आंकड़े बस यह दिखाते हैं कि “हम बूढ़े हो रहे हैं!” यह एक हल्की-फुल्की टिप्पणी थी जो उनकी विनम्रता को दर्शाती है। उनके लिए, फिलहाल सबसे महत्वपूर्ण विश्व कप का खेल है, खासकर ऑस्ट्रेलिया से शुरुआती हार के बाद।

“खेल के बाद, सोफी और मैं बैठकर इस बात को याद करेंगे कि हमने कितनी लंबी यात्रा तय की है, न केवल खिलाड़ी के तौर पर बल्कि एक टीम के रूप में भी। न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट में बहुत विकास हुआ है।” – सूजी बेट्स

यह बयान सिर्फ उनकी दोस्ती को ही नहीं, बल्कि न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट के पूरे इकोसिस्टम की प्रगति को भी दर्शाता है। यह एक रिमाइंडर है कि व्यक्तिगत उपलब्धियां टीम के बड़े लक्ष्य का हिस्सा होती हैं, और असली खुशी तब मिलती है जब आप पीछे मुड़कर देखते हैं कि आपने सामूहिक रूप से कितनी दूर तक का सफर तय किया है।

सोफी डिवाइन: एक अमूल्य ऑलराउंडर

इस विश्व कप के समापन के बाद सोफी डिवाइन एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) क्रिकेट से संन्यास ले लेंगी, हालांकि वह T20I प्रारूप में खेलती रहेंगी। यह खबर महिला क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए थोड़ी निराशाजनक हो सकती है, क्योंकि डिवाइन ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी और प्रभावी गेंदबाजी से खेल को एक नया आयाम दिया है। न्यूजीलैंड के सहायक कोच क्रेग मैकविलियन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके 112 रनों की पारी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि “जब भी सोफी डिवाइन क्रीज पर होती हैं, तो खेल कभी खत्म नहीं होता।”

सूजी बेट्स, जो डिवाइन के पूरे करियर की साक्षी रही हैं, उन्हें “अपरिवर्तनीय” मानती हैं। बेट्स के अनुसार, डिवाइन ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से खेल को बदल दिया है, जिससे विपक्षी टीमें हमेशा खौफ में रहती हैं। उनकी गेंदबाजी में भी प्रतिद्वंद्विता की एक अनोखी भावना है, और उनकी कप्तानी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण रही है। डिवाइन जैसी विस्फोटक ऑलराउंडर को ढूंढना विश्व क्रिकेट के लिए भी एक चुनौती होगा।

टीम का भविष्य और एक ज़रूरी अपडेट

विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में टीम की गहराई और खिलाड़ियों की फिटनेस बहुत मायने रखती है। न्यूजीलैंड टीम के लिए एक अच्छी खबर यह है कि तेज गेंदबाज रोज़मेरी मेयर, जो शुरुआती मैच में साइड स्ट्रेन के कारण बाहर थीं, अच्छी तरह से ठीक हो रही हैं। हालांकि, उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले मैच में खेलने की संभावना कम है, लेकिन उनकी वापसी टीम को और मजबूती देगी। सहायक कोच मैकविलियन ने उनकी प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है।

निष्कर्ष

सूजी बेट्स और सोफी डिवाइन सिर्फ क्रिकेटर नहीं हैं; वे प्रेरणास्रोत हैं। उनके लंबे और शानदार करियर, उनकी दोस्ती और खेल के प्रति उनके अटूट प्रेम ने महिला क्रिकेट को एक नई पहचान दी है। इंदौर में होने वाला यह मैच सिर्फ एक विश्व कप मुकाबला नहीं होगा, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा क्षण होगा जब दो दिग्गज अपनी असाधारण यात्रा के अगले पड़ाव पर पहुंचेंगे। यह हमें सिखाता है कि कड़ी मेहनत, लगन और टीम भावना से कुछ भी हासिल किया जा सकता है, और यह कि असली खुशी तब मिलती है जब आप अपने साथियों के साथ मिलकर सफलता का स्वाद चखते हैं।

आदित्य चंद्रमोहन

मुंबई में निवास करने वाले आदित्य चंद्रमोहन खेल पत्रकारिता में बारह वर्षों से सक्रिय हैं। क्रिकेट और कबड्डी की दुनिया में उनकी गहरी समझ है। वे खेल के सूक्ष्म पहलुओं को समझने और उन्हें सरल भाषा में प्रस्तुत करने में माहिर हैं।

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