क्रिकेट जगत के `बिग शो` **ग्लेन मैक्सवेल**, जो अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और अदम्य ऊर्जा के लिए जाने जाते हैं, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह मैदान पर उनके छक्के नहीं, बल्कि मैदान से बाहर उनकी चोट और उससे उबरने की अविश्वसनीय इच्छाशक्ति है। हाल ही में कलाई में फ्रैक्चर के बावजूद, यह ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर भारत के खिलाफ आगामी टी20 सीरीज के अंतिम पड़ाव में वापसी की उम्मीद कर रहा है। क्या मैक्सवेल अपनी अनोखी वापसी की लिस्ट में एक और अध्याय जोड़ेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।
कलाई की चोट: एक और “मैक्सवेलियन” दुर्घटना
मैक्सवेल को यह चोट न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले नेट्स में गेंदबाजी करते समय लगी, जब मिचेल ओवेन के एक दमदार शॉट ने उनकी दाहिनी कलाई को भेद दिया। “कभी बर्थडे पार्टी में पैर टूटता है, तो कभी गोल्फ कार्ट से गिरकर सिर में चोट लग जाती है,” यह मैक्सवेल की चोटों का इतिहास रहा है। इस `अनोखी चोटों` की फेहरिस्त में अब नेट्स में लगी कलाई की यह चोट भी शुमार हो गई है। तुरंत सर्जरी का फैसला लिया गया, ताकि चार हफ्तों में रिकवरी संभव हो सके – एक जुआ, जो `बिग शो` ने खेला है, और उम्मीद है कि यह दांव उनके हक में रहेगा।
चोट से उबरने की जंग और वापसी की उम्मीद
राहत की बात यह है कि मैक्सवेल की कलाई से प्लास्टर हट चुका है और उन्होंने गतिशीलता का काम शुरू कर दिया है। डॉक्टरों की सलाह पर अब वे एक मोल्डेड प्लास्टिक स्प्लिंट पहनेंगे, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण खबर यह है कि उन्हें अपनी कलाई को फिर से सक्रिय करने की हरी झंडी मिल गई है। मैक्सवेल ने भारत के खिलाफ 29 और 31 अक्टूबर को होने वाले पहले दो टी20 मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में जगह नहीं बनाई है, लेकिन उनकी निगाहें 2 नवंबर को होबार्ट, 6 नवंबर को गोल्ड कोस्ट और 8 नवंबर को ब्रिस्बेन में होने वाले अंतिम तीन मैचों पर टिकी हैं। यह दिखाता है कि वह कितनी जल्दी मैदान पर वापसी को लेकर दृढ़ हैं।
मैक्सवेल ने खुद कहा, “सर्जरी करवाने का एक ही कारण था – यह मुझे भारत सीरीज में खेलने की एक पतली सी उम्मीद देता है।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो वह बिग बैश लीग (बीबीएल) के लिए पहले तैयार हो जाएंगे और अपने शरीर के बाकी हिस्सों को ठीक करने के लिए उन्हें अच्छा समय मिल जाएगा।
जोखिम और सीख: “अब से हिप पर ही गेंदबाजी करूंगा!”
चोट के बाद वापसी में किसी अतिरिक्त जोखिम की संभावना कम है, मुख्य चुनौती दर्द प्रबंधन की होगी, खासकर जब वे बल्लेबाजी करेंगे। मैक्सवेल ने मज़ाकिया अंदाज़ में यह भी कहा कि अब से वे मिचेल ओवेन, मार्कस स्टोइनिस, टिम डेविड और कैमरून ग्रीन जैसे `पावर हिटर` को नेट्स में गेंदबाजी करने से बचेंगे। “मुझे बेहतर पता होना चाहिए था, अब से मैं केवल हिप पर ही गेंदबाजी करूंगा, शायद बीबीएल में भी!” यह दर्शाता है कि मैक्सवेल अपनी गलतियों से सीखते हैं, लेकिन अपने अंदाज़ में, और कभी-कभी थोड़े व्यंग्य के साथ।
शानदार फॉर्म में चोट, फिर भी नहीं डिगा हौसला
इस चोट ने मैक्सवेल को ऐसे समय में मैदान से दूर कर दिया, जब वे शानदार फॉर्म में थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने 36 गेंदों में 62 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई थी। इसके बाद सितंबर में, उन्होंने विक्टोरिया के लिए घरेलू एक दिवसीय कप में क्वींसलैंड के खिलाफ 82 गेंदों में 107 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस बेहतरीन फॉर्म के बावजूद न्यूजीलैंड सीरीज से बाहर होना यकीनन उनके लिए निराशाजनक था, लेकिन उन्होंने इसे अपने लिए एक और चुनौती के रूप में लिया है।
भारत सीरीज से परे: बीबीएल और आर अश्विन का आगमन
भारत सीरीज के बाद मैक्सवेल की निगाहें बिग बैश लीग (बीबीएल) पर हैं, जहां वे मेलबर्न स्टार्स को बहुप्रतीक्षित खिताब दिलाने की उम्मीद कर रहे हैं। पिछले सीज़न में `प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट` रहने के बावजूद उनकी टीम फाइनल में हार गई थी। इस बार उन्हें उम्मीद है कि चीजें अलग होंगी, खासकर जब **आर अश्विन** जैसे दिग्गज स्पिनर बीबीएल में शामिल हो रहे हैं। मैक्सवेल ने अश्विन के आने का स्वागत करते हुए कहा, “यह प्रतियोगिता के लिए शानदार है। अश्विन जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी का बीबीएल में आना एक बड़ा बोनस है। वह न केवल सिडनी थंडर के खिलाड़ियों को ज्ञान देंगे, बल्कि बाकी टीमें भी उनसे बहुत कुछ सीखेंगी और निश्चित रूप से ढेर सारे प्रशंसक खींचेंगे।”
अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में, मैक्सवेल ने बताया कि वे अभी दिसंबर से आगे नहीं सोच रहे हैं। 2028 ओलंपिक या टी20 करियर के अंत पर कोई स्पष्ट समयरेखा नहीं है। “मैं इस समय केवल बीबीएल के पहले राउंड के बारे में सोच रहा हूँ,” उन्होंने कहा। “अगर तब भी मैं अपने क्रिकेट का आनंद ले रहा हूँ… तो कोई तारीख तय नहीं कर रहा।” यह उनका मैदान पर केंद्रित और वर्तमान में जीने का रवैया दर्शाता है।
निष्कर्ष
ग्लेन मैक्सवेल का मैदान पर होना ही अपने आप में एक spectacle है। उनकी वापसी से न केवल ऑस्ट्रेलिया की टीम को मजबूती मिलेगी, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों को भी एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। “बिग शो” का यह कमबैक कितना धमाकेदार होगा, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि मैक्सवेल हार मानने वालों में से नहीं हैं। उनकी वापसी की इच्छाशक्ति और खेलने का जुनून हमेशा की तरह बरकरार है, और हम सभी एक बार फिर उन्हें नीली जर्सी में धूम मचाते देखने के लिए बेताब हैं।