न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज में अपनी शक्ति और दृढ़ता का प्रदर्शन करते हुए दूसरे मैच में शानदार जीत दर्ज की है। इस प्रभावशाली विजय के साथ, कीवी टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है, जिससे इंग्लैंड के लिए वापसी के सभी रास्ते बंद हो गए हैं। अपनी धरती पर टी20 सीरीज में मिली हार के बाद न्यूजीलैंड की यह वापसी वाकई काबिले तारीफ है और अब उनकी निगाहें सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर टिकी हैं।
इंग्लैंड का बल्लेबाजी पतन: जब रन बनाना भूल गए धुरंधर
इंग्लैंड के लिए यह मैच किसी बुरे सपने से कम नहीं था। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अंग्रेजी टीम सिर्फ 175 रन बनाकर 36 ओवर में ही ऑल आउट हो गई। यह स्कोर इतना मामूली था कि अगर वे पिच पर पिकनिक मनाने भी आते, तो शायद इससे ज़्यादा देर रुकते। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव बनाए रखा, जिसमें तेज गेंदबाज ब्लेयर टिकनर का नाम सबसे ऊपर है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए टिकनर ने अपनी धारदार गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को झकझोर दिया और 38 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। पावरप्ले में ही बेन डकेट और जेमी स्मिथ जैसे प्रमुख बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए, और इसके बाद इंग्लैंड की टीम कभी संभल नहीं पाई।
इंग्लैंड की ओर से जेमी ओवरटन ने 23 गेंदों में 42 रन और कप्तान हैरी ब्रुक ने 34 गेंदों में 34 रन बनाकर थोड़ी बहुत संघर्ष किया, लेकिन उनका यह प्रयास टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में नाकाम रहा। इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाजों को देखकर ऐसा लग रहा था मानो वे जल्दी से आउट होकर डगआउट में टीवी पर मैच देखने की जल्दी में हों!
न्यूजीलैंड का संयमित लक्ष्य पीछा: मुश्किलों से पार पाते कीवी
176 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की शानदार गेंद पर सलामी बल्लेबाज विल यंग पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए। एक पल के लिए लगा कि क्या इंग्लैंड को कोई चमत्कारिक वापसी देखने को मिलेगी? लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने अपनी सूझबूझ और संयम का परिचय दिया। रचीन रवींद्र और केन विलियमसन ने मिलकर एक मजबूत साझेदारी बनाई, जिसने टीम को शुरुआती झटके से उबारा।
विलियमसन के आउट होने के बाद भी, रवीनद्र ने डैरिल मिचेल के साथ मिलकर 63 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। अंत में, कप्तान डैरिल मिचेल और अनुभवी ऑलराउंडर मिचेल सेंटनर ने छठे विकेट के लिए 59 रनों की अटूट साझेदारी करके टीम को आसानी से जीत दिला दी। यह जीत इस बात का प्रमाण है कि न्यूजीलैंड की टीम किसी भी परिस्थिति में वापसी करने और जीत दर्ज करने की क्षमता रखती है, फिर चाहे शुरुआती झटका कितना भी बड़ा क्यों न हो।
मुख्य प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएं
इस मैच में न्यूजीलैंड की जीत किसी एक खिलाड़ी के दम पर नहीं, बल्कि एक टीम एफर्ट का नतीजा थी। ब्लेयर टिकनर की घातक गेंदबाजी हो या रचीन रवींद्र, डैरिल मिचेल और मिचेल सेंटनर की संयमित बल्लेबाजी, हर खिलाड़ी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए यह सीरीज निराशाजनक रही है और अब उन्हें अगले मैच में सिर्फ अपनी साख बचाने के लिए खेलना होगा।
वहीं, मिचेल सेंटनर की अगुवाई में न्यूजीलैंड की टीम अब सीरीज में क्लीन स्वीप के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगी, और अंग्रेजी टीम को एक और करारी हार देकर अपनी धाक जमाना चाहेगी। यह सीरीज न्यूजीलैंड के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली और इंग्लैंड के लिए आत्ममंथन का समय है, यह सोचने का कि आखिर कहाँ चूक हो गई!
