ब्रिसबेन के रण में भारत के युवा शेरों का गर्जन: सूर्यवंशी का धमाका और त्रिवेदी का धैर्य, ऑस्ट्रेलिया पस्त

खेल समाचार » ब्रिसबेन के रण में भारत के युवा शेरों का गर्जन: सूर्यवंशी का धमाका और त्रिवेदी का धैर्य, ऑस्ट्रेलिया पस्त

क्रिकेट की दुनिया में अगला सुपरस्टार कौन होगा? इस सवाल का जवाब ब्रिसबेन के मैदान पर भारतीय अंडर-19 टीम ने कुछ हद तक दे दिया है। ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ पहले यूथ टेस्ट में भारतीय युवा ब्रिगेड ने ऐसा प्रदर्शन किया है, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। विशेषकर वैभव सूर्यवंशी और वेदांत त्रिवेदी के शानदार शतकों ने भारत को मैच में ऐसी स्थिति में ला खड़ा किया है, जहां से उनकी जीत लगभग तय दिख रही है। यह महज एक मैच नहीं, बल्कि युवा भारतीय प्रतिभा की एक शानदार बानगी है।

वैभव सूर्यवंशी का `टेस्ट टी20` धमाका

जब बात टेस्ट क्रिकेट की आती है, तो धैर्य और संयम की उम्मीद की जाती है। लेकिन वैभव सूर्यवंशी ने ब्रिसबेन में कुछ और ही दिखाया। उन्होंने 86 गेंदों पर 113 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इसे “टी20-स्टाइल” टेस्ट पारी कहना गलत नहीं होगा। आखिर, हर खिलाड़ी को अपनी पहचान बनाने का अपना तरीका होता है और सूर्यवंशी ने इसे अपनी आक्रामक शैली से बखूबी कर दिखाया। उनके इरादे पहले ओवर से ही साफ थे, जब उन्होंने हेडेन शिलर की गेंदों पर लगातार दो चौके जड़े। 14 साल की उम्र में आईपीएल में सबसे युवा शतकवीर का रिकॉर्ड रखने वाले इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपनी क्षमता का लोहा मनवाया।

उनकी इस रोमांचक पारी में 8 गगनचुंबी छक्के और 9 शानदार चौके शामिल थे। पेसरों के खिलाफ एक्स्ट्रा कवर क्षेत्र में उनके करारे शॉट्स और स्पिनरों के खिलाफ बेखौफ होकर लगाए गए `स्लॉग स्वीप` और `कट` शॉट यह दर्शाते हैं कि यह खिलाड़ी सिर्फ ताकत का नहीं, बल्कि आधुनिक क्रिकेट की बेहतरीन तकनीक का भी धनी है। जब उन्होंने लेफ्ट-आर्म स्पिनर आर्यन शर्मा की गेंद पर एक खूबसूरत कवर ड्राइव के साथ अपना शतक पूरा किया, तो मैदान पर मौजूद हर व्यक्ति उनकी क्लास का कायल हो गया। लेग-स्पिनर ज़ेड हॉलिक को `काऊ कॉर्नर` पर छक्का जड़ना या पेसरों के खिलाफ `रैंप शॉट` खेलना, यह सब उनकी निडर शैली का हिस्सा था। ऐसा लगता है कि वैभव को क्रिकेट के हर प्रारूप को अपने अंदाज में खेलने की आजादी मिलनी चाहिए, क्योंकि वे हर जगह रन बनाना जानते हैं!

त्रिवेदी का धैर्य और साझेदारी का महत्व

एक ओर जहां सूर्यवंशी ने तूफान मचाया, वहीं दूसरी छोर पर वेदांत त्रिवेदी (140 रन, 192 गेंदें) ने धैर्य और संयम का अद्भुत प्रदर्शन किया। उनकी पारी ने भारतीय स्कोरबोर्ड को मजबूत आधार दिया और टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचने में मदद की। सूर्यवंशी और त्रिवेदी के बीच हुई 152 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को दिन भर छकाया। यह साझेदारी एक परफेक्ट मेल थी – आक्रामकता और स्थिरता का, जो टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम के लिए एक सपना होता है। त्रिवेदी ने यह साबित कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में लंबी पारियों के लिए सिर्फ तेजी ही नहीं, बल्कि धैर्य और सही समय पर शॉट खेलने की समझ भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

टीम का दबदबा और ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल

सूर्यवंशी और त्रिवेदी के अलावा, खिलन पटेल ने भी 49 गेंदों में 49 रन बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे भारतीय पारी को और मजबूती मिली। इन सबके सामूहिक प्रयासों से भारत अंडर-19 ने 81.3 ओवर में 428 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो पांच रन प्रति ओवर से भी अधिक की प्रभावशाली दर से बनाया गया। इसके जवाब में, ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 अपनी पहली पारी में केवल 243 रन ही बना पाई थी। दिन के खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 8 रन पर 1 विकेट था और वे अभी भी भारत से 177 रन पीछे थे। उनकी स्थिति काफी नाजुक है और उन्हें मैच बचाने के लिए एक चमत्कार की आवश्यकता होगी।

हालिया प्रदर्शन: दबदबे की निरंतरता

यह शानदार प्रदर्शन कोई अचानक नहीं है। हाल ही में आयुष म्हात्रे की अगुवाई में भारतीय अंडर-19 टीम ने तीन मैचों की यूथ वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। यह जीत युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को दर्शाती है और यह संकेत देती है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य बेहद उज्ज्वल है। लगातार मिल रही यह सफलता भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक सुखद संकेत है, जो इन युवा खिलाड़ियों में भविष्य के सितारे देख रहे हैं।

निष्कर्ष

ब्रिसबेन में चल रहा पहला यूथ टेस्ट भारत अंडर-19 टीम की पकड़ में पूरी तरह से है। वैभव सूर्यवंशी के विस्फोटक शतक और वेदांत त्रिवेदी के धैर्यपूर्ण शतक ने न सिर्फ मैच में भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है, बल्कि आने वाले समय के लिए भी कई उम्मीदें जगाई हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए अब यह मैच बचाना एक पहाड़ चढ़ने जैसा होगा। भारतीय युवा टीम ने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने और उसे जीतने में सक्षम हैं, और यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक शुभ संकेत है। यह युवा खिलाड़ी मैदान पर सिर्फ मैच नहीं, बल्कि दिलों को भी जीत रहे हैं!

निरव धनराज

दिल्ली के प्रतिभाशाली खेल पत्रकार निरव धनराज हॉकी और बैडमिंटन के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उनकी रिपोर्टिंग में खिलाड़ियों की मानसिकता की गहरी समझ झलकती है।

© 2025 वर्तमान क्रिकेट समाचारों का पोर्टल