ब्रिटिश शतरंज चैंपियनशिप: एडम्स का राज कायम, लेकिन शिकारी करीब!

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शतरंज की बिसात पर हर चाल एक कहानी कहती है, और ब्रिटिश चैंपियनशिप का छठा राउंड भी कुछ ऐसा ही था – रणनीति, धैर्य और शीर्ष पर बने रहने की दृढ़ता की कहानी।

ब्रिटिश शतरंज चैंपियनशिप के रोमांचक छठे राउंड में, इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी माइकल एडम्स ने अपनी मजबूत बढ़त को बरकरार रखते हुए, शीर्ष वरीयता प्राप्त निकिता वितियुगोव के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मुकाबला ड्रॉ खेला। यह ड्रॉ एडम्स के लिए किसी जीत से कम नहीं था, क्योंकि इसने उन्हें टूर्नामेंट के शीर्ष स्थान पर अपनी पकड़ बनाए रखने में मदद की, जबकि उनके पीछे प्रतिद्वंद्वी तेजी से अपनी स्थिति सुधार रहे थे।

एडम्स बनाम वितियुगोव: एक रणनीतिक चाल

शतरंज प्रेमियों की निगाहें इस मैच पर टिकी थीं। माइकल एडम्स, जिन्होंने काले मोहरों से `कैटलन ओपनिंग` में शुरुआत की, जानते थे कि वितियुगोव जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हर चाल मायने रखती है। एडम्स ने खेल को जटिल बनाने के बजाय, सरलीकरण की ओर बढ़ाया, जिससे जल्द ही ड्रॉ की स्थिति बन गई। यह एक अनुभवी खिलाड़ी की बुद्धिमत्ता थी, जिसने अपनी स्थिति को मजबूत करने और अनावश्यक जोखिम से बचने के लिए एक ठोस रणनीति अपनाई। इस ड्रॉ ने उन्हें 5 अंकों के साथ शीर्ष पर बनाए रखा, और फिलहाल उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी से आधे अंक की बढ़त है।

पीछे से बढ़ती चुनौती: क्या दांव पर है?

जहां एडम्स और वितियुगोव के बीच ड्रॉ हुआ, वहीं अन्य प्रमुख मुकाबलों में भी कोई निर्णायक जीत देखने को नहीं मिली। अमीट घासी ने शिवा महादेवन के साथ ड्रॉ खेला, जबकि डैनियल फर्नांडीज और यिचेंग हान ने भी अंक साझा किए। मैसिएज ज़ोपर और मैथ्यू वॉड्सवर्थ के बीच का खेल भी ड्रॉ पर समाप्त हुआ। ऐसा प्रतीत होता है कि शीर्ष खिलाड़ियों के बीच तनाव और दबाव इतना अधिक है कि वे जीत के लिए जोखिम लेने से बच रहे हैं, या शायद वे अपने प्रतिद्वंद्वियों को हल्के में नहीं ले रहे हैं।

हालांकि, कुछ खिलाड़ियों ने अपनी रेटिंग और स्थिति को बेहतर बनाया। 3.5 अंकों पर चल रहे कई खिलाड़ियों, जिनमें युवा प्रतिभा श्रेयस रॉयल और अनुभवी गैविन मैरोरोआ जोन्स शामिल थे, ने जीत दर्ज की। इन जीत से एडम्स के पीछे खिलाड़ियों का समूह और भी बड़ा हो गया है, जिसमें अब लगभग दस खिलाड़ी उनके ठीक पीछे 4.5 अंकों पर बराबरी पर हैं। यह स्थिति चैंपियनशिप को और भी दिलचस्प बना रही है, क्योंकि अब केवल एक या दो गलतियां किसी भी खिलाड़ी को शीर्ष से नीचे धकेल सकती हैं।

वर्तमान स्टैंडिंग की एक झलक

चैंपियनशिप की मौजूदा स्थिति निम्नलिखित तालिका में देखी जा सकती है:


रैंक नाम देश एलो रेटिंग अंक
1 एडम्स, माइकल इंग्लैंड 2663 5
2 वितियुगोव, निकिता इंग्लैंड 2676 4.5
3 मैरोरोआ जोन्स, गैविन इंग्लैंड 2651 4.5
4 घासी, अमीट के इंग्लैंड 2501 4.5
5 फर्नांडीज, डैनियल एच इंग्लैंड 2500 4.5
6 रॉयल, श्रेयस इंग्लैंड 2495 4.5
7 वॉड्सवर्थ, मैथ्यू जे इंग्लैंड 2483 4.5
8 ज़ोपर, मैसिएज पोलैंड 2434 4.5
9 हान, यिचेंग नीदरलैंड 2430 4.5
10 महादेवन, शिवा भारत 2416 4.5
11 बनर्जी, सुप्रतित इंग्लैंड 2242 4.5

आगे क्या?

जैसे-जैसे ब्रिटिश चैंपियनशिप अपने अंतिम चरणों की ओर बढ़ रही है, माइकल एडम्स पर दबाव बढ़ता जा रहा है। उनकी मामूली बढ़त उन्हें सुरक्षित महसूस नहीं करा सकती, क्योंकि उनके पीछे कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो किसी भी समय उनके शीर्ष स्थान को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। आने वाले राउंड निश्चित रूप से और भी रोमांचक होंगे, क्योंकि हर खिलाड़ी चैंपियनशिप का ताज अपने सिर सजाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देगा। शतरंज की दुनिया में `रानी के खेल` की तरह ही, यह चैंपियनशिप भी अंतिम चाल तक अनिश्चितता और उत्साह से भरी रहने वाली है। अब देखना यह है कि क्या एडम्स अपनी बढ़त बनाए रख पाते हैं, या कोई नया `राजा` उभर कर सामने आता है!

निरव धनराज

दिल्ली के प्रतिभाशाली खेल पत्रकार निरव धनराज हॉकी और बैडमिंटन के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उनकी रिपोर्टिंग में खिलाड़ियों की मानसिकता की गहरी समझ झलकती है।

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