दुबई में क्रिकेट का महासंग्राम: भारत ने सुपर ओवर में श्रीलंका को पटका, निसंका का शतक बेकार!

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क्रिकेट के मैदान पर अक्सर ऐसे मुकाबले देखने को मिलते हैं, जो भले ही टूर्नामेंट के समीकरणों में बहुत मायने न रखते हों, लेकिन अपनी रोमांचक कहानी से दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना लेते हैं। दुबई में खेला गया एशिया कप टी20 का सुपर 4s मुकाबला, भारत और श्रीलंका के बीच ऐसा ही एक अविस्मरणीय युद्ध साबित हुआ। जिस मैच को `औपचारिकता` करार दिया जा रहा था, वह अंततः 20 ओवर की क्रिकेट को चरम पर ले जाकर, एक रोमांचक सुपर ओवर में सिमट गया, जहाँ भारत ने श्रीलंका को धूल चटाई। यह किसी बॉलीवुड क्लाइमेक्स से कम नहीं था, जहाँ हर गेंद पर उम्मीदें बनती और टूटती थीं!

एक स्कोरिंग महादंगल: 200 के पार का सफर

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने एक बार फिर अपने युवा शक्ति का प्रदर्शन किया। युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा की एक और तूफानी पारी (61 रन) की बदौलत टीम इंडिया ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर, 202 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया। अभिषेक ने पावरप्ले में ही गेंदबाजों को धूल चटा दी, जिससे टीम इंडिया को एक धमाकेदार शुरुआत मिली। गिल के जल्दी आउट होने के बाद भी, अभिषेक ने अपनी लय नहीं छोड़ी और महज 22 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया – मानो पिच पर सिर्फ छक्के-चौके बरसाने ही आए हों!

हालांकि, कप्तान सूर्यकुमार यादव का बल्ला शांत रहा और अभिषेक के आउट होने के बाद, भारतीय पारी थोड़ी डगमगाई। लेकिन, तिलक वर्मा (49*) और संजू सैमसन ने पारी को संभाला। इन दोनों ने न केवल रनों की गति को बनाए रखा, बल्कि विकेट गिरने के बावजूद टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। सैमसन ने जहां कुछ कलात्मक शॉट्स खेले, वहीं तिलक वर्मा ने धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण पेश किया। अंत में, अक्षर पटेल के एक छक्के ने भारत को 200 के आंकड़े के पार पहुंचाया, जबकि तिलक वर्मा अपने अर्धशतक से मात्र एक रन दूर रह गए। एक रन से अर्धशतक चूकना, किसी बल्लेबाज के लिए `अकादमिक त्रासदी` से कम नहीं होता!

निसंका का `एकलव्य` प्रदर्शन: शतक लगाकर भी नहीं मिली जीत

203 रनों का लक्ष्य पहाड़ों जैसा था, लेकिन श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज पथुम निसंका ने शायद कुछ और ही सोच रखा था। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को चुनौती देते हुए, महज 58 गेंदों में 107 रनों की एक असाधारण और तूफानी शतकीय पारी खेली। ऐसा लग रहा था कि निसंका अकेले ही भारत के 202 रनों के पहाड़ को रेत में बदल देंगे! कुसल परेरा (58 रन) ने भी उनका भरपूर साथ दिया, और दोनों ने मिलकर 127 रनों की शानदार साझेदारी की। श्रीलंका ने भी पावरप्ले में भारत को टक्कर देते हुए 72/1 रन बनाए, जो भारत से एक रन ज्यादा था – मानो कह रहे हों, “हम भी किसी से कम नहीं!”

निसंका की यह पारी कला और शक्ति का अद्भुत मिश्रण थी। उन्होंने चौकों और छक्कों की बारिश करते हुए, हर भारतीय गेंदबाज को निशाने पर लिया। बीच के ओवरों में जब कुसल परेरा आउट हुए और चरिथ असलंका संघर्ष कर रहे थे, तब भी निसंका एक छोर पर डटे रहे, अपनी टीम की उम्मीदों को जीवित रखे हुए थे। उनकी पारी इतनी दमदार थी कि वह एशिया कप टी20 में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बन गई। ऐसा लग रहा था कि श्रीलंका यह मैच आसानी से जीत जाएगा, लेकिन क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और यही तो इसकी खूबसूरती है!

अंतिम ओवर का नाटक और सुपर ओवर का क्लाइमेक्स

अंतिम ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने कुछ हद तक वापसी की। कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह ने कसी हुई गेंदबाजी से रनों पर अंकुश लगाया, लेकिन निसंका का बल्ला नहीं रुका। मैच आखिरी ओवर तक पहुंचा, जहाँ श्रीलंका को जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी। और यहीं पर असली ड्रामा शुरू हुआ। निसंका, जो शतक लगाकर टीम को जीत के करीब लाए थे, पहली ही गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद भी रोमांच कम नहीं हुआ, और अंतिम गेंद पर जब तीन रनों की दरकार थी, तो श्रीलंकाई बल्लेबाज सिर्फ दो रन बना पाए, जिससे मैच `टाई` हो गया। अब मैच का नतीजा सुपर ओवर से निकलना था – क्रिकेट की दुनिया में इससे बड़ा रोमांच शायद ही कुछ और हो। हर दिल की धड़कन तेज हो चुकी थी!

सुपर ओवर: भारत का दबदबा

सुपर ओवर में श्रीलंका की किस्मत ने साथ नहीं दिया। कुसल परेरा पहली ही गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद कप्तान दासुन शनाका भी विवादित तरीके से आउट होते-होते बचे, लेकिन अगली गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। श्रीलंका केवल दो रन ही बना सका – मानो इस बड़े मंच पर उनके बल्लेबाजों ने अपनी `क्रिकेट की किताब` घर पर छोड़ दी हो! भारत को जीत के लिए मात्र तीन रन चाहिए थे, और सूर्यकुमार यादव ने कवर के माध्यम से एक शानदार शॉट लगाकर पहली ही गेंद पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। एक पल में, सारा तनाव, सारी उत्सुकता, भारत की जीत के साथ समाप्त हो गई। यह उन पलों में से था, जब दर्शक `वाह` कहने के अलावा कुछ नहीं कर सकते थे।

संक्षिप्त स्कोर:

  • भारत: 20 ओवर में 202/5 (अभिषेक शर्मा 61, तिलक वर्मा 49*; चरिथ असलंका 1-18)
  • श्रीलंका: 20 ओवर में 202/5 (पथुम निसंका 107, कुसल परेरा 58; कुलदीप यादव 1-31, वरुण चक्रवर्ती 1-31)
  • परिणाम: भारत ने सुपर ओवर जीता।

यह मैच भले ही टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने के लिहाज से निर्णायक न रहा हो, लेकिन इसने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्रिकेट क्यों `अनिश्चितताओं का खेल` कहलाता है। निसंका का अविश्वसनीय शतक, अभिषेक की धमाकेदार शुरुआत और सुपर ओवर का अंतिम क्षण तक खिंचा हुआ रोमांच, दर्शकों को लंबे समय तक याद रहेगा। यही तो क्रिकेट की असली ताकत है – हर गेंद पर बदलता मिजाज और अंतिम क्षण तक बनी रहने वाली उम्मीद! और जैसा कि अक्सर होता है, अंत में जीत उसी की होती है जो दबाव में भी शांत रहकर बेहतर प्रदर्शन करता है।

प्रमोद विश्वनाथ

बेंगलुरु के वरिष्ठ खेल पत्रकार प्रमोद विश्वनाथ फुटबॉल और एथलेटिक्स के विशेषज्ञ हैं। आठ वर्षों के अनुभव ने उन्हें एक अनूठी शैली विकसित करने में मदद की है।

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