एडिलेड ओवल में शेफ़ील्ड शील्ड 2025/26 के छठे मैच का पहला दिन साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी दुःस्वप्न से कम नहीं था, जबकि क्वींसलैंड के लिए यह जश्न का मौका लेकर आया। मेजबान टीम, एक समय 133 रन पर 2 विकेट के संतोषजनक स्कोर पर थी, लेकिन फिर अचानक ही ताश के पत्तों की तरह ढह गई और 228 रन पर ऑल आउट हो गई। इस विनाशकारी पतन के सूत्रधार रहे दो गेंदबाज – तेज गेंदबाज माइकल नेसर और लेग स्पिनर मिचेल स्वेपसन, जिन्होंने 4-4 विकेट लेकर विपक्षी खेमे में खलबली मचा दी। यह सिर्फ एक मैच रिपोर्ट नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के घरेलू क्रिकेट में चल रहे एक बड़े नाटकीय बदलाव की कहानी है, खासकर एशेज सीरीज़ के मद्देनज़र।
माइकल नेसर का `अनदेखा` कमाल और एशेज की राह में बाधाओं का तोहफा
माइकल नेसर, जिनके बारे में कुछ समय पहले तक एशेज टीम में शामिल होने की संभावनाएं `महान तेज गेंदबाजी बहस` में कहीं खो सी गई थीं, उन्होंने इस सीजन में अपने प्रदर्शन से एक बार फिर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा है। तस्मानिया के खिलाफ पहले राउंड में 4 विकेट लेने के बाद, नेसर ने बुधवार को साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 रन देकर 4 विकेट लेकर अपनी फॉर्म का लोहा मनवाया। दोपहर के भोजन के बाद नैथन मैकस्वीनी का ऑफ स्टंप उखाड़ने से लेकर दिन के अंत में आखिरी तीन विकेट चटकाने तक, नेसर ने अपनी तेज और सटीक गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया।
खासकर, जब पैट कमिंस की पीठ की चोट और साथी तेज गेंदबाज सीन एबॉट के हाथ में लगी गंभीर चोट ने ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी इकाई में चिंता बढ़ा दी है, तब नेसर का यह प्रदर्शन किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं। कभी-कभी दूसरों का दुर्भाग्य आपके लिए अवसर का द्वार खोल देता है, और नेसर के लिए यह कहावत सटीक बैठती दिख रही है। स्कॉट बोलैंड को शायद कमिंस की जगह पहला मौका मिलेगा, लेकिन नेसर निश्चित रूप से अगले विकल्प के तौर पर अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। चयनकर्ताओं के लिए यह एक `मीठा दर्द` होगा – चोटों की वजह से मिली अप्रत्याशित संभावनाएं।
मिचेल स्वेपसन का स्पिन जादू: साउथ ऑस्ट्रेलिया के पतन के असली शिल्पकार
जहां नेसर ने शुरुआत और अंत में कहर बरपाया, वहीं मिचेल स्वेपसन ने बीच के ओवरों में साउथ ऑस्ट्रेलिया की कमर तोड़ दी। इस पूर्व टेस्ट स्पिनर ने 4-50 का आंकड़ा दर्ज करते हुए, टीम को 133 रन पर 2 विकेट से 188 रन पर 7 विकेट तक के पतन में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कॉनर मैकइनर्नी (60) को एलबीडब्ल्यू आउट कर एक महत्वपूर्ण साझेदारी तोड़ी, जो साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए उम्मीद की किरण बने हुए थे।
इसके बाद उन्होंने जेसन सांघा (51) को स्लिप में उस्मान ख्वाजा के शानदार कैच के हाथों आउट करवाया, और फिर इनफॉर्म जेक लेहमन भी उनके शिकार बने, जब उन्होंने सीधे स्क्वायर लेग पर कैच थमा दिया। नैथन मैकएंड्रू का विकेट लेकर स्वेपसन ने अपने दिन का शानदार समापन किया, यह साबित करते हुए कि लेग स्पिन अभी भी टेस्ट क्रिकेट में एक घातक हथियार हो सकती है, खासकर जब पिच से थोड़ी मदद मिल रही हो। उनका यह प्रदर्शन क्वींसलैंड के लिए मैच में पकड़ बनाने का अहम कारण रहा।
साउथ ऑस्ट्रेलिया की लड़खड़ाती पारी और क्वींसलैंड का ठोस जवाब
साउथ ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी ने मजबूत शुरुआत की थी, जिसमें मैकइनर्नी और सांघा ने अर्धशतक जमाए, लेकिन एक बार जब स्वेपसन ने अपना जादू दिखाना शुरू किया, तो कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। टीम के स्कोरबोर्ड पर 228 रन ही दर्ज हो पाए, जो कि एडिलेड ओवल जैसी पिच पर बचाव के लिए पर्याप्त नहीं माने जाते। यह स्कोर निश्चित रूप से टीम की अपेक्षाओं से काफी कम है।
दिन का खेल समाप्त होने तक, क्वींसलैंड ने बिना किसी नुकसान के 26 रन बना लिए थे, जिसमें अनुभवी उस्मान ख्वाजा 22 रन पर नाबाद थे। उनकी ठोस शुरुआत ने क्वींसलैंड को पहली पारी में एक बड़ी बढ़त लेने की मजबूत स्थिति में ला दिया है। अब देखना यह होगा कि दूसरे दिन क्वींसलैंड की बल्लेबाजी इस शुरुआती बढ़त को कितनी मजबूती से भुना पाती है।
निष्कर्ष और आगे की उम्मीदें
यह मैच न केवल शेफ़ील्ड शील्ड की प्रतियोगिता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के भविष्य के लिए भी एक अहम संकेतक है। नेसर और स्वेपसन जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि ऑस्ट्रेलिया के पास बेंच स्ट्रेंथ की कोई कमी नहीं है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या साउथ ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज वापसी कर पाते हैं और क्वींसलैंड को एक बड़ी लीड लेने से रोक पाते हैं, या क्वींसलैंड इस मैच पर अपनी पकड़ और मजबूत कर लेता है। एक बात तो तय है – एशेज से पहले यह घरेलू प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए अपनी क्षमता साबित करने का एक बेहतरीन मंच बन रही है, और चयनकर्ता हर गेंद पर अपनी पैनी नजर रखे हुए हैं।