क्रिकेट के मैदान पर, जहाँ हर रन और हर विकेट अपना महत्व रखता है, नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले जा रहे प्रतिष्ठित ईरानी कप मुकाबले में विदर्भ ने रेस्ट ऑफ इंडिया (ROI) पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ ने कुल 224 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली है, जिससे जीत की संभावनाएँ उनके पाले में झुकती दिख रही हैं। यह सिर्फ अंकों की बढ़त नहीं, बल्कि आत्मविश्वास की वह पूंजी है जो उन्हें बाकी बचे मैच में निर्णायक कदम उठाने का हौसला देगी।
यश ठाकुर का कहर और ROI का संघर्ष
तीसरे दिन रेस्ट ऑफ इंडिया ने अपनी पहली पारी 142 रन पर 5 विकेट के साथ शुरू की थी, और उन्हें उम्मीद थी कि वे कम से कम विदर्भ के 342 रनों के स्कोर के करीब पहुँच पाएँगे। लेकिन विदर्भ के गेंदबाजों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। दिन की पहली ही गेंद पर आदित्य ठाकरे ने मानव सुथार को एलबीडब्ल्यू आउट कर ROI को शुरुआती झटका दिया, जिसने उनके बल्लेबाजी क्रम में हलचल मचा दी।
हालांकि, रजत पाटीदार ने संघर्षपूर्ण अर्धशतक (66 रन) जड़कर अपनी टीम को कुछ सम्मानजनक स्थिति तक पहुँचाने की कोशिश की, लेकिन यश ठाकुर की धारदार गेंदबाजी के सामने उनकी भी एक न चली। ठाकुर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 66 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट अपने नाम किए और ROI की पारी को 214 रनों पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस तरह, विदर्भ ने पहली पारी में 128 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली, जो मनोवैज्ञानिक रूप से उनके लिए बड़ी जीत थी।
विदर्भ की दूसरी पारी: धीमी लेकिन मजबूत शुरुआत
पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल करने के बाद, विदर्भ ने अपनी दूसरी पारी में भी समझदारी भरी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उनके सलामी बल्लेबाजों ने लंच तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया और टीम को एक मजबूत आधार प्रदान किया। हालाँकि, अथर्व तायडे और अमन मोखाडे (37 रन) ने अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए और क्रमशः सुथार और गुरनूर बराड़ का शिकार बने।
लेकिन फिर ध्रुव शोरी (34* रन) और दानिश मालेवार ने जिम्मेदारी संभाली और तीसरे सत्र में खराब रोशनी के कारण खेल रोके जाने तक अपनी टीम का स्कोर 96/2 तक पहुँचा दिया। इस साझेदारी ने विदर्भ को 224 रनों की कुल बढ़त दिला दी है, जो रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए एक पहाड़ जैसा लक्ष्य साबित हो सकती है।
रोशनी की कमी, लेकिन इरादों में कोई कमी नहीं
दिन के अंतिम सत्र में खराब रोशनी के कारण केवल एक ओवर का खेल हो पाया, जिसके बाद अंपायरों को स्टंप्स घोषित करना पड़ा। मौसम की यह अनिश्चितता भले ही खेल में थोड़ी रुकावट डाले, लेकिन विदर्भ के इरादों को डिगा नहीं सकती। उनके पास अब रेस्ट ऑफ इंडिया को एक बड़ा लक्ष्य देने और उन्हें जल्दी आउट करने का स्पष्ट खाका है।
दूसरी ओर, रेस्ट ऑफ इंडिया के सामने अब करो या मरो की स्थिति है। उन्हें न केवल विदर्भ को जल्दी रोकना होगा, बल्कि फिर एक ऐसे स्कोर का पीछा करना होगा जो इतिहास रचने जैसा होगा। क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं, लेकिन मौजूदा स्थिति विदर्भ के पक्ष में है और वे ईरानी कप के ताज को अपने नाम करने की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं। यह मैच अब केवल औपचारिकता भर रह गया है, जहाँ विदर्भ अपनी जीत की स्क्रिप्ट पर अंतिम मुहर लगाने की तैयारी में है।