नागपुर की धूप में, जहां क्रिकेट का मैदान खिलाड़ियों के धैर्य और कौशल की परीक्षा लेता है, ईरानी कप 2025/26 के तीसरे दिन विदर्भ ने एक बार फिर अपनी धाक जमाई है। शेष भारत (रेस्ट ऑफ इंडिया) के खिलाफ, विदर्भ ने न सिर्फ अपनी पहली पारी में शानदार बढ़त हासिल की, बल्कि दूसरी पारी में भी अपनी स्थिति मजबूत करते हुए कुल 224 रनों की विशाल लीड बना ली है। यह बढ़त इतनी महत्वपूर्ण है कि अब शेष भारत को जीत के लिए एक करिश्माई प्रदर्शन की आवश्यकता होगी, नहीं तो ईरानी कप का ताज विदर्भ की ओर झुकता दिख रहा है।
रेस्ट ऑफ इंडिया का सुबह का संकट: लड़खड़ाती उम्मीदें
तीसरे दिन की शुरुआत शेष भारत के लिए 142 रन पर 5 विकेट के साथ हुई, जो विदर्भ के 342 रनों के जवाब में था। मैदान पर कप्तान रजत पाटीदार और मानव सुथार थे, जिनसे टीम को उम्मीद थी कि वे पारी को संभालेंगे और एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाएंगे। लेकिन क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और यह बात पहले ही ओवर में साबित हो गई।
थकारे और ठाकुर का घातक आक्रमण
विदर्भ के तेज गेंदबाज आदित्य थकारे ने दिन की पहली ही गेंद पर मानव सुथार को एलबीडब्ल्यू आउट कर शेष भारत की उम्मीदों पर पहला वार किया। यह निर्णय अंपायर के `नॉट आउट` देने के बाद सफल रिव्यू के माध्यम से बदला गया, जिसने विदर्भ को तुरंत मनोवैज्ञानिक बढ़त दिला दी। इसके बाद यश ठाकुर ने मोर्चा संभाला। उन्होंने अपनी सटीक यॉर्कर से सरनश जैन को पवेलियन भेजा और फिर आकाश दीप को कवर पर कैच कराकर शेष भारत की कमर तोड़ दी।
रजत पाटीदार का जुझारू अर्धशतक
रजत पाटीदार ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने 42 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया और दस चौकों की मदद से शानदार 66 रन बनाए। उनकी पारी में दृढ़ता और इरादे की झलक थी, लेकिन हर नायक की एक सीमा होती है। हर्ष दुबे की गेंद पर लॉन्ग-ऑफ बाउंड्री क्लियर करने की कोशिश में वे कैच आउट हो गए, और इसके साथ ही शेष भारत की अंतिम बड़ी उम्मीद भी धूमिल हो गई।
यश ठाकुर ने अंतिम विकेट लेकर शेष भारत को 214 रनों पर समेट दिया। उनका 4 विकेट पर 66 रन का प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ रहा, जिसने विदर्भ को पहली पारी में 128 रनों की अहम बढ़त दिलाई। यह बढ़त न सिर्फ अंकों के लिहाज से महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसने विदर्भ के हौसले भी बुलंद कर दिए थे।
संक्षिप्त स्कोरकार्ड (दिन 3 के अंत तक):
- विदर्भ: 342 और 96/2
- रेस्ट ऑफ इंडिया: 214 (ईश्वरन 52, पाटीदार 66; ठाकुर 4-66)
- विदर्भ की बढ़त: 224 रन, 8 विकेट शेष
विदर्भ की दूसरी पारी: बढ़त को मजबूत बनाना
128 रनों की मजबूत बढ़त के साथ बल्लेबाजी करने उतरी विदर्भ की टीम ने अपनी दूसरी पारी में भी संभलकर शुरुआत की। अथर्व तायडे और अमन मोखाड़े की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 42 रन जोड़े। तायडे ने जहां मानव सुथार की गेंद पर डीप मिडविकेट पर कैच थमा दिया, वहीं मोखाड़े ने 37 रन बनाकर गुरनूर बराड़ की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमाया।
दो विकेट गिरने के बाद, ध्रुव शोरी और दानिश मालेवार ने जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने शेष दिन में कोई और विकेट गिरने नहीं दिया और स्टंप्स तक विदर्भ का स्कोर 2 विकेट पर 96 रन तक पहुंचाया। इस साझेदारी ने विदर्भ की कुल बढ़त को 224 रन तक पहुंचा दिया, जिससे वे मैच में बेहद मजबूत स्थिति में आ गए हैं।
आगे क्या? ईरानी कप का रोमांच चरम पर
विदर्भ अब जीत की दहलीज पर खड़ा है। 224 रनों की बढ़त के साथ, उनके पास शेष भारत पर दबाव बनाने का पूरा मौका है। चौथे दिन वे अपनी बढ़त को और बढ़ाना चाहेंगे और शेष भारत को एक बड़ा लक्ष्य देना चाहेंगे। शेष भारत के लिए यह एक कठिन चुनौती होगी। उन्हें न सिर्फ विदर्भ के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना होगा, बल्कि एक विशाल लक्ष्य का पीछा भी करना होगा।
ईरानी कप अपने नाम के अनुरूप ही रोमांचक होता है। क्या शेष भारत कोई चमत्कार कर पाएगा, या विदर्भ अपनी `लोहे की मुट्ठी` को कसकर ईरानी कप 2025/26 का ताज अपने नाम करेगा? अगले दो दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद दिलचस्प होने वाले हैं। नागपुर की धरती पर इतिहास लिखा जाना बाकी है!