ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के खेमे में इन दिनों हलचल मची हुई है। आने वाली एशेज सीरीज 2025-26 का पहला टेस्ट पर्थ में होना है, लेकिन कप्तान और प्रमुख तेज गेंदबाज पैट कमिंस की फिटनेस पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। टीम के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने स्वीकार किया है कि कमिंस के पास पहले टेस्ट के लिए फिट होने का समय तेज़ी से खत्म हो रहा है, जिसने ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों की चिंता बढ़ा दी है।
समय से रेस में कमिंस: पीठ की चोट बनी चुनौती
कमिंस अपनी पीठ के निचले हिस्से में `लम्बर बोन स्ट्रेस` (पीठ की हड्डी पर दबाव) की समस्या से जूझ रहे हैं। यह एक ऐसी चोट है जो किसी भी तेज गेंदबाज के करियर के लिए सिरदर्द बन सकती है। पिछले एक महीने से उन्होंने गेंदबाजी नहीं की है, और 21 नवंबर को पर्थ में शुरू होने वाले पहले टेस्ट से ठीक छह हफ्ते पहले, उनकी वापसी को लेकर संदेह बढ़ गया है। कोच मैकडोनाल्ड ने बताया कि इस सप्ताह के शुरू में हुए स्कैन से पता चला है कि चोट में सुधार हुआ है, जो एक राहत की बात है। लेकिन यह सुधार क्या उन्हें समय रहते मैदान पर वापस ला पाएगा, यह सवाल अभी भी कायम है।
अगले शुक्रवार तक कमिंस की उपलब्धता पर अंतिम फैसला आने की उम्मीद है। मैकडोनाल्ड ने कहा, “पहले टेस्ट में उनके खेलने को लेकर हम अभी आगे नहीं बढ़े हैं। इस बारे में हमारे पास निश्चित रूप से समय कम हो रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि कमिंस ने अपने प्रशिक्षण में कुछ नए `वेरिएबल्स` (परिवर्तन) जोड़े हैं, जो उनकी वापसी के संकेत हैं। उम्मीद है कि अगले शुक्रवार तक हमें स्पष्ट जानकारी मिल पाएगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मेडिकल स्टाफ और कोच मैकडोनाल्ड एक पहेली सुलझाने में लगे हैं – क्या `तेज गेंदबाज` पैट समय पर `तेज` हो पाएंगे?
सीरीज में भूमिका निश्चित, पहले टेस्ट पर संशय
भले ही कमिंस पहले टेस्ट से बाहर हो जाएं, मैकडोनाल्ड को विश्वास है कि वह एशेज सीरीज में निश्चित रूप से कुछ भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, “मैंने वास्तव में यह नहीं सोचा है कि उनके बिना पांच टेस्ट मैच कैसे होंगे, क्योंकि उन्हें मिली जानकारी और उनका यह सप्ताह बताता है कि वह अभी भी सीरीज में कुछ भूमिका निभाएंगे।” हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि प्रशिक्षण में और अधिक तीव्रता लाने से स्थिति बिगड़ भी सकती है, क्योंकि इस तरह की चोटें कभी भी अप्रत्याशित मोड़ ले सकती हैं।
`शॉर्टेंड प्रिपरेशन` – एक जोखिम भरा दांव
मैकडोनाल्ड का मानना है कि कमिंस एक `शॉर्टेंड प्रिपरेशन` (कम समय की तैयारी) के साथ भी पर्थ टेस्ट के लिए तैयार हो सकते हैं, जो अन्य गेंदबाजों की तुलना में उनके लिए संभव है। लेकिन इसमें नरम ऊतकों की चोटों का जोखिम और कौशल की तैयारी में कमी जैसी चुनौतियाँ होंगी। यह एक ऐसा दांव है जिसे चयनकर्ताओं, मेडिकल स्टाफ और कमिंस को मिलकर तौलना होगा – क्या थोड़ी कम तैयारी के साथ उन्हें सीरीज में उतारना फायदेमंद होगा, भले ही वह धीरे-धीरे अपनी लय में आएं?
कौन संभालेगा कमान और गेंदबाजी की बागडोर?
यदि पैट कमिंस अनुपलब्ध रहते हैं, तो टीम के संतुलन को बनाए रखना एक चुनौती होगी। ऑस्ट्रेलिया के पास गहराई है, लेकिन कप्तान और मुख्य तेज गेंदबाज की कमी को पूरा करना आसान नहीं होगा।
कप्तान की भूमिका: स्टीव स्मिथ की वापसी?
कमिंस की शांत कप्तानी और मैच के महत्वपूर्ण पलों में उनके रणनीतिक फैसलों की कमी महसूस होगी। ऐसे में, पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ कप्तानी की बागडोर संभालने के लिए सबसे आगे हैं। मैकडोनाल्ड ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “यह अत्यधिक संभावना है कि स्टीव ही वह व्यक्ति होंगे जिनकी ओर हम मुड़ेंगे।” स्मिथ ने हाल ही में श्रीलंका दौरे पर कमिंस की अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व सफलतापूर्वक किया था और उनके पास नेतृत्व का अच्छा अनुभव है।
गेंदबाजी का मोर्चा: विकल्प मौजूद, पर कमिंस की धार की बराबरी मुश्किल
कमिंस की तेज गेंदबाजी की धार को मिस किया जाएगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पास कई प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं:
- स्कॉट बोलैंड: ऑस्ट्रेलिया में उनका टेस्ट रिकॉर्ड अविश्वसनीय है, जहां उन्होंने 12.63 की औसत से विकेट लिए हैं। वह प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं और उनकी सटीक गेंदबाजी किसी भी टीम के लिए खतरा साबित हो सकती है।
- ब्रेंडन डॉगेट: एक हैमस्ट्रिंग की मामूली समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन उम्मीद है कि तीसरे राउंड के शील्ड मैच के लिए वह पूरी तरह फिट हो जाएंगे।
- माइकल नेसर: क्वींसलैंड के लिए पहले शील्ड मैच में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जो चयनकर्ताओं की नजरों में उन्हें मजबूती देता है।
- शॉन एबॉट: अगले सप्ताह न्यू साउथ वेल्स के लिए अपना पहला चार दिवसीय खेल खेलने के लिए तैयार हैं। वह वनडे टीम से बाहर थे, लेकिन टी20ई टीम में शामिल हैं, जिसका मतलब है कि वह तीसरे शील्ड राउंड से बाहर रहेंगे।
निचले क्रम की बल्लेबाजी: कमिंस के योगदान को कौन भरेगा?
पिछले कुछ वर्षों में नंबर 8 पर कमिंस का बल्लेबाजी योगदान महत्वपूर्ण रहा है, खासकर दबाव वाले क्षणों में। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को एडगबेस्टन और क्राइस्टचर्च में दो टेस्ट मैचों में जीत दिलाई है, जहां उनकी बल्लेबाजी ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। मैकडोनाल्ड को विश्वास है कि मिचेल स्टार्क नंबर 8 पर वापसी कर सकते हैं, जिन्होंने जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। साथ ही, उन्होंने पिछले साल भारत के खिलाफ मेलबर्न में बोलैंड और नाथन लियोन की महत्वपूर्ण दसवें विकेट की साझेदारी का भी उल्लेख किया। जोश हेजलवुड ने भी कैमरन ग्रीन और स्टार्क के साथ पिछले दो सालों में बड़ी दसवें विकेट की साझेदारियां की हैं, जो टीम की निचले क्रम की बल्लेबाजी की गहराई को दर्शाती है।
निष्कर्ष: एक रोमांचक एशेज की ओर
पैट कमिंस की चोट ने एशेज की शुरुआत को और अधिक नाटकीय बना दिया है। चाहे वह पहले टेस्ट में खेलें या नहीं, उनकी वापसी की यात्रा पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह एक मुश्किल परीक्षा होगी, लेकिन उनके पास गहराई और अनुभव दोनों हैं। अगले शुक्रवार का इंतजार रहेगा, जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट दुनिया को बताएगा कि उनका कप्तान पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करेगा या फिर दर्शकों दीर्घा से अपनी टीम को समर्थन देगा। एशेज की आग पहले से ही सुलग रही है!
