एशिया कप के सुपर 4 चरण में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्रिकेट कौशल का प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को 5 विकेट से करारी शिकस्त दी। यह सिर्फ एक मैच की हार नहीं, बल्कि श्रीलंका के लिए टूर्नामेंट से लगभग बाहर होने का रास्ता साफ करने वाली पराजय साबित हुई है। पाकिस्तानी टीम ने बल्ले और गेंद दोनों से एकजुट प्रदर्शन करते हुए एक आरामदायक और निर्णायक जीत दर्ज की, जिसने टूर्नामेंट में उनकी स्थिति को और मजबूत कर दिया है।
पाकिस्तान का ऑल-राउंड दबदबा: जीत की कहानी
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का पाकिस्तान का फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ। तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने अपनी धारदार स्विंग और गति से श्रीलंकाई शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट चटकाए, जिनमें शुरुआती ओवरों में कुसल मेंडिस और पाथुम निसंका के अहम विकेट शामिल थे, जिससे श्रीलंका को अच्छी शुरुआत करने का मौका ही नहीं मिला। अफरीदी ने 3 विकेट लेकर अपनी क्लास दिखाई, मानो यह उनके लिए सिर्फ वार्म-अप हो।
इसके बाद हुसैन तलत का ऑल-राउंड प्रदर्शन देखने लायक था। उन्होंने न सिर्फ गेंद से कमाल दिखाया (2 विकेट), बल्कि जब बल्लेबाजी की बारी आई तो दबाव में एक समझदारी भरी पारी खेली। उनके और मोहम्मद नवाज़ के बीच हुई 58 रन की अटूट साझेदारी ने मैच को श्रीलंका की पकड़ से पूरी तरह छीन लिया। नवाज़ ने 38 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसमें कुछ बड़े छक्के भी शामिल थे, जबकि तलत ने 32 रन बनाकर उनका बखूबी साथ दिया। यह साझेदारी तब आई जब पाकिस्तान ने कुछ विकेट गंवा दिए थे, और इसने सुनिश्चित किया कि कोई नाटकीय बदलाव न हो, बल्कि जीत की स्क्रिप्ट शांति से लिखी जाए।
“जब आपकी टीम शुरुआती झटकों के बाद भी संयम बनाए रखती है और मध्यक्रम के बल्लेबाज जिम्मेदारी उठाते हैं, तो जीत की राह आसान हो जाती है। नवाज़ और तलत ने यही किया, उन्होंने जीत को लगभग `पार्सल` कर दिया।”
श्रीलंका का संघर्ष: एक अकेले योद्धा की कहानी
श्रीलंका की पारी में संघर्ष स्पष्ट रूप से दिख रहा था। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने उन्हें पावरप्ले से लेकर डेथ ओवरों तक खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। लगातार विकेट गिरने से टीम कभी भी बड़े स्कोर की नींव नहीं रख पाई। हालांकि, कमिनदु मेंडिस एक छोर पर डटे रहे और उन्होंने शानदार अर्धशतक (50 रन) लगाकर अपनी टीम को कुछ सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की। लेकिन क्रिकेट एक टीम गेम है, और उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल पाया, जिससे उनकी `अकेले चलो` की नीति असफल रही।
मध्य ओवरों में श्रीलंकाई बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते रहे। पाकिस्तान के स्पिनरों और तेज गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए रनों की गति पर लगाम कसी। जब टीम को बड़े शॉट्स की जरूरत थी, तब विकेट गिरते रहे, जिससे दबाव बढ़ता गया और अंततः टीम 20 ओवरों में सिर्फ 133 रन ही बना पाई। यह स्कोर आज के टी-20 क्रिकेट में बेहद कम माना जाता है, खासकर एक सुपर 4 मुकाबले में।
मैच का संक्षिप्त स्कोरबोर्ड
श्रीलंका: 133/8 (20 ओवर) (कमिनदु मेंडिस 50; शाहीन अफरीदी 3/28, हुसैन तलत 2/18)
पाकिस्तान: 138/5 (18 ओवर) (मोहम्मद नवाज़ 38*, हुसैन तलत 32*; महेश थीक्षाना 2/24, वानिंदु हसरंगा 2/27)
परिणाम: पाकिस्तान 5 विकेट से जीता
आगे क्या? श्रीलंका के लिए `अंतिम द्वार`
इस जीत के साथ, पाकिस्तान ने एशिया कप 2023 के फाइनल में अपनी जगह बनाने की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाया है। उनकी टीम एकजुट, आत्मविश्वासी और संतुलित दिख रही है, जो किसी भी प्रतिद्वंद्वी के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। वहीं, श्रीलंका के लिए तस्वीर काफी धूमिल हो गई है। सुपर 4 में लगातार दो हार के बाद, उनके टूर्नामेंट से बाहर होने की संभावना लगभग तय है। उनके प्रशंसकों को अब अगले विश्व कप की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि एशिया कप में उनकी यात्रा अब बस समाप्त होने ही वाली है।
श्रीलंका का अगला और अंतिम सुपर 4 मैच भारत के खिलाफ है। हालांकि, यह मैच उनके लिए शायद केवल औपचारिकता बनकर रह जाएगा, खासकर अगर भारत, बांग्लादेश को हरा देता है। क्रिकेट के मैदान पर चमत्कार होते हैं, लेकिन जिस तरह का प्रदर्शन श्रीलंकाई टीम ने किया है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने अपने लिए `एग्जिट गेट` खुद ही खोल लिया है। यह खेल की क्रूरता ही है, जहां एक छोटी सी गलती भी आपको बाहर का रास्ता दिखा सकती है और आपके सपनों को चकनाचूर कर सकती है।
पाकिस्तानी टीम अब आत्मविश्वास से लबरेज होकर अपने अगले मुकाबलों की तैयारी करेगी, जबकि श्रीलंका को अपनी गलतियों पर आत्ममंथन करने और भविष्य के लिए नई रणनीतियां बनाने की जरूरत होगी। एशिया कप 2023 अब अपने रोमांचक मोड़ पर है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीमें फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ती हैं, एक ऐसी ट्रॉफी के लिए जो सिर्फ एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम को ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के इस फॉर्मेट में उनके दबदबे को भी दर्शाती है।