न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) के गलियारों में एक चिर-परिचित चेहरा एक बार फिर से एक महत्वपूर्ण भूमिका में लौट आया है। वह चेहरा है गैरी स्टीड का, जिन्होंने हाल ही में ब्लैककैप्स के मुख्य कोच के रूप में अपना सफल कार्यकाल समाप्त किया था। इस बार, वह टीम को सीधे मैदान पर निर्देशित करने के बजाय, पर्दे के पीछे रहकर क्रिकेट के भविष्य को आकार देने का चुनौतीपूर्ण कार्यभार संभालेंगे। जी हाँ, स्टीड ने न्यूजीलैंड क्रिकेट के साथ एक उच्च प्रदर्शन कोचिंग भूमिका स्वीकार कर ली है, जहाँ उनका मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों और कोचों का विकास करना होगा, साथ ही उच्च प्रदर्शन कार्यक्रमों को भी गति प्रदान करना होगा। यह सिर्फ एक वापसी नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कदम है, जो दर्शाता है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट अपने अनुभवी सितारों का कैसे सम्मान करता है और उनका उपयोग अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए करता है।
एक सफल कोच की विरासत: ट्राफियों का एक दौर
गैरी स्टीड का नाम न्यूजीलैंड क्रिकेट के सुनहरे दौर से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। 2018 में पुरुष टीम की कमान संभालने के बाद, उन्होंने ब्लैककैप्स को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया। उनके मार्गदर्शन में, न्यूजीलैंड ने 2021 में क्रिकेट जगत का सबसे प्रतिष्ठित खिताब, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीता, जो उनकी कोचिंग क्षमता का एक स्पष्ट प्रमाण था। इसके अलावा, टीम ने 2019 में आईसीसी वनडे विश्व कप के फाइनल और 2021 में आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के फाइनल तक का सफर तय किया। भारत जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ पिछली बार घर में मिली शानदार जीत भी उन्हीं के कार्यकाल की देन थी।
यह कहना गलत नहीं होगा कि कुछ कोच केवल मैच जीतते हैं, लेकिन गैरी स्टीड ने तो न्यूजीलैंड क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में एक गौरवशाली अध्याय ही रच दिया। उनका कार्यकाल सिर्फ जीत-हार का लेखा-जोखा नहीं था, बल्कि एक ऐसी संस्कृति का निर्माण था जिसने टीम को लगातार शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
न्यूजीलैंड क्रिकेट से एक आजीवन जुड़ाव
स्टीड का न्यूजीलैंड क्रिकेट के साथ संबंध कुछ दिनों या महीनों का नहीं, बल्कि तीन दशकों से भी अधिक का है। एक खिलाड़ी के रूप में पांच टेस्ट मैचों में देश का प्रतिनिधित्व करने से लेकर विभिन्न कोचिंग भूमिकाओं तक, उन्होंने NZC के हर पहलू को करीब से देखा है।
- 2004-09: कोच डेवलपमेंट मैनेजर
- 2005-06: NZC अकादमी में सहायक कोच
- 2009-12: न्यूजीलैंड महिला टीम (व्हाइट फ़र्न्स) के मुख्य कोच
- अगले छह साल: कैंटरबरी के क्रिकेट निदेशक
- 2018-2024: न्यूजीलैंड पुरुष टीम के मुख्य कोच
यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक जीवन भर का जुड़ाव है, जिसमें हर भूमिका ने उन्हें न्यूजीलैंड क्रिकेट की गहरी समझ दी है। उनका यह विस्तृत अनुभव ही उन्हें इस नई उच्च प्रदर्शन भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति बनाता है। वह जानते हैं कि न्यूजीलैंड के क्रिकेट सिस्टम में कहाँ सुधार की गुंजाइश है और किस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
नई जिम्मेदारी: भविष्य के सितारों का निर्माण
उच्च प्रदर्शन कोचिंग की यह नई भूमिका गैरी स्टीड को एक अलग तरह की चुनौती पेश करेगी। उनका काम अब केवल `आज` के मैच नहीं, बल्कि `कल` के चैंपियन तैयार करना होगा। इसमें शामिल होगा:
- युवा और उभरते खिलाड़ियों की पहचान करना और उन्हें तराशना।
- कोचिंग स्टाफ के कौशल को बढ़ाना और उन्हें नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना।
- उच्च प्रदर्शन कार्यक्रमों को आधुनिक और प्रभावी बनाना।
स्टीड खुद कहते हैं, “न्यूजीलैंड क्रिकेट पिछले 30 से अधिक वर्षों से मेरे दिल में रहा है और मुझे जो खेल पसंद है, उसमें योगदान जारी रखने में सक्षम होना वास्तव में खास है।” यह जुनून ही है जो उन्हें इस नए कार्यभार को बखूबी निभाने के लिए प्रेरित करेगा। यह एक ऐसा निवेश है जो तात्कालिक परिणाम भले न दिखाए, लेकिन भविष्य में न्यूजीलैंड क्रिकेट की नींव को और मजबूत करेगा।
भारतीय क्रिकेट से नया जुड़ाव: एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य
दिलचस्प बात यह है कि गैरी स्टीड केवल न्यूजीलैंड क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रहने वाले हैं। उन्हें हाल ही में भारतीय घरेलू टीम आंध्र के लिए 2025-26 के रणजी ट्रॉफी सीज़न के लिए मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। NZC ने उन्हें संगठन के बाहर काम करके अपने कौशल को और विकसित करने की अनुमति दी है, जिसके लिए स्टीड ने आभार व्यक्त किया है। यह एक प्रगतिशील कदम है जो न केवल स्टीड को विभिन्न क्रिकेट संस्कृतियों से सीखने का अवसर देगा, बल्कि उनके अनुभव को न्यूजीलैंड के क्रिकेट वातावरण में वापस लाने में भी मदद करेगा।
न्यूजीलैंड के मैदानों से लेकर भारतीय घरेलू सर्किट तक, स्टीड हर जगह अपनी छाप छोड़ रहे हैं। यह उनकी बहुमुखी प्रतिभा और खेल के प्रति उनकी अथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जहाँ न्यूजीलैंड क्रिकेट को एक ऐसे अनुभवी व्यक्ति का साथ मिल रहा है जो न केवल अपने घर में बल्कि विश्व क्रिकेट के विभिन्न पहलुओं से सीख कर वापस लौट रहा है।
गैरी स्टीड का न्यूजीलैंड क्रिकेट में उच्च प्रदर्शन कोच के रूप में वापसी न केवल एक नियुक्ति है, बल्कि खेल के भविष्य को सुरक्षित करने की एक सोची-समझी रणनीति है। उनके अपार अनुभव, सफल ट्रैक रिकॉर्ड और खेल के प्रति गहरी समझ को देखते हुए, यह कहना सुरक्षित है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपने युवा प्रतिभाओं और कोचिंग प्रणाली के विकास के लिए एक सही व्यक्ति को चुना है। उनका सफर जारी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस नई भूमिका में न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए क्या नए मील के पत्थर स्थापित करते हैं।