क्रिकेट के मैदान पर, विशेषकर बड़े टूर्नामेंट से पहले होने वाले वॉर्म-अप मैच, सिर्फ अभ्यास का मौका नहीं होते। वे टीमों के लिए अपनी रणनीति परखने, खिलाड़ियों की फॉर्म आंकने और सबसे महत्वपूर्ण, आत्मविश्वास बढ़ाने का मंच होते हैं। बेंगलुरु में खेले गए आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के वॉर्म-अप मुकाबले में, भारतीय महिला टीम ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर ठीक यही हासिल किया है। इंग्लैंड के खिलाफ पिछली हार के बाद, यह जीत भारतीय खेमे के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है, जिसने आगामी विश्व कप के लिए उम्मीदों को एक नई उड़ान दी है।
मैच का सारांश:
- न्यूजीलैंड: 232/8 (42 ओवर) – सोफी डिवाइन 54, एमेलिया केर 40; एन श्री चरणी 3/49
- भारत: 237/6 (40.4 ओवर) – हरलीन देओल 74, हरमनप्रीत कौर 69; इलिंग 2/34
- परिणाम: भारत 4 विकेट से जीता।
न्यूजीलैंड की पारी: संयम और संघर्ष का मेल
बारिश के कारण देर से शुरू हुए इस मैच में, न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी करते हुए कीवी टीम को दबाव में रखा। 8वें ओवर तक न्यूजीलैंड का स्कोर 38 रन पर 2 विकेट था, जो भारतीय आक्रमण की पैनी धार को दर्शाता है। हालांकि, टीम की अनुभवी खिलाड़ी सोफी डिवाइन (54 रन) और एमेलिया केर (40 रन) ने पारी को संभाला। दोनों ने मिलकर स्कोर को 132/3 तक पहुंचाया और टीम को एक सम्मानजनक स्थिति में ले गए। निर्धारित 42 ओवरों में न्यूजीलैंड ने 8 विकेट खोकर 232 रन बनाए। भारत की ओर से, एन श्री चरणी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 महत्वपूर्ण विकेट झटके, वहीं तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ और पिछले मैच में चोट लगने के बाद वापसी कर रहीं अरुंधति रेड्डी ने 2-2 विकेट लेकर अपनी फिटनेस और फॉर्म का प्रदर्शन किया।
भारत की पीछा: शुरुआती झटका, फिर हरलीन-हरमनप्रीत का कमाल
233 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने सधी हुई शुरुआत की। 8वें ओवर तक स्कोर बिना किसी नुकसान के 54 रन था। लेकिन क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और जल्द ही भारत ने प्रतिका रावल और उमा छेत्री के विकेट गंवा दिए, जिससे स्कोर 71 रन पर 2 विकेट हो गया। यहीं से टीम संकट में दिखने लगी।
लेकिन, जैसा कि अक्सर बड़े खिलाड़ी करते हैं, भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मोर्चा संभाला। उनके साथ आईं युवा बल्लेबाज हरलीन देओल, और इन दोनों ने मिलकर एक ऐसी साझेदारी निभाई जिसने मैच का रुख ही बदल दिया। हरमनप्रीत (69 रन) और हरलीन (74 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 132 रनों की रिकॉर्ड तोड़ साझेदारी की। उनकी बल्लेबाजी में अनुभव और युवा जोश का अद्भुत संगम देखने को मिला। एक ओर हरमनप्रीत ने अपनी क्लास और ताकत का प्रदर्शन किया, तो दूसरी ओर हरलीन ने धैर्य और सूझबूझ से रन बटोरे। उनकी ये अर्धशतकीय पारियां सिर्फ रन नहीं थीं, बल्कि आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की कहानी कह रही थीं।
अंतिम ओवरों का रोमांच: जब जीत के करीब भी थम जाती हैं साँसें
जब हरमनप्रीत और हरलीन क्रीज पर थीं, तब भारतीय जीत सुनिश्चित लग रही थी। स्कोर 203/2 तक पहुंच गया था और लक्ष्य बस कुछ ही कदमों दूर था। लेकिन क्रिकेट है ही ऐसा खेल, जहां रोमांच अंतिम गेंद तक बना रहता है। इस मजबूत स्थिति से भी भारत ने कुछ जल्दी-जल्दी विकेट गंवा दिए और स्कोर 230 पर 6 विकेट हो गया। मैच फिर से न्यूजीलैंड की पकड़ में आता दिख रहा था, और भारतीय समर्थकों की साँसें मानो थम सी गई थीं।
यह वो क्षण होता है जब किसी टीम का असली चरित्र सामने आता है। हालांकि कुछ देर के लिए दबाव हावी हुआ, भारतीय निचले क्रम के बल्लेबाजों ने संयम बनाए रखा और अंततः 10 गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। यह जीत सिर्फ अंकों का हिसाब नहीं, बल्कि दबाव में प्रदर्शन करने की टीम की क्षमता का प्रमाण है।
इस जीत के निहितार्थ: विश्व कप से पहले एक महत्वपूर्ण संदेश
इंग्लैंड के खिलाफ पिछले वॉर्म-अप में मिली करारी हार के बाद, न्यूजीलैंड पर यह जीत भारतीय टीम के लिए मनोवैज्ञानिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ एक वॉर्म-अप मैच था, लेकिन इसके कई गहरे मायने हैं:
- फॉर्म में लौटीं प्रमुख बल्लेबाज: हरमनप्रीत कौर और हरलीन देओल का फॉर्म में आना भारतीय बल्लेबाजी क्रम के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। विश्व कप में टीम को उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
- गेंदबाजों का प्रदर्शन: नई गेंद से शुरुआती झटके देना और बीच के ओवरों में विकेट लेना भारतीय गेंदबाजी के लिए शुभ संकेत है। अरुंधति रेड्डी की वापसी और उनका विकेट लेना टीम के लिए अच्छी खबर है।
- दबाव झेलने की क्षमता: मैच में आई शुरुआती गिरावट और फिर अंतिम ओवरों में विकेटों का गिरना, और उसके बावजूद जीत हासिल करना, टीम की दबाव झेलने की क्षमता को दर्शाता है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: बड़ी प्रतियोगिता से पहले एक मजबूत टीम पर जीत, खासकर पिछली हार के बाद, खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को सातवें आसमान पर पहुंचा देती है।
यह जीत केवल एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह आगामी विश्व कप के लिए भारतीय खेमे में आत्मविश्वास का एक `चार्ज` है।
आगे की राह
यह वॉर्म-अप जीत भारतीय महिला टीम को ICC महिला विश्व कप 2025 के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में मदद करेगी। टीम को अपनी कमजोरियों पर काम करने और मजबूत पक्षों को और निखारने का अवसर मिलेगा। उम्मीद है कि यह जीत भारतीय टीम के लिए एक शानदार विश्व कप अभियान की नींव रखेगी, जहां वे अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित कर सकेंगी।