इंग्लैंड को संकट में मिला पुराना साथी: लियाम डॉसन की टेस्ट टीम में वापसी

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क्रिकेट में चोटें अक्सर अप्रत्याशित अवसरों को जन्म देती हैं। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ हुआ है, जहाँ युवा स्पिनर शोएब बशीर की उंगली में लगी चोट ने एक ऐसे खिलाड़ी के लिए टेस्ट टीम में वापसी का द्वार खोल दिया है, जिसने शायद इसकी उम्मीद छोड़ दी होगी। हम बात कर रहे हैं अनुभवी बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डॉसन की, जिन्हें भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट के लिए इंग्लैंड टीम में शामिल किया गया है। यह वापसी सिर्फ एक रिप्लेसमेंट नहीं, बल्कि एक दिलचस्प कहानी है धैर्य, प्रदर्शन और अप्रत्याशित मौके की।

एक लंबा इंतजार और घरेलू मैदान पर चमक

35 वर्षीय लियाम डॉसन ने आखिरी बार जुलाई 2017 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था। यह छह साल से भी अधिक का लंबा अंतराल है। इस दौरान, कई युवा खिलाड़ी आए और चले गए, लेकिन डॉसन ने हार नहीं मानी। वह हैम्पशायर के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहे। उनकी मेहनत और निरंतरता का प्रमाण यह है कि उन्हें 2023 और 2024 में लगातार दो बार पीसीए (प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन) प्लेयर ऑफ द ईयर का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार घरेलू सर्किट में उनके उत्कृष्ट योगदान को दर्शाता है, जहाँ उन्होंने अपनी बाएं हाथ की स्पिन और उपयोगी बल्लेबाजी से विपक्षियों को लगातार परेशान किया है।

डॉसन ने अब तक केवल तीन टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम सात विकेट दर्ज हैं। यह आंकड़े भले ही प्रभावशाली न लगें, लेकिन उनकी मौजूदा फॉर्म और अनुभव को कम करके नहीं आंका जा सकता।

चोटों का दौर और इंग्लैंड की स्पिन पहेली

शोएब बशीर का उंगली में फ्रैक्चर होना इंग्लैंड के लिए एक झटका है, खासकर जब वे भारत के खिलाफ स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर खेल रहे हों। ऐसे में, डॉसन का टीम में आना इंग्लैंड की स्पिन आक्रमण को एक नया आयाम दे सकता है। डॉसन अपनी नियंत्रित गेंदबाजी और बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले चौथे टेस्ट में स्पिनरों को अक्सर मदद मिलती है, ऐसे में उनका अनुभव इंग्लैंड के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार साबित हो सकता है। यह एक तरह की विडंबना ही है कि टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए अक्सर किसी और की परेशानी का इंतजार करना पड़ता है।

इंग्लैंड मेन्स नेशनल सिलेक्टर ल्यूक राइट ने डॉसन के चयन पर कहा, `लियाम डॉसन अपनी जगह के हकदार हैं। वह काउंटी चैम्पियनशिप में शानदार फॉर्म में रहे हैं और लगातार हैम्पशायर के लिए मजबूत प्रदर्शन कर रहे हैं।`

राइट के इन शब्दों से स्पष्ट है कि यह केवल आपातकालीन कॉल-अप नहीं, बल्कि प्रदर्शन को मान्यता देने का मामला भी है। डॉसन ने अपने खेल से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है, और अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को फिर से साबित करने का मौका मिला है।

टीम में अन्य बदलाव और आगे की राह

इस बीच, तेज गेंदबाज सैम कुक और जेमी ओवरटन को उनके संबंधित काउंटी में खेलने के लिए वापस भेज दिया गया है। तीसरे टेस्ट से पहले घोषित टीम में इंग्लैंड ने कोई अन्य बदलाव नहीं किया है। यह दर्शाता है कि टीम प्रबंधन खिलाड़ियों पर भरोसा बनाए रखना चाहता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर अनुभव को तरजीह देने से भी नहीं हिचकिचाता।

इंग्लैंड की टेस्ट टीम:

  • बेन स्टोक्स (कप्तान)
  • जोफ्रा आर्चर
  • गस एटकिंसन
  • जेकब बेथेल
  • हैरी ब्रूक
  • ब्राइडन कार्स
  • जैक क्रॉली
  • लियाम डॉसन
  • बेन डकेट
  • ओली पोप
  • जो रूट
  • जेमी स्मिथ
  • जॉश टंग
  • क्रिस वोक्स

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या लियाम डॉसन को चौथे टेस्ट में खेलने का मौका मिलता है और क्या वह अपनी वापसी को यादगार बना पाते हैं। छह साल के लंबे इंतजार के बाद, एक बार फिर इंग्लैंड की जर्सी पहनना डॉसन के लिए किसी सपने से कम नहीं होगा। क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस अनुभवी स्पिनर पर होंगी, जो एक बार फिर अपने देश के लिए परचम लहराने को तैयार है। क्या उनकी वापसी इंग्लैंड को सीरीज में वापसी दिलाने में मदद करेगी? इसका जवाब तो मैनचेस्टर में ही मिलेगा।

प्रमोद विश्वनाथ

बेंगलुरु के वरिष्ठ खेल पत्रकार प्रमोद विश्वनाथ फुटबॉल और एथलेटिक्स के विशेषज्ञ हैं। आठ वर्षों के अनुभव ने उन्हें एक अनूठी शैली विकसित करने में मदद की है।

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