कानपुर के युद्ध में ऑस्ट्रेलिया ए का पलटवार: युवा कंगारुओं ने भारत को धोया, सीरीज बराबर!

खेल समाचार » कानपुर के युद्ध में ऑस्ट्रेलिया ए का पलटवार: युवा कंगारुओं ने भारत को धोया, सीरीज बराबर!

कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले गए भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को एक रोमांचक संघर्ष देखने को मिला, जिसमें अंततः ऑस्ट्रेलिया ए ने डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) विधि के तहत 9 विकेट से शानदार जीत दर्ज कर तीन मैचों की श्रृंखला को 1-1 से बराबर कर दिया। यह मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि युवा प्रतिभाओं के लिए अपनी क्षमता साबित करने का एक मंच था, जहाँ कुछ ने उम्मीदें जगाईं तो कुछ ने सीखने के लिए महत्वपूर्ण पाठ पढ़ा।

भारत की लड़खड़ाती शुरुआत और तिलक वर्मा का जुझारू शतक

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंडिया ए की शुरुआत बेहद खराब रही। जैक एडवर्ड्स ने अभिषेक शर्मा को गोल्डन डक पर आउट कर भारतीय खेमे में खामोशी ला दी। कप्तान श्रेयस अय्यर भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और जल्द ही पवेलियन लौट गए। 17 रन पर 3 विकेट गिरने के बाद लगा कि भारतीय टीम शायद ही कोई सम्मानजनक स्कोर बना पाएगी।

लेकिन, कहते हैं न, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा और रियान पराग ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर शतकीय साझेदारी कर टीम को मुश्किल से निकाला। रियान पराग ने अपनी तेजतर्रार बल्लेबाजी से अर्धशतक जड़ा और ऐसा लगा कि वे बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन तभी उनकी विकेट गिरने से भारतीय पारी फिर डगमगा गई। हालांकि, तिलक वर्मा एक छोर पर डटे रहे। उन्होंने अपनी सूझबूझ भरी बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को संभाला, बल्कि खुद भी एक जुझारू अर्धशतक पूरा किया। वह शतक से महज 6 रन दूर थे (94 रन) जब उन्हें जैक एडवर्ड्स ने आउट किया, और यहीं भारतीय पारी की उम्मीदें लगभग खत्म हो गईं। निचले क्रम के बल्लेबाजों के छोटे-छोटे योगदान से भारत ए किसी तरह 45.5 ओवरों में 246 रन पर ऑलआउट हो गई। यह ऐसा स्कोर था, जहाँ गेंदबाज शायद कुछ कर सकते थे, लेकिन कानपुर के मैदान पर यह काफी नहीं था, खासकर अगर बारिश खलल डालती।

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का दबदबा: जैक एडवर्ड्स बने विलेन

ऑस्ट्रेलिया ए के गेंदबाजों ने भारत की पारी को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाई। जैक एडवर्ड्स ने अपने धारदार स्पेल से भारतीय बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके, जिनमें अभिषेक शर्मा, श्रेयस अय्यर और सेट बल्लेबाज तिलक वर्मा शामिल थे। विल सदरलैंड ने भी 2 विकेट लेकर उनका बखूबी साथ दिया। इन गेंदबाजों ने भारत को बड़ा स्कोर बनाने से रोककर अपनी टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया था।

बारिश का खलल और बदला हुआ समीकरण

मैच के बीच में बारिश ने दस्तक दी और खेल को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। जब खेल दोबारा शुरू हुआ, तो DLS नियम के तहत ऑस्ट्रेलिया ए के लिए लक्ष्य को संशोधित कर 25 ओवरों में 160 रन कर दिया गया। यह एक ऐसा क्षण था जहाँ भारतीय गेंदबाजों को चमत्कार की उम्मीद करनी थी।

कंगारुओं का आक्रामक पलटवार: हार्वे और कॉनली का जलवा

संशोधित लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ए ने एक आक्रामक शुरुआत की। जेक फ्रेजर-मैकगर्क ने ताबड़तोड़ 36 रन बनाकर टीम को तेज गति दी। लेकिन असली शो तब शुरू हुआ जब मैकेन्ज़ी हार्वे और कूपर कॉनली क्रीज पर आए। दोनों ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। हार्वे ने 49 गेंदों में नाबाद 70 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 2 छक्के शामिल थे। वहीं, कॉनली ने और भी तेज गति से बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंदों में नाबाद 50 रन बनाए, जिसमें 5 चौके और 3 छक्के शामिल थे। दोनों ने मिलकर सिर्फ 10 ओवर से भी कम में शतकीय साझेदारी कर भारत की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने 16.4 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, और ऑस्ट्रेलिया ए ने 9 विकेट से मैच अपने नाम कर लिया। यह भारतीय गेंदबाजों के लिए एक सबक था कि कम लक्ष्य को डिफेंड करने के लिए शुरुआती विकेट कितने अहम होते हैं।

संक्षिप्त स्कोरकार्ड

  • भारत ए: 246 रन (45.5 ओवर)

    • तिलक वर्मा: 94 रन
    • रियान पराग: 58 रन
    • जैक एडवर्ड्स: 4-56
    • विल सदरलैंड: 2-25
  • ऑस्ट्रेलिया ए: 160/1 रन (16.4 ओवर, DLS के तहत)

    • मैकेन्ज़ी हार्वे: 70* रन
    • कूपर कॉनली: 50* रन
    • जेक फ्रेजर-मैकगर्क: 36 रन
    • निशांत सिंधु: 1-24
  • परिणाम: ऑस्ट्रेलिया ए 9 विकेट से विजयी।
  • मैन ऑफ द मैच: जैक एडवर्ड्स (अनुमानित)

श्रृंखला का भविष्य: निर्णायक मुकाबला

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ए ने सीरीज को 1-1 से बराबरी पर ला दिया है, जिससे तीसरा और अंतिम एकदिवसीय मैच एक रोमांचक निर्णायक मुकाबला बन गया है। दोनों ही टीमों के युवा खिलाड़ी अब अपनी छाप छोड़ने के लिए बेताब होंगे। कानपुर में मिली यह जीत ऑस्ट्रेलिया ए के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी, जबकि भारत ए को अपनी गलतियों से सीखने और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती का सामना करना होगा। क्रिकेट के प्रशंसक अब निर्णायक मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जहाँ युवा सितारों की अगली पीढ़ी एक-दूसरे से भिड़ेगी!

प्रमोद विश्वनाथ

बेंगलुरु के वरिष्ठ खेल पत्रकार प्रमोद विश्वनाथ फुटबॉल और एथलेटिक्स के विशेषज्ञ हैं। आठ वर्षों के अनुभव ने उन्हें एक अनूठी शैली विकसित करने में मदद की है।

© 2025 वर्तमान क्रिकेट समाचारों का पोर्टल