कुलदीप यादव: ‘पाकिस्तान को देखते ही मेरा खून खौलता है’ – कोच ने खोला रहस्य

खेल समाचार » कुलदीप यादव: ‘पाकिस्तान को देखते ही मेरा खून खौलता है’ – कोच ने खोला रहस्य

क्रिकेट की दुनिया में भारत-पाकिस्तान का मुकाबला सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का एक ज्वार होता है। जब भी ये दो चिर-प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने होते हैं, मैदान पर सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि करोड़ों प्रशंसकों की उम्मीदें भी उतरती हैं। हाल ही में संपन्न हुए एशिया कप में भारतीय टीम की शानदार जीत के कई नायक रहे, लेकिन एक नाम ऐसा भी था जिसके प्रदर्शन में एक अद्वितीय जोश और जुनून दिखाई दिया – हमारे बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव। उनके बचपन के कोच कपिल देव पांडे ने कुलदीप के इस खास `जोश` के पीछे का रहस्य उजागर किया है, जो बताता है कि क्यों पाकिस्तान के खिलाफ उनकी गेंदों में आग होती है!

`खून खौलता है`: एक सिपाही की सीख और खिलाड़ी का जज़्बा

जब कुलदीप यादव मैदान पर होते हैं, खासकर पाकिस्तान के खिलाफ, तो उनकी आँखों में एक अलग चमक और उनके हर एक्शन में एक अतिरिक्त ऊर्जा दिखती है। यह सिर्फ एक संयोग नहीं, बल्कि एक गहरी प्रेरणा का परिणाम है। उनके बचपन के कोच कपिल देव पांडे, जो स्वयं एक सैनिक रह चुके हैं, ने हाल ही में खुलासा किया है कि कुलदीप का यह जज्बा कहाँ से आता है।

“पाकिस्तान को देखते ही उसका खून खौलता है। पाकिस्तान ने बच्चे और नौसिखियों की टीम भेजी थी इस बार। मैं कुलदीप से कहता था, `तुम्हारा कोच एक सिपाही है। अनुशासन मेरे खून में है। अनुशासन के साथ खेलो। तुम्हें पाकिस्तान से हारना नहीं है।` कुलदीप यह बात हमेशा याद रखता है।”

– कपिल देव पांडे (कुलदीप यादव के बचपन के कोच)

ये शब्द सिर्फ एक कोच की सलाह नहीं, बल्कि एक सैनिक की युद्धभूमि में जीत के प्रति अटूट संकल्प को दर्शाते हैं। यह साफ है कि कपिल देव पांडे ने कुलदीप के अंदर सिर्फ क्रिकेट कौशल ही नहीं, बल्कि एक मजबूत मानसिक दृढ़ता और अपने प्रतिद्वंद्वी के प्रति सम्मानजनक लेकिन आक्रामक रवैया भी विकसित किया है। यह `खून खौलना` सिर्फ गुस्सा नहीं, बल्कि जीतने की एक तीव्र इच्छा है, जो उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है।

एशिया कप में कुलदीप का जादू

एशिया कप 2023 में कुलदीप यादव का प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ रहा। टूर्नामेंट में उनके प्रभावशाली स्पेल ने कई बार मैच का रुख भारत की ओर मोड़ा। वह टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे, खासकर पाकिस्तान के खिलाफ तो उनका कहर बरपा। उनके महत्वपूर्ण विकेटों ने विरोधी टीम की बल्लेबाजी को झकझोर कर रख दिया और भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाने में मदद की।

  • महत्वपूर्ण प्रदर्शन: कुलदीप ने एशिया कप में अपनी फिरकी से कई बल्लेबाजों को उलझाया। उनकी विविधता और गेंद को हवा में घुमाने की क्षमता ने उन्हें विरोधी टीमों के लिए एक बड़ा खतरा बना दिया।
  • पाकिस्तान के खिलाफ दबदबा: भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में कुलदीप अक्सर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। उनके कोच के शब्दों का असर मैदान पर साफ दिखाई देता है, जहां वह अपनी गेंदों से पाकिस्तान के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखते हैं।
  • टीम की जीत में योगदान: कुलदीप के शानदार प्रदर्शन ने भारत को रिकॉर्ड नौवीं बार एशिया कप का खिताब जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

एक सिपाही की सोच, एक खिलाड़ी का दृढ़ संकल्प

कपिल देव पांडे की सिपाही पृष्ठभूमि से निकली अनुशासन और हार न मानने की सीख ने कुलदीप यादव को एक असाधारण खिलाड़ी बनाने में मदद की है। यह सिर्फ तकनीकी कौशल की बात नहीं है, बल्कि यह मानसिकता की जीत है। जब आप अपने खेल को एक कर्तव्य और अपने प्रतिद्वंद्वी को एक चुनौती मानते हैं, तो प्रदर्शन का स्तर स्वाभाविक रूप से ऊपर उठ जाता है।

कुलदीप यादव की कहानी हमें यह सिखाती है कि महानता सिर्फ प्रतिभा से नहीं आती, बल्कि दृढ़ संकल्प, सही मार्गदर्शन और एक अनूठी प्रेरणा से भी आती है। पाकिस्तान के खिलाफ उनका `खून खौलना` अब सिर्फ एक व्यक्तिगत भावना नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए जीत की एक प्रेरणा बन चुका है। मैदान पर उनकी हर गेंद, उनके हर विकेट में भारत को जीत दिलाने का वही सैनिक वाला जज़्बा और अनुशासन झलकता है, जो उनके कोच ने बचपन में उनके अंदर भरा था।

कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी ही भारत-पाकिस्तान जैसे हाई-प्रेशर मुकाबलों को और भी रोमांचक और यादगार बनाते हैं। उनकी यह कहानी न सिर्फ युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक कोच अपने शिष्य के अंदर सिर्फ खेल नहीं, बल्कि जीवन की बड़ी सीख भी डाल सकता है।

निरव धनराज

दिल्ली के प्रतिभाशाली खेल पत्रकार निरव धनराज हॉकी और बैडमिंटन के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उनकी रिपोर्टिंग में खिलाड़ियों की मानसिकता की गहरी समझ झलकती है।

© 2025 वर्तमान क्रिकेट समाचारों का पोर्टल