लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड की पहली पारी को 387 रनों पर समेट दिया। इस पारी के मुख्य नायक रहे भारत के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट अपने नाम किए। हालांकि, एक समय संघर्ष कर रही इंग्लैंड की पारी को निचले क्रम के बल्लेबाजों, खासकर जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स के अर्धशतकों ने सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
इंग्लैंड की पारी, जो एक समय 300 रन से पहले सिमटती नज़र आ रही थी, उसे सातवें विकेट के लिए जेमी स्मिथ (51) और ब्रायडन कार्स (50) के बीच हुई महत्वपूर्ण 84 रनों की साझेदारी ने संभाला। इस साझेदारी ने भारतीय गेंदबाज़ों को काफी देर तक विकेट से महरूम रखा और स्कोरबोर्ड को गति दी। स्मिथ ने धैर्य और आक्रामकता का अच्छा मिश्रण दिखाया, जबकि कार्स ने भी निचले क्रम में आकर उपयोगी रन बनाए और कुछ आकर्षक शॉट खेले।
जसप्रीत बुमराह ने अपनी सटीक और प्रभावशाली गेंदबाज़ी से इंग्लैंड के मध्यक्रम की कमर तोड़ी। उन्होंने कप्तान बेन स्टोक्स और शतकवीर जो रूट (104) जैसे बड़े विकेट चटकाए। बुमराह का यह टेस्ट क्रिकेट में 13वां 5 विकेट हॉल है और लॉर्ड्स के मैदान पर यह उनका पहला `पंजा` है, जो भारतीय गेंदबाज़ों द्वारा विदेशी धरती पर सर्वाधिक 5 विकेट हॉल्स का रिकॉर्ड है। मोहम्मद सिराज ने भी कुछ बेहतरीन स्पेल डाले और अंततः स्मिथ-कार्स की साझेदारी को तोड़ा। हालांकि, भारतीय फील्डिंग इस दौरान थोड़ी ढीली दिखी, जिससे कार्स को दो जीवनदान मिले, जिसका उन्होंने फायदा उठाते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। अंततः, सिराज ने कार्स को एक बेहतरीन यॉर्कर पर बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी का अंत 387 रनों पर किया।
जवाब में, भारतीय टीम अपनी पहली पारी खेलने उतरी। सभी की निगाहें चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जॉफ्रा आर्चर पर थीं। आर्चर ने निराश नहीं किया और अपने पहले ही ओवर में भारत के युवा सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल को पवेलियन भेजकर अपनी वापसी का जोरदार ऐलान किया। आर्चर की गेंद में पुरानी धार और गति नज़र आई।
जायसवाल का विकेट जल्दी गिरने के बाद, अनुभवी बल्लेबाज़ केएल राहुल और करुण नायर ने पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाज़ों ने दिन के शेष खेल में कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और संभलकर खेलते हुए भारतीय टीम को दिन का खेल खत्म होने तक 44 रन के स्कोर तक पहुंचाया। राहुल (13* रन) और नायर (18* रन) ने इंग्लिश गेंदबाज़ों, खासकर आर्चर के शुरुआती स्पेल का डटकर सामना किया।
लॉर्ड्स टेस्ट का दूसरा दिन गेंदबाज़ों और निचले क्रम के बल्लेबाजों के संघर्ष का गवाह रहा। जहां जसप्रीत बुमराह ने अपनी क्लास और लय दिखाई, वहीं स्मिथ और कार्स ने दिखाया कि क्रिकेट में निचले क्रम के बल्लेबाज़ भी टीम के लिए कितना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। आर्चर की वापसी ने मैच में एक नया रोमांच जोड़ दिया है। भारतीय टीम अभी भी 343 रनों से पीछे है, और देखना होगा कि तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाज़ इंग्लैंड के गेंदबाज़ों का सामना कैसे करते हैं और इस बड़े स्कोर का पीछा कैसे करते हैं।