लॉर्ड्स में इंग्लैंड का पलटवार: स्पिन की धार और एमी जोन्स की दृढ़ता ने दिलाई सीरीज बराबरी

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क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला, जहाँ इंग्लैंड की महिला टीम ने भारत के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में न सिर्फ मेहमान टीम को, बल्कि रुक-रुक कर हो रही बारिश को भी मात देकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली। यह जीत सिर्फ अंकों की नहीं, बल्कि एक सुनियोजित रणनीति और परिस्थितियों से बेहतर तालमेल बिठाने की कहानी है।

स्पिन का जादू: इंग्लैंड की अनूठी रणनीति

सीरीज का यह महत्वपूर्ण मैच बारिश के कारण चार घंटे देरी से शुरू हुआ और 29 ओवर प्रति पारी तक सीमित कर दिया गया। ऐसे में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का इंग्लैंड का फैसला, और उससे भी बढ़कर, एक स्पिन-भारी आक्रमण का चुनाव करना, कई भौंहें चढ़ा सकता था। लॉर्ड्स की पारंपरिक तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर स्पिन पर दांव लगाना किसी जोखिम से कम नहीं था, लेकिन यह जोखिम पूरी तरह से सफल साबित हुआ। सोफी एक्लेस्टोन, एम आर्लोट और लिन्से स्मिथ ने मिलकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ दी।

भारतीय टीम को एक अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना पड़ा। एम आर्लोट ने अपनी पहली ही गेंद पर विकेट लेकर शानदार शुरुआत की। स्मृति मंधाना (42) और दीप्ति शर्मा (30*) ने कुछ संघर्ष दिखाया, लेकिन इंग्लैंड के स्पिनरों ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। सोफी एक्लेस्टोन ने 27 रन देकर 3 विकेट लिए, जबकि आर्लोट और स्मिथ ने 2-2 विकेट चटकाए। भारतीय टीम 29 ओवर में 8 विकेट खोकर केवल 143 रन ही बना सकी, जो लॉर्ड्स जैसी पिच पर एक आसान लक्ष्य प्रतीत हो रहा था।

बारिश का खेल और DLS का गणित

इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा जोरदार तरीके से शुरू किया। टैमी ब्यूमोंट और एमी जोन्स ने पहले विकेट के लिए एक ठोस साझेदारी बनाई, जिससे इंग्लैंड मजबूत स्थिति में आ गया। लेकिन तभी क्रिकेट की चिरपरिचित मेहमान, बारिश ने एक बार फिर दस्तक दी। 18.4 ओवर में 102 रन पर 1 विकेट के स्कोर पर जब इंग्लैंड की टीम क्रीज पर थी, तो खेल रोक दिया गया। बारिश के रुकने के बाद, डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) विधि के तहत इंग्लैंड के लिए लक्ष्य को संशोधित कर 24 ओवर में 115 रन कर दिया गया। यह लक्ष्य लगभग पूरा हो चुका था, जिससे इंग्लैंड को जीत के लिए केवल कुछ ही रनों की आवश्यकता थी, एक तरह से यह उनके लिए `अतिरिक्त बोनस` जैसा था।

इंग्लैंड की आत्मविश्वास भरी चेज़

संशोधित लक्ष्य मिलने के बाद इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने बिना किसी हड़बड़ाहट के खेल को आगे बढ़ाया। टैमी ब्यूमोंट (34) ने कुछ आकर्षक शॉट्स लगाए, जबकि एमी जोन्स (46*) ने एक छोर संभाले रखा और अपनी नाबाद पारी से टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। नट साइवर-ब्रंट ने भी उनका बखूबी साथ दिया। भारतीय गेंदबाजों ने कुछ विकेट लेने की कोशिश की, लेकिन इंग्लैंड की बल्लेबाजें संयम और आत्मविश्वास के साथ खेलीं। अंततः, इंग्लैंड ने 21 ओवर में मात्र 2 विकेट खोकर 116 रन बनाकर यह मैच 8 विकेट से जीत लिया।

निष्कर्ष: सीरीज हुई रोमांचक

यह जीत इंग्लैंड के लिए न केवल सीरीज में बराबरी का मतलब है, बल्कि यह दर्शाता है कि उन्होंने परिस्थितियों का कितनी चतुराई से लाभ उठाया। सोफी एक्लेस्टोन ने एक बार फिर अपनी स्पिन गेंदबाजी का लोहा मनवाया, जबकि एमी जोन्स ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को स्थिरता प्रदान की। भारत के लिए यह एक निराशाजनक हार थी, खासकर उनकी बल्लेबाजी का स्पिन के सामने ढह जाना चिंता का विषय है। अब सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है, और अगला मैच निर्णायक होगा, जिसमें दोनों टीमें जीत के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा देंगी। क्रिकेट प्रेमियों को एक और रोमांचक मुकाबले का इंतजार रहेगा!

संक्षिप्त स्कोर:
भारत: 143/8 (29 ओवर) (स्मृति मंधाना 42, दीप्ति शर्मा 30*; सोफी एक्लेस्टोन 3-27, एम आर्लोट 2-26)
इंग्लैंड: 116/2 (21 ओवर) (एमी जोन्स 46*, टैमी ब्यूमोंट 34; स्नेह राणा 1-12) – DLS विधि से 8 विकेट से जीत
प्रमोद विश्वनाथ

बेंगलुरु के वरिष्ठ खेल पत्रकार प्रमोद विश्वनाथ फुटबॉल और एथलेटिक्स के विशेषज्ञ हैं। आठ वर्षों के अनुभव ने उन्हें एक अनूठी शैली विकसित करने में मदद की है।

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