मैच का सारांश (पहला दिन): पाकिस्तान 313/5 बनाम दक्षिण अफ्रीका
मुख्य स्कोरर: इमाम-उल-हक 93, शान मसूद 76, मोहम्मद रिजवान 62*, सलमान आगा 52*
मुख्य गेंदबाज: मुथुसामी 2-101 (द.अ.)
क्रिकेट प्रेमियों के लिए 2025 का यह अक्टूबर महीना एक रोमांचक आगाज लेकर आया है। लाहौर के ऐतिहासिक गद्दाफी स्टेडियम में, जहां क्रिकेट का जुनून रग-रग में बसता है, पाकिस्तान और विश्व टेस्ट चैंपियन दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट का पहला दिन मेजबानों के नाम रहा। पाकिस्तान ने बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 313 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया, जिसमें चार बल्लेबाजों ने अर्धशतकीय पारियां खेलकर अपनी छाप छोड़ी। यह सिर्फ रनों का आंकड़ा नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प, जुझारूपन और मौके को भुनाने की कहानी है।
इमाम और मसूद का शानदार आगाज: नींव मजबूत
दिन की शुरुआत में अब्दुल्ला शफीक के जल्दी आउट होने के बाद, इमाम-उल-हक और कप्तान शान मसूद ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर 161 रनों की शानदार साझेदारी की, जिसने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए। इमाम ने जहां अपने चौथे टेस्ट शतक से महज सात रन दूर (93) रह गए, वहीं मसूद ने 76 रनों की दमदार पारी खेली। लाहौर की पिच, जिस पर पहले दिन से ही स्पिनरों को मदद मिल रही थी, पर इन दोनों बल्लेबाजों ने धैर्य और कलात्मकता का अद्भुत मिश्रण दिखाया। उन्होंने प्रोटियाज के अनुभवहीन स्पिन तिकड़ी – मुथुसामी, हार्मन और सुब्रायन – को बखूबी खेला, भले ही यह जोड़ी कई बार रिव्यू और भाग्य के सहारे भी आगे बढ़ी।
विश्व चैंपियन का संघर्ष और फील्डिंग की “चमक”
दक्षिण अफ्रीका, जिसे विश्व टेस्ट चैंपियन का खिताब हासिल है, के लिए यह दिन कुछ खास नहीं रहा। उनकी टीम में तीन स्पिनर और दो तेज गेंदबाज थे, जिनमें से स्पिनरों के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव की कमी थी। उन्होंने 74 ओवरों में 248 रन दिए और 4 विकेट चटकाए, जो उनकी मेहनत का सबूत तो था, लेकिन यह भी दिखाता था कि पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने उन पर दबाव बनाए रखा। लेकिन सबसे बड़ी कहानी जो सामने आई, वह थी दक्षिण अफ्रीका की कैचिंग। उन्होंने पूरे दिन में चार आसान कैच छोड़े! यह सोचकर ही हैरानी होती है कि एक विश्व चैंपियन टीम इतने अहम मौके कैसे गंवा सकती है। ये छोड़े गए कैच सिर्फ रन नहीं, बल्कि मैच पर पकड़ ढीली करने के मौके थे। एक समय पाकिस्तान 199/2 से 199/5 हो गया था, लेकिन इन कैचों ने उन्हें वापसी का मौका दिया।
मध्य क्रम की अस्थिरता और बाबर आजम का दुर्भाग्य
चाय के अंतराल के इर्द-गिर्द पाकिस्तान ने तीन विकेट गंवा दिए, वह भी बिना कोई रन जोड़े। कप्तान बाबर आजम जब क्रीज पर आए, तो मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। लेकिन उनकी 21 रनों की तेज पारी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से समाप्त हुई, जब हार्मन की गेंद पर वह एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। इस समय लगा कि दक्षिण अफ्रीका मैच में वापसी कर रहा है, लेकिन अभी कहानी बाकी थी।
संकटमोचक रिजवान और आगा: दिन के नायक
संकटमोचक बनकर उभरे मोहम्मद रिजवान और सलमान आगा ने छठे विकेट के लिए 114 रनों की नाबाद साझेदारी कर दिन का खेल समाप्त किया। रिजवान ने 62* रन बनाए, वहीं आगा ने भी शानदार 52* रनों का योगदान दिया। इस जोड़ी ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को फिर से हताश किया। रिजवान को भी एक बार एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया था, लेकिन रिव्यू ने उन्हें बचा लिया। फिर एक बार कैच का मौका आया जब आगा ने मुथुसामी की गेंद पर किनारा लगाया, लेकिन कीपर वेरेने और स्लिप में खड़े मार्कराम के बीच तालमेल की कमी से वह कैच भी छूट गया। ऐसा लग रहा था मानो भाग्य भी पाकिस्तान के साथ खड़ा था, या शायद दक्षिण अफ्रीका के क्षेत्ररक्षकों के हाथ में कुछ कमी थी!
निष्कर्ष: पाकिस्तान का पलड़ा भारी
पहले दिन का खेल समाप्त होने पर पाकिस्तान ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। लाहौर की पिच पर स्पिनरों को लगातार मदद मिल रही है और दूसरे दिन यह और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। दक्षिण अफ्रीका को न केवल पाकिस्तान के निचले क्रम के विकेट लेने होंगे, बल्कि अपनी फील्डिंग में भी सुधार करना होगा, नहीं तो यह टेस्ट मैच उनके लिए और भी मुश्किल हो जाएगा। पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने पहले दिन जो नींव रखी है, उस पर एक बड़ा स्कोर खड़ा करने की उम्मीद है, जो इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप श्रृंखला में उन्हें एक महत्वपूर्ण बढ़त दिला सकता है।