लंदन में शतरंज के युवा सितारे: एक नई पीढ़ी का उदय

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लंदन इन दिनों शतरंज की दुनिया के सबसे रोमांचक आयोजनों में से एक, फीडे वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज़ टीम चैंपियनशिप 2025 का गवाह बन रहा है। 10 से 16 जून तक चलने वाले इस टूर्नामेंट का यह तीसरा संस्करण है, जिसमें इस साल ब्लिट्ज़ प्रारूप को भी जोड़ा गया है और पुरस्कार राशि के साथ-साथ टीमों की संख्या भी बढ़ाई गई है। कुल 55 टीमें इस महामुकाबले में भाग ले रही हैं, जिनमें कई जाने-माने ग्रैंडमास्टर शामिल हैं। लेकिन इस साल की सबसे खास बात है युवा प्रतिभाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति। लंदन के इतिहास में यह निश्चित रूप से सबसे बड़ी और मजबूत शतरंज सभाओं में से एक है।

दिलचस्प बात यह है कि टूर्नामेंट के नियमों में युवा खिलाड़ियों को शामिल करने की कोई बाध्यता नहीं थी, फिर भी कई टीमों ने ऐसा करने का फैसला किया। यह दर्शाता है कि शतरंज की दुनिया किस तेज़ी से बदल रही है और नई पीढ़ी कितनी दमदार तरीके से दस्तक दे रही है। ये युवा खिलाड़ी सिर्फ बोर्ड पर जगह भरने के लिए नहीं आए हैं; वे सीधे तौर पर खेल के परिणामों को प्रभावित कर रहे हैं। 9 साल के सरबर्थो मणि जैसी विलक्षण प्रतिभाएं `फ्रीडम` जैसी मजबूत और पसंदीदा टीमों का हिस्सा हैं, तो वहीं 10 साल के रोमन शोग्दझिएव `रूकीज` टीम के लिए खेल रहे हैं, जो पिछले संस्करणों में भी अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है। इन बच्चों की उम्र भले ही कम हो, लेकिन उनका खेल बताता है कि उनका दिमाग शतरंज की बिसात पर दशकों का अनुभव रखने वाले दिग्गजों से कम नहीं चलता।

आइए नज़र डालते हैं लंदन में अपनी चमक बिखेरने को तैयार कुछ ऐसे ही उभरते युवा शतरंज धुरंधरों पर:

श्रेयस रॉयल (16 वर्ष)
इंग्लैंड के शतरंज खिलाड़ी श्रेयस रॉयल

इंग्लैंड के इस युवा ग्रैंडमास्टर का जन्म 9 जनवरी 2009 को हुआ। 20 अगस्त 2024 को, 15 साल 7 महीने की उम्र में, वह सबसे कम उम्र के ब्रिटिश खिलाड़ी बने जिन्हें ग्रैंडमास्टर का प्रतिष्ठित खिताब मिला। उन्होंने 2023 फीडे ग्रैंड स्विस और 2024 ब्रिटिश शतरंज चैंपियनशिप जैसे बड़े टूर्नामेंटों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वह `रूकीज` टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

डेबोराह क्विकपेन (13 वर्ष)
नाइजीरिया की शतरंज खिलाड़ी डेबोराह क्विकपेन

नाइजीरिया से आकर `मदर कॉन्टिनेंट` टीम के लिए खेल रही डेबोराह ने महज़ तीन साल की उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था! 2023 में, 11 साल की उम्र में, वह नाइजीरियाई शतरंज चैंपियन बनने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनकर इतिहास रच चुकी हैं। राष्ट्रीय खिताब जीतने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्ति होने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है।

बोधना शिवानंदम (10 वर्ष)
इंग्लैंड की शतरंज खिलाड़ी बोधना शिवानंदम

इंग्लैंड की यह महिला फीडे मास्टर `ई-थेरेप्यूटिक्स` टीम में हैं। बोधना ने 2020 के लॉकडाउन के दौरान शतरंज सीखा और तेज़ी से आगे बढ़ीं। मार्च 2022 तक, उन्होंने यूरोपीय अंडर-8 रैपिड और ब्लिट्ज़ चैंपियनशिप में रजत पदक जीत लिए थे। जुलाई 2024 में, बोधना किसी भी खेल में इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए चुनी जाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं, जब उन्होंने बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में देश का प्रतिनिधित्व किया।

रोमन शोग्दझिएव (10 वर्ष)
शतरंज खिलाड़ी रोमन शोग्दझिएव

`रूकीज` टीम के एक और महत्वपूर्ण सदस्य, रोमन का जन्म 4 फरवरी 2015 को हुआ। इस टूर्नामेंट से ठीक पहले, 25 मई को, उन्होंने 10 साल 3 महीने और 21 दिन की उम्र में सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल मास्टर बनकर इतिहास रचा। इससे पहले, दिसंबर 2023 में, महज़ आठ साल की उम्र में, वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज़ चैंपियनशिप में पांच ग्रैंडमास्टर को हराकर वह पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गए थे।

फॉस्टिनो ओरो (11 वर्ष)
अर्जेंटीना के शतरंज खिलाड़ी फॉस्टिनो ओरो

`टर्किश एयरलाइंस स्पोर्ट्स क्लब` के लिए खेल रहे अर्जेंटीना के इस इंटरनेशनल मास्टर का जन्म 14 अक्टूबर 2013 को हुआ। 2023 में, वह 2300 की क्लासिकल रेटिंग हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। मार्च 2024 में, उन्होंने एक ऑनलाइन बुलेट ब्रॉल टूर्नामेंट में स्वयं मैग्नस कार्लसन को हराया, जो एक अविश्वसनीय उपलब्धि थी। मई 2025 तक, उनके नाम सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल मास्टर होने का रिकॉर्ड भी था।

सोफिया ब्लोखिन (19 वर्ष)
एस्टोनिया की शतरंज खिलाड़ी सोफिया ब्लोखिन

`ओलाला स्टार्स` टीम से एस्टोनिया की महिला फीडे मास्टर सोफिया का जन्म 27 मार्च 2006 को हुआ। वह गर्ल्स अंडर-18 श्रेणी में मौजूदा वर्ल्ड रैपिड चैंपियन (2024) हैं और कई यूरोपीय चैंपियनशिप जीत चुकी हैं। उन्होंने दो शतरंज ओलंपियाड में भी अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है, जो उनकी अनुभव और क्षमता को दर्शाता है।

ज़सोका गाल (18 वर्ष)
हंगरी की शतरंज खिलाड़ी ज़सोका गाल

`टीम हंगरी` की यह महिला ग्रैंडमास्टर हंगरी से हैं। ज़सोका का जन्म 2 मई 2007 को हुआ और नवंबर 2024 में उन्होंने महिला ग्रैंडमास्टर (WGM) का खिताब हासिल किया। वह 2016 यूरोपीय यूथ चैंपियन (अंडर-10 गर्ल्स) और 2021 ऑनलाइन वर्ल्ड यूथ चैंपियन (अंडर-14 गर्ल्स) जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियां अपने नाम कर चुकी हैं।

मार्क`एंड्रिया मौरिज़ी (18 वर्ष)
फ्रांस के शतरंज खिलाड़ी मार्क`एंड्रिया मौरिज़ी

`नाइट डांस` टीम से खेल रहे फ्रांस के इस ग्रैंडमास्टर का जन्म 16 मई 2007 को हुआ। मई 2021 में, 14 साल 5 दिन की उम्र में, वह सबसे कम उम्र के फ्रेंच GM बने। 2023 में, उन्होंने वर्ल्ड जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में पहला स्थान साझा किया। फरवरी 2025 में, उन्होंने डीजेरबा मास्टर्स टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की, जहां उनकी प्रदर्शन रेटिंग 2898 रही, जो बेहद प्रभावशाली है।

यागिज़ कान एर्दोग्मुश (13 वर्ष)
तुर्की के शतरंज खिलाड़ी यागिज़ कान एर्दोग्मुश

`जनरेशन XYZA` टीम के तुर्की ग्रैंडमास्टर यागिज़ का जन्म 3 जून 2011 को हुआ। अप्रैल 2024 में, 12 साल 10 महीने की उम्र में, उन्होंने ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया, जो एक और कम उम्र में GM बनने का रिकॉर्ड है। सितंबर 2024 में, वह 2600 एलो रेटिंग पार करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। यह उपलब्धि दर्शाती है कि वह कितनी तेज़ी से विश्व शतरंज पटल पर अपनी जगह बना रहे हैं।

प्रणव वेंकटेश (18 वर्ष)
भारत के शतरंज खिलाड़ी प्रणव वेंकटेश

भारत के लिए `टीम MGD1` का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रणव का जन्म 13 अक्टूबर 2006 को हुआ। वह 2022 में भारत के 75वें ग्रैंडमास्टर बने। हाल ही में, मार्च 2025 में, उन्होंने वर्ल्ड जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया। उनके नाम फीडे वर्ल्ड यूथ रैपिड और ब्लिट्ज़ चैंपियनशिप के अंडर-18 वर्ग में दो स्वर्ण पदक भी हैं, जो उनकी प्रतिभा का प्रमाण है।

सरबर्थो मणि (9 वर्ष)
भारत के शतरंज खिलाड़ी सरबर्थो मणि

`फ्रीडम` टीम के खिलाड़ी सरबर्थो मणि का जन्म 2016 में हुआ। इस कम उम्र में ही वह विश्वनाथन आनंद जैसे दिग्गज खिलाड़ी वाली टीम में शामिल हैं। महज़ सात साल की उम्र में, उन्होंने 2023 में 36वीं राष्ट्रीय अंडर-7 ओपन चैंपियनशिप 9/9 के परफेक्ट स्कोर के साथ जीतकर अपनी क्षमता का परिचय दिया था।

ये युवा प्रतिभाएं सिर्फ अपने लिए नहीं खेल रही हैं, बल्कि वे दुनिया को यह भी दिखा रही हैं कि शतरंज का भविष्य कितना उज्ज्वल और ऊर्जावान है। लंदन में चल रहा यह टूर्नामेंट सिर्फ एक बड़ी प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह अगली पीढ़ी के उन सुपरस्टारों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जो आने वाले दशकों में शतरंज की दुनिया पर राज कर सकते हैं। इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन निश्चित रूप से शतरंज के विकास की दिशा को प्रभावित करेगा। शतरंज प्रेमियों के लिए यह इन उभरते धुरंधरों को करीब से खेलते हुए देखने का एक अविस्मरणीय अवसर है।

निरव धनराज

दिल्ली के प्रतिभाशाली खेल पत्रकार निरव धनराज हॉकी और बैडमिंटन के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उनकी रिपोर्टिंग में खिलाड़ियों की मानसिकता की गहरी समझ झलकती है।

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