लखनऊ में खेले जा रहे भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच दूसरे अनौपचारिक टेस्ट मैच का पहला दिन रोमांच और दांव-पेंच से भरा रहा। एक तरफ भारतीय स्पिनर मानव सुथार अपनी फिरकी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को नचाते रहे और शानदार पाँच विकेट अपने नाम किए, वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान नाथन मैक्स्वीनी और युवा जैक एडवर्ड्स ने जुझारू अर्धशतकीय पारियों से अपनी टीम को मुश्किल से उबारा। दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ए ने 9 विकेट पर 350 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर दिया था, जो इस मैच को और भी दिलचस्प बना देता है।
मानव सुथार की फिरकी का जादू
भारत ए के लिए लेफ्ट-आर्म स्पिनर मानव सुथार ने अपनी सटीकता और गेंद को घुमाने की क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया और भारतीय आक्रमण का नेतृत्व करते हुए 28 ओवर में 93 रन देकर 5 महत्वपूर्ण विकेट झटके। सुथार ने न केवल निचले क्रम के बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा, बल्कि अहम समय पर विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया ए को बड़े स्कोर की ओर बढ़ने से रोकने का प्रयास भी किया। उनकी यह `फिफर` निश्चित रूप से भारत ए के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी और उन्होंने दिखा दिया कि वह भविष्य के लिए एक उज्ज्वल संभावना हैं।
ऑस्ट्रेलिया ए की लड़खड़ाती शुरुआत और मैक्स्वीनी का धैर्य
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ए की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। कैम्पबेल केलवे (9) जल्दी पवेलियन लौट गए। इसके बाद सैम कॉन्स्टास ने 40 रन बनाकर कुछ उम्मीदें जगाईं, लेकिन मोहम्मद सिराज ने उन्हें भी आउट कर दिया। कप्तान नाथन मैक्स्वीनी ने एक छोर संभाला और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने 74 रनों की एक महत्वपूर्ण पारी खेली, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से ज्यादा समर्थन नहीं मिल रहा था। ओलिवर पीक और कूपर कोनोली भी जल्दी-जल्दी सुथार का शिकार बन गए, जिससे ऑस्ट्रेलिया ए 150/4 के स्कोर पर मुश्किल में दिखी।
विशेष टिप्पणी: क्रिकेट में अक्सर कहा जाता है कि `एक अच्छी साझेदारी मैच का रुख बदल सकती है`। आज के दिन ऑस्ट्रेलिया ए के लिए ऐसा ही कुछ जैक एडवर्ड्स ने किया, जिन्होंने मुश्किल वक्त में न सिर्फ रन बनाए बल्कि भारतीय गेंदबाजों पर दबाव भी बनाया।
जैक एडवर्ड्स का तूफानी पलटवार
जब ऑस्ट्रेलिया ए 214/6 पर संघर्ष कर रही थी, तब युवा जैक एडवर्ड्स ने मोर्चा संभाला। उन्होंने केवल 78 गेंदों पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से शानदार 88 रन की पारी खेली। उनकी यह पारी न सिर्फ तेज थी, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई पारी को ढहने से बचाने वाली भी थी। एडवर्ड्स ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं, खासकर टॉड मर्फी के साथ नौवें विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया ए को 300 के पार पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने भारतीय गेंदबाजों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर इस युवा को कैसे रोका जाए।
दिन के अंत तक रोमांच
एडवर्ड्स भले ही अपने शतक से चूक गए और गुरनूर बरार का शिकार बने, लेकिन तब तक उन्होंने अपना काम बखूबी कर दिया था। दिन का खेल खत्म होने तक टॉड मर्फी और हेनरी थॉर्नटन ने मिलकर 21 रन की अटूट साझेदारी कर ली थी, जिससे ऑस्ट्रेलिया ए ने 350/9 का स्कोर बना लिया। यह स्कोर निश्चित रूप से भारत ए के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, खासकर तब जब पिच पर थोड़ी और मदद मिलने लगे। पहले दिन का यह खेल दोनों टीमों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आया, जहाँ भारतीय गेंदबाजों ने अपनी छाप छोड़ी, वहीं ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने हार न मानने का जज्बा दिखाया।
संक्षिप्त स्कोर:
ऑस्ट्रेलिया ए 350/9 (जैक एडवर्ड्स 88, नाथन मैक्स्वीनी 74, सैम कॉन्स्टास 40; मानव सुथार 5-93, गुरनूर बरार 2-71) बनाम भारत ए।
अगले दिन यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत ए की बल्लेबाजी किस तरह से इस स्कोर का जवाब देती है और क्या मानव सुथार की शानदार गेंदबाजी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ए की बल्लेबाजी उनके लिए पर्याप्त साबित होगी। इस अनौपचारिक टेस्ट मैच में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है!