आईसीसी महिला विश्व कप 2025/26 का बिगुल बज चुका है, और पहले ही मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को एक यादगार भिड़ंत देखने को मिली। इंदौर के होलकर स्टेडियम में, जहाँ एक ओर ऑस्ट्रेलिया की एशले गार्डनर ने अपने शानदार शतक से टीम को संकट से उबारा और जीत की राह दिखाई, वहीं न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन का जुझारू शतक उनकी टीम को हार से बचाने में नाकाम रहा। यह मैच सिर्फ अंकों की दौड़ नहीं था, बल्कि धैर्य, आक्रामकता और दृढ़ संकल्प की एक रोमांचक गाथा थी, जिसे इंदौर ने पहली बार महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करके और भी खास बना दिया।
मैच का संक्षिप्त विवरण:
- ऑस्ट्रेलिया: 326 रन (50 ओवर में)
- प्रमुख स्कोरर: एशले गार्डनर 115 (83 गेंद), फोबे लिचफील्ड 45 (65 गेंद)
- प्रमुख गेंदबाज: ली ताहुहू 3/42
- न्यूजीलैंड: 237 रन (43.2 ओवर में)
- प्रमुख स्कोरर: सोफी डिवाइन 111 (103 गेंद)
- प्रमुख गेंदबाज: सोफी मोलिनक्स 3/25, एनाबेल सदरलैंड 3/26
- परिणाम: ऑस्ट्रेलिया 89 रनों से विजयी।
ऑस्ट्रेलिया की पारी: संकटमोचक गार्डनर का धमाल
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। एलिसा हीली और फोबे लिचफील्ड ने सधी हुई शुरुआत दी, लेकिन हीली के जल्दी पवेलियन लौटने के बाद लिचफील्ड ने एलिसे पेरी के साथ मिलकर पारी को संभाला। लिचफील्ड अपने फुटवर्क का शानदार इस्तेमाल कर रही थीं और बड़े शॉट लगा रही थीं, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने पावरप्ले तक 81/1 का स्कोर बना लिया। लग रहा था कि वह एक बड़े स्कोर की नींव रखेंगी।
लेकिन नौवें ओवर में न्यूजीलैंड की अमेलिया केर के आगमन ने खेल का रुख पलटा। उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर एक बेहतरीन गुगली से लिचफील्ड (45) को बोल्ड कर दिया। यह विकेट केर के करियर का 100वाँ एकदिवसीय विकेट भी था, जो उनकी शानदार उपलब्धि थी। इस विकेट के बाद न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। 11वें से 17वें ओवर के बीच महज 20 रन बने, और अनुभवी ली ताहुहू ने पेरी के विकेट के साथ एक छोटी सी गिरावट की शुरुआत की। एनाबेल सदरलैंड और बेथ मूनी भी जल्दी आउट हो गईं, और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर देखते ही देखते 128/5 हो गया। टीम गहरे संकट में थी।
यहीं से मंच तैयार हुआ एशले गार्डनर के लिए। उन्होंने एक ऐसे समय में क्रीज पर कदम रखा जब ऑस्ट्रेलिया को एक चमत्कार की जरूरत थी, और उन्होंने वही करके दिखाया। गार्डनर ने शुरुआती गेंद से ही आक्रामक रुख अपनाया, स्पिनरों और तेज गेंदबाजों, दोनों पर जमकर प्रहार किया। केर के खिलाफ लॉन्ग ऑफ पर लगाया गया उनका शानदार छक्का, जिसने उनका 43 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया, उनकी आक्रामक शैली का परिचायक था। विकेट गिरते रहे, लेकिन गार्डनर ने अपना गियर नहीं बदला और सिर्फ अगली 34 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। इंदौर के लगभग 9000 दर्शकों से भरे मैदान में, जो पहली बार किसी महिला एकदिवसीय मैच की मेजबानी कर रहा था, गार्डनर ने अपनी 115 रनों की 83 गेंदों की तूफानी पारी का जश्न मनाया। इस पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 326 रनों के विशाल स्कोर तक पहुँचाया, जो महिला एकदिवसीय क्रिकेट में एक रिकॉर्ड तोड़ने वाली चुनौती थी।
एशले गार्डनर का 77 गेंदों में शानदार शतक, जिसने ऑस्ट्रेलिया को संकट से उबारा।
न्यूजीलैंड की चुनौती: डिवाइन का अकेला संघर्ष और मोलिनक्स की वापसी
327 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। पहले ही ओवर में जॉर्जिया प्लिमर एक गलत तालमेल के चलते बिना कोई गेंद खेले रन आउट हो गईं, जिससे टीम पर शुरुआती दबाव आ गया। चोट से वापसी कर रहीं बाएं हाथ की स्पिनर सोफी मोलिनक्स ने शानदार वापसी करते हुए अपने पहले ही ओवर में अनुभवी सुजी बेट्स को शून्य पर आउट कर न्यूजीलैंड को और गहरे संकट में डाल दिया। 9 ओवर के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर केवल 24/2 था।
अमेलिया केर ने डार्सी ब्राउन के खिलाफ कुछ चौके लगाकर दबाव कम करने की कोशिश की, लेकिन एनाबेल सदरलैंड और अलाना किंग की कसी हुई गेंदबाजी के सामने रन बनाना मुश्किल हो गया। केर ने संघर्षपूर्ण 33 रन (55 गेंद) बनाए, लेकिन किंग का शिकार बनीं। एक छोर पर सोफी डिवाइन मजबूती से डटी हुई थीं। उन्होंने गार्डनर के खिलाफ लॉन्ग ऑन पर शानदार छक्का लगाकर पारी का पहला सिक्स जड़ा और जल्द ही अपना 69 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा था। ब्रुक हॉलडे ने कुछ देर उनका साथ दिया, लेकिन किंग ने उन्हें भी 28 रनों पर चलता किया।
जैसे-जैसे आवश्यक रन रेट बढ़ता गया, डिवाइन ने अपनी पारी को गति दी। डार्सी ब्राउन के एक ओवर में चार लगातार चौके लगाकर उन्होंने 90 के आंकड़े को पार किया। टीम को 54 गेंदों पर 107 रनों की आवश्यकता थी, और विकेट लगातार गिरते जा रहे थे, लेकिन डिवाइन ने अपना संयम बनाए रखा और डीप मिडविकेट पर एक और छक्का लगाकर अपना नौवाँ एकदिवसीय शतक पूरा किया। यह एक शानदार व्यक्तिगत उपलब्धि थी, लेकिन जैसा कि क्रिकेट अक्सर दिखाता है, व्यक्तिगत चमक से ऊपर सामूहिक प्रदर्शन का पलड़ा भारी होता है।
सोफी डिवाइन का जुझारू शतक उनकी टीम को जीत दिलाने में असफल रहा।
मैच का अंतिम मोड़ 43वें ओवर में आया, जब एनाबेल सदरलैंड ने एक ही ओवर में सोफी डिवाइन, जेस केर और ईडन कार्सन को आउट कर न्यूजीलैंड की रही-सही उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया। मोलिनक्स ने अगले ओवर में शेष विकेट लेकर न्यूजीलैंड की पारी को 237 रनों पर समेट दिया और 3/25 के शानदार आंकड़े के साथ अपनी वापसी को यादगार बनाया, जिससे यह साबित हो गया कि चोट के बाद उनकी वापसी कितनी महत्वपूर्ण थी।
निष्कर्ष: ऑस्ट्रेलिया की विजयी शुरुआत और महिला क्रिकेट का बढ़ता कद
डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी महिला विश्व कप 2025/26 की शुरुआत एक मजबूत और निर्णायक जीत के साथ की है। एशले गार्डनर की अद्भुत पारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट में एक अजेय शक्ति है। वहीं, सोफी डिवाइन के शतक ने न्यूजीलैंड के जुझारू तेवर दिखाए, लेकिन यह ऑस्ट्रेलिया के संगठित प्रदर्शन के सामने कमजोर पड़ गया। इंदौर के लिए यह एक गर्व का क्षण था, जिसने सफलतापूर्वक एक अंतरराष्ट्रीय महिला एकदिवसीय मैच की मेजबानी की और क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को एक बार फिर साबित किया। यह मैच टूर्नामेंट के आगे के मुकाबलों के लिए एक उच्च मानदंड स्थापित करता है और महिला क्रिकेट के बढ़ते कद और उसकी रोमांचक प्रकृति को बखूबी दर्शाता है। दर्शकों ने दो शानदार शतकों का लुत्फ उठाया, भले ही जीत का सेहरा एक ही टीम के सिर बंधा हो।