कोलंबो के आसमान में न केवल बादल मंडरा रहे हैं, बल्कि महिला विश्व कप 2025/26 के 18वें मुकाबले में श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक जबरदस्त रोमांच की कहानी भी तैयार हो रही है। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने और अपने भाग्य को खुद लिखने का एक निर्णायक पल है। और हां, इस कहानी का एक और `खिलाड़ी` भी है, जो मैच के नतीजे को किसी भी कप्तान से ज्यादा प्रभावित कर सकता है: कोलंबो की अप्रत्याशित बारिश।
भाग्य की अप्रत्याशित पिच: श्रीलंका की उम्मीदें
कोलंबो में आजकल क्रिकेट से ज्यादा मौसम की चर्चा होती है, और इस विश्व कप में बारिश ने कई टीमों की किस्मत पलटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जहां पाकिस्तान ने बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत को बारिश के कारण धोया हुआ पाया, वहीं श्रीलंका ने इसके दोनों पहलू देखे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ, निलक्षिका सिल्वा की शानदार पारी से जीत की उम्मीद जगी, लेकिन बारिश ने उसे छीन लिया। इसके विपरीत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, बारिश ने उन्हें एक महत्वपूर्ण अंक दिला दिया, जिसे वे शायद ही जीत पाते।
इसका मतलब है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसे टूर्नामेंट के सबसे मजबूत विरोधियों का सामना करने के बावजूद, श्रीलंका बिना किसी जीत के भी दो अंक हासिल कर चुका है। अब उनके सामने ऐसी टीमें हैं, जिनके खिलाफ वे जीत की उम्मीद कर सकते हैं। शुक्रवार को एक जीत उन्हें सेमीफाइनल की दौड़ में अप्रत्याशित रूप से आगे बढ़ा सकती है। यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि खोई हुई प्रतिष्ठा और भविष्य की संभावनाओं को पुनः प्राप्त करने का मौका है।
अंकों की दौड़: दक्षिण अफ्रीका का दबदबा
दक्षिण अफ्रीका ने खुद को `डार्क हॉर्स` साबित किया है। इंग्लैंड से शुरुआती हार के बाद, उन्होंने लगातार तीन मैच जीते हैं, जिसमें भारत पर एक महत्वपूर्ण जीत भी शामिल है। कोलंबो में एक और जीत उन्हें आठ अंकों तक पहुंचा देगी, और उनके पास सेमीफाइनल में एक पैर रखने का अच्छा मौका होगा, जबकि दो और मैच शेष होंगे।
हालांकि, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच महिला वनडे इंटरनेशनल (WODI) का हेड-टू-हेड रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में भारी दिखता है (16 जीत बनाम 6 हार), लेकिन हालिया प्रदर्शन कुछ और ही कहानी कहता है। 2024 की शुरुआत से उनके पिछले पांच मुकाबलों में दोनों टीमों ने दो-दो जीत साझा की हैं। इनमें से दो मैच इस साल की शुरुआत में आर. प्रेमदासा स्टेडियम में हुए थे, जहां दोनों टीमों ने एक-एक जीत हासिल की। तो, इस विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका का कोलंबो में यह पहला मैच भले ही हो, इन दोनों टीमों को अलग करना टॉस के सिक्के या शायद मौसम देवताओं पर ही निर्भर करेगा।
निगाहें इन पर: चमकते सितारे
- निलक्षिका सिल्वा (श्रीलंका): खेत्तरमा में पहले बल्लेबाजी करते हुए छह WODI में श्रीलंका केवल दो बार 200 का आंकड़ा पार कर पाया है (1999 और मंगलवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ)। मंगलवार को ही उन्होंने पहली बार 250 से अधिक का स्कोर बनाया, जो निलक्षिका सिल्वा की 28 गेंदों में 55 रन की तूफानी पारी के बिना संभव नहीं होता। सिल्वा का यह देर से करियर का पुनरुत्थान उन्हें 2024 की शुरुआत से 44.50 की औसत और 84.89 की स्ट्राइक रेट के साथ नंबर छह पर बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की तीसरी सबसे सफल बल्लेबाज बना चुका है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात पारियों में उनका औसत 46.25 है, जो उनके करियर औसत 29.27 से काफी ऊपर है।
- लौरा वुलवार्ट (दक्षिण अफ्रीका): टूर्नामेंट में वुलवार्ट का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता गया है। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद, उन्होंने भारत को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और फिर बांग्लादेश के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए एक स्थिर शुरुआत दी। यह खबर श्रीलंकाई खेमे के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि वुलवार्ट लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही हैं। श्रीलंका के खिलाफ 10 WODI में वुलवार्ट ने 91 के चौंकाने वाले औसत और 80.88 की स्ट्राइक रेट से 546 रन बनाए हैं। इससे भी प्रभावशाली बात यह है कि वह इस दौरान केवल छह बार आउट हुई हैं, जबकि वह पारी की शुरुआत करती हैं।
टीमों की रणनीति और संभावित एकादश
श्रीलंका ने पिछले मैच में अपनी गेंदबाजी लाइनअप में बदलाव किया था, लेकिन उसे परखने का मौका नहीं मिला। उनकी बल्लेबाजी अब लय में आ चुकी है, इसलिए संभव है कि वे अपरिवर्तित एकादश के साथ मैदान में उतरें।
श्रीलंका (संभावित): चमारी अथापथु (कप्तान), हसिनी परेरा, विश्मी गुणरत्ने, हर्षिता समरविक्रमा, कविषा दिलहारी, निलक्षिका सिल्वा, अनुष्का संजीवनी (विकेटकीपर), पियूमी वत्सला, सुगंधिका कुमारी, मलकी मदारा, इनोका रणवीरा
जीतने वाले संयोजन को न बदलना एक पुरानी कहावत है। इसलिए दक्षिण अफ्रीका इस मैच में ज्यादा प्रयोग नहीं करेगी।
दक्षिण अफ्रीका (संभावित): लौरा वुलवार्ट (कप्तान), तज़मिन ब्रिट्स, एनेके बॉश, एनेरी डेरक्सें, मारिज़ाने कैप, सिनालो जाफ़्टा, क्लो ट्र्योन, नादिन डी क्लर्क, मसाबाता क्लास, नॉनकुलुलेको म्लाबा, तुमी सेखुखुने
पिच और मौसम: क्रिकेट का अदृश्य हाथ
कोलंबो में हाल ही में बारिश एक नियमित मेहमान रही है और शुक्रवार के पूर्वानुमान से पता चलता है कि यह सिलसिला जारी रहेगा, दोपहर और शाम को बारिश की उम्मीद है। पिच की स्थिति ऐसी रहने की उम्मीद है कि खेल आगे बढ़ने के साथ बल्लेबाजी मुश्किल होती जाएगी, शुरुआत में तेज गेंदबाजों के लिए कुछ मदद होगी और बाद में स्पिनर्स हावी होंगे। इस पिच पर टॉस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, और टीमें पहले गेंदबाजी करना पसंद कर सकती हैं ताकि बाद में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न नियम का दबाव कम हो सके।
रोचक आंकड़े और रिकॉर्ड्स
- चमारी अथापथु 4000 WODI रनों से सिर्फ 12 रन दूर हैं, और 50 WODI विकेटों से चार विकेट दूर हैं।
- लौरा वुलवार्ट के श्रीलंका के खिलाफ 546 रन WODI में सक्रिय बल्लेबाजों में तीसरे सबसे ज्यादा हैं, जो सूज़ी बेट्स (551) और स्मृति मंधाना (622) के पीछे हैं।
“हम बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं, बस एक-एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं। मुख्य ध्यान पिछले मैच की लय को इस मैच में ले जाने पर है, और मुझे लगता है कि अगर हम ऐसा करते हैं तो हम अच्छा कर सकते हैं।” – निलक्षिका सिल्वा, श्रीलंका के अंतिम तीन मैचों में अपनी टीम की संभावनाओं पर।
“एक टीम के रूप में हम खिलाड़ियों को जानते हैं, खासकर एक गेंदबाज के रूप में। कहां गेंदबाजी करनी है, उनकी ताकत और कमजोरियां क्या हैं। इसलिए हम बहुत सकारात्मक होकर जा रहे हैं।” – नॉनकुलुलेको म्लाबा, इस साल की शुरुआत में श्रीलंका में दक्षिण अफ्रीका की त्रि-श्रृंखला के अनुभव से मिलने वाली मदद पर।
कोलंबो में होने वाला यह मुकाबला सिर्फ आंकड़ों और रणनीति का खेल नहीं है, बल्कि खिलाड़ियों के धैर्य, दृढ़ संकल्प और अप्रत्याशित परिस्थितियों से निपटने की क्षमता का भी इम्तिहान होगा। बारिश हो या धूप, एक बात तो तय है: यह मैच महिला विश्व कप में सेमीफाइनल की तस्वीर को काफी हद तक साफ कर देगा। कौन सी टीम अपनी किस्मत खुद लिखेगी और कौन मौसम के भरोसे बैठेगी, यह देखने के लिए हमें शुक्रवार का इंतजार करना होगा।
