महिला विश्व कप में बांग्लादेश का धमाकेदार आगाज: पाकिस्तान को दी करारी शिकस्त!

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क्रिकेट के मैदान पर जब दो प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने होते हैं, तो हर गेंद एक कहानी कहती है। ऐसी ही एक रोमांचक और यादगार कहानी कोलंबो के मैदान पर लिखी गई, जहाँ बांग्लादेश की महिला टीम ने अपने विश्व कप अभियान का आगाज पाकिस्तान पर 7 विकेट की शानदार जीत के साथ किया। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि दृढ़ संकल्प, रणनीति और शानदार प्रदर्शन का बेजोड़ संगम था, जिसने कई क्रिकेट पंडितों को सोचने पर मजबूर कर दिया।

पाकिस्तान की पारी: जब बल्लेबाजी `गोल्डन डक` के साये में बिखर गई

पाकिस्तान की पारी की शुरुआत किसी बुरे सपने से कम नहीं थी, बल्कि यूँ कहें कि यह एक डरावना ख्वाब था, जिससे वे शायद अभी तक नहीं जागे हैं। बांग्लादेश की तेज गेंदबाज मारुफा अख्तर ने अपनी स्विंग गेंदों से ऐसा कहर बरपाया कि पाकिस्तानी बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। पहले ही ओवर में, उन्होंने ओमैमा सोहेल और सिदरा अमीन को `गोल्डन डक` पर आउट कर, विपक्षी खेमे में खलबली मचा दी। दो विकेट, दो शून्य – यह ऐसा झटका था, जिससे पाकिस्तान की टीम कभी उबर नहीं पाई।

पावरप्ले में शुरुआती झटकों के बाद, मुनीबा अली और रमीम शमीम ने कुछ देर तक विकेटों के पतन को रोका, लेकिन रनों की गति कछुआ चाल से भी धीमी रही। इसके बाद बांग्लादेशी स्पिनरों ने गेंद पर अपनी पकड़ बनाई और नियमित अंतराल पर विकेट चटकाते रहे। ऐसा लग रहा था मानो हर बल्लेबाज एक के बाद एक `आत्महत्या` करने को आतुर था। शोरना अख्तर ने मात्र 5 रन देकर 3 विकेट लेकर विपक्षी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी, जबकि नाहिदा अख्तर ने भी 19 रन देकर 2 विकेट लिए। कुल मिलाकर, पाकिस्तान की पूरी टीम 38.3 ओवर में मात्र 129 रनों पर ढेर हो गई। यह तो `अकादमी की किताब` से गायब पन्ने जैसी पारी थी, जहाँ धैर्य और समझदारी का सर्वथा अभाव दिखा।

बांग्लादेश का लक्ष्य का पीछा: संयम, साझेदारी और शानदार अर्धशतक

130 रनों का मामूली लक्ष्य बांग्लादेश के लिए पहाड़ जैसा नहीं था, लेकिन ऐसी पिचों पर, जहाँ शुरुआती स्विंग घातक हो सकती है, संयमित शुरुआत महत्वपूर्ण थी। पाकिस्तान की गेंदबाजों ने कुछ हद तक दबाव बनाने की कोशिश की, खासकर डायना बेग, जिन्होंने किफायती गेंदबाजी की और फरगाना हक का विकेट भी झटका। हालांकि, यह उनके प्रयासों का पर्याप्त इनाम नहीं था।

फरगाना हक के जल्दी आउट होने के बाद, कप्तान निगार सुल्ताना जोती और रुबया हैदर ने पारी को संभाला। दोनों ने मिलकर 62 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने जीत की नींव रखी। रुबया हैदर ने शानदार अर्धशतक (54 नाबाद) जड़ा, जो उनकी परिपक्वता और दबाव झेलने की क्षमता को दर्शाता है। यह पारी किसी अनुभवी खिलाड़ी की तरह थी, जहाँ उन्होंने अनावश्यक जोखिम लेने से परहेज किया और ढीली गेंदों को बाउंड्री के पार भेजा। निगार सुल्ताना के आउट होने के बाद, शोभना मोस्तारी ने एक तेज तर्रार पारी खेली, जिसमें उन्होंने अपने सभी 24 रन चौकों से बनाए, और मैच को तेजी से खत्म किया। बांग्लादेश ने 31.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, जिससे यह साबित हो गया कि यह टीम विश्व कप में किसी को भी हैरान करने का माद्दा रखती है।

संक्षिप्त स्कोर:

पाकिस्तान: 38.3 ओवर में 129 रन (रमीम शमीम 23; शोरना अख्तर 3-5, नाहिदा अख्तर 2-19)

बांग्लादेश: 31.3 ओवर में 3 विकेट पर 131 रन (रुबया हैदर 54*, शोभना मोस्तारी 24*; डायना बेग 1-14)

परिणाम: बांग्लादेश 7 विकेट से जीता।

आगे का सफर: क्या यह जीत बांग्लादेश के लिए टर्निंग पॉइंट बनेगी?

यह जीत केवल अंकों की तालिका में दो अंक नहीं जोड़ती, बल्कि यह बांग्लादेशी महिला क्रिकेट के बढ़ते आत्मविश्वास और क्षमता का प्रमाण है। पाकिस्तान जैसी मजबूत टीम पर इतनी व्यापक जीत महिला विश्व कप में उनके लिए एक एक मजबूत संदेश है कि वे यहां सिर्फ भाग लेने नहीं, बल्कि जीतने आई हैं। यह क्रिकेट का वह सुनहरा पल था, जब `अंडरडॉग` टीम बड़े दिग्गजों को चौंका कर बता देती है कि असली खेल केवल नाम से नहीं, मैदान पर प्रदर्शन से होता है। अब देखना यह है कि क्या बांग्लादेश इस लय को बरकरार रख पाता है और विश्व कप में एक नई कहानी लिख पाता है या नहीं। उनके प्रदर्शन ने निश्चित तौर पर टूर्नामेंट में एक रोमांचक मोड़ ला दिया है!

प्रमोद विश्वनाथ

बेंगलुरु के वरिष्ठ खेल पत्रकार प्रमोद विश्वनाथ फुटबॉल और एथलेटिक्स के विशेषज्ञ हैं। आठ वर्षों के अनुभव ने उन्हें एक अनूठी शैली विकसित करने में मदद की है।

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