आईसीसी महिला विश्व कप 2025-26 अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है, और प्रत्येक मैच अब केवल आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि भावनाओं, उम्मीदों और कभी-कभी, किस्मत का भी खेल बन गया है। इस कड़ी में, 19वां मैच न्यूजीलैंड महिला और पाकिस्तान महिला टीमों के बीच कोलंबो में खेला जाएगा, जो दोनों ही टीमों के लिए अपनी-अपनी तरह से महत्वपूर्ण है। एक के लिए यह अस्तित्व की लड़ाई है, तो दूसरे के लिए सम्मान और एक असंभव से `चमत्कार` की खोज।
न्यूजीलैंड: सेमीफाइनल की दहलीज पर, लेकिन राह आसान नहीं
न्यूजीलैंड की टीम इस टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। उन्होंने कभी-कभी अपनी क्षमता की झलक दिखाई है, लेकिन उसे पूरे मैच में बनाए रखने में विफल रही हैं। सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए उन्हें अपने अगले तीनों मैच जीतने होंगे, जिसमें भारत और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमें भी शामिल हैं। पाकिस्तान के खिलाफ यह मैच उनके लिए न केवल दो अंक हासिल करने का अवसर है, बल्कि अपनी लय और आत्मविश्वास को फिर से पाने का भी एक शानदार मौका है।
टीम की अनुभवी खिलाड़ी सोफी डिवाइन बल्ले से कुछ अच्छी पारियां खेल चुकी हैं, लेकिन उन्हें बाकी बल्लेबाजों से भी निरंतर सहयोग की उम्मीद होगी। गेंदबाजी में, ली ताहुहु की वापसी की उम्मीद है। पाकिस्तान के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है (इकोनॉमी रेट 3.70), और टीम प्रबंधन उन्हें श्रीलंकाई कप्तान चमारी अथापथु के खिलाफ रणनीतिक रूप से बाहर रखने के बाद इस महत्वपूर्ण मुकाबले में वापस लाना चाहेगा। यह न्यूजीलैंड के लिए `करो या मरो` की स्थिति है, और वे अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार होंगी।
नजर सूजी बेट्स पर:
न्यूजीलैंड की स्टार बल्लेबाज सूजी बेट्स दो बड़े रिकॉर्ड के करीब हैं। वह वनडे में 6000 रन पूरे करने से सिर्फ 75 रन दूर हैं, और महिला वनडे में शार्लोट एडवर्ड्स को पछाड़कर दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनने से सिर्फ 68 रन दूर। पाकिस्तान के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बेहद प्रभावशाली रहा है, जहां उन्होंने 72.83 की औसत से 874 रन बनाए हैं। क्या इस मैच में वह ये मील के पत्थर छू पाएंगी?
पाकिस्तान: `चमत्कार` की तलाश और मजबूत गेंदबाजी का बोझ
पाकिस्तान महिला टीम इस विश्व कप में बिना जीत के तालिका में सबसे नीचे है, सिर्फ एक अंक और सबसे खराब नेट रन रेट के साथ। गणितीय रूप से वे अभी भी सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर नहीं हैं, लेकिन उन्हें अपने शेष तीनों मैच जीतने होंगे, और फिर भी अन्य परिणामों पर निर्भर रहना होगा। यह एक ऐसी चुनौती है जो पहाड़ जैसी लगती है। भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीमों के खिलाफ उनकी हार काफी एकतरफा रही थी, हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ बारिश ने उन्हें अपनी पहली जीत की ओर बढ़ने से रोका था।
अगर पाकिस्तान की टीम में कोई चमक है, तो वह उनकी गेंदबाजी में है। युवा कप्तान फातिमा सना ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है, टूर्नामेंट में अब तक नौ विकेट झटक चुकी हैं। कोलंबो की पिच पर जहां पारी के पहले हिस्से में बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है, वहां सना जैसी तेज गेंदबाज किसी भी शीर्ष क्रम के लिए खतरा बन सकती हैं। इसके अलावा, उनकी स्पिन तिकड़ी – सादिया इकबाल और नशरा संधू – दुनिया की किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप को चुनौती देने की क्षमता रखती है।
हालांकि, विडंबना यह है कि उनकी बल्लेबाजी ने उन्हें इस विश्व कप में लगातार निराश किया है। जहां गेंदबाज अपना खून-पसीना बहाकर प्रतिद्वंद्वी को कम स्कोर पर रोकते हैं, वहीं बल्लेबाज उस स्कोर को हासिल करने में असफल रहे हैं। डायना बेग, जिन्होंने 2025 में 12 वनडे मैचों में 17 विकेट लेकर अपना सबसे सफल कैलेंडर वर्ष देखा है, लेकिन उनकी इकोनॉमी रेट अक्सर बहुत ऊंची रही है (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 8.83, इंग्लैंड के खिलाफ 8.33)। ऐसे में, जब बल्लेबाजी साथ नहीं दे रही हो, तो रनों का रिसाव पाकिस्तान के लिए महंगा पड़ सकता है।
`उन्होंने [पाकिस्तान ने] कुछ टीमों को बहुत मुश्किल स्थिति में डाला है, मुझे लगता है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 60 रन पर 6 विकेट पर रोक दिया था। और फिर जाहिर तौर पर इंग्लैंड 70 रन पर 7 विकेट पर था। तो, उनका गेंदबाजी आक्रमण ऐसा है जिसके बारे में हमें वास्तव में सावधान रहना होगा। उन्होंने कुछ हफ्तों में शीर्ष राष्ट्रों में से दो को वास्तव में चुनौती दी है। तो, हाँ, मैं विशेष रूप से उनकी गेंदबाजी से प्रभावित हूं।`
— न्यूजीलैंड के मुख्य कोच बेन सॉयर
`अगर हम अगले तीन मैच जीतते हैं तो हमारे पास सेमीफाइनल में जाने का मौका है। तो शायद स्थिति खुली है, इसलिए शायद हम तीनों मैच जीतेंगे।`
— पाकिस्तान की बल्लेबाज ओमैमा सोहेल, अपनी उम्मीदें नहीं छोड़ते हुए
पिच और मौसम: स्पिनरों का बोलबाला और बारिश का खतरा
कोलंबो में मौसम का मिजाज वही रहने की उम्मीद है, जिसमें पूरे दिन बारिश की संभावना है। यदि मैच होता है, तो उम्मीद है कि पिच खेल आगे बढ़ने के साथ स्पिन गेंदबाजों के लिए अधिक अनुकूल होती जाएगी। ऐसे में, दोनों टीमों के स्पिनर खेल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना एक समझदार विकल्प हो सकता है ताकि स्पिनरों को बाद में लाभ मिल सके।
अंतिम विचार: सम्मान और उम्मीदों का टकराव
न्यूजीलैंड के लिए यह मैच सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए आवश्यक है, जबकि पाकिस्तान के लिए यह न केवल `चमत्कार` की एक धुंधली उम्मीद है, बल्कि अपने प्रदर्शन से कुछ सम्मान वापस पाने का भी अवसर है। पाकिस्तान की मजबूत गेंदबाजी इकाई और न्यूजीलैंड की अनुभवी बल्लेबाजी के बीच यह एक रोमांचक मुकाबला हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बारिश इस खेल में कितनी खलल डालती है, और कौन सी टीम इस उच्च-दांव वाले मुकाबले में अपनी नसों को शांत रखते हुए जीत हासिल करती है। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, यह दो अलग-अलग कहानियों का टकराव है – एक जो उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश कर रही है, और दूसरी जो असंभव को संभव बनाने का सपना देख रही है।
