क्रिकेट के मैदान पर टेस्ट मैच की खूबसूरती उसके उतार-चढ़ाव में ही निहित है। ऐसे ही एक रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान ने अपनी फिरकी और तेज़ गेंदबाजी के दम पर दक्षिण अफ्रीका को 93 रनों से पटखनी देकर दो मैचों की सीरीज में 1-0 की अहम बढ़त बना ली है। इस जीत के शिल्पकार रहे बाएं हाथ के स्पिनर **नोमान अली**, जिन्होंने पूरे मैच में कुल 10 विकेट झटककर अपनी टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि रणनीति, धैर्य और व्यक्तिगत प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन था।
चौथे दिन का रण: दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदें और चुनौती
मैच के चौथे दिन की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के लिए 226 रनों के लक्ष्य के साथ हुई थी, और उनके पास अभी भी 8 विकेट बाकी थे। लक्ष्य पहुँच के भीतर लग रहा था, खासकर तब जब टेस्ट क्रिकेट में एक मज़बूत बल्लेबाजी लाइन-अप हो। लेकिन पाकिस्तानी गेंदबाज़ों के इरादे कुछ और ही थे। मानो उन्होंने रातों-रात कोई गुप्त रणनीति तैयार कर ली हो। दिन की तीसरी ही गेंद पर, पहली पारी के शतकवीर **टोनी डी ज़ोर्ज़ी** को **शाहीन अफरीदी** ने एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन भेज दिया। यह सिर्फ एक विकेट नहीं था, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी खेमे में खतरे की पहली घंटी थी और पाकिस्तान को एक ऐसी शुरुआत मिली जिसकी उन्हें सख्त जरूरत थी।
नोमान अली की फिरकी का कमाल
**नोमान अली**, जिनके खाते में रात तक दो विकेट थे, उन्होंने दिन की शुरुआत से ही अपना जादू बिखेरना शुरू कर दिया। उन्होंने **ट्रिस्टन स्टब्स** को सस्ते में आउट कर दक्षिण अफ्रीका को शुरुआती झटके दिए। हालांकि, मोहम्मद रिजवान ने नोमान की गेंद पर **रयान रिकेल्टन** का एक मुश्किल स्टंपिंग मौका गंवा दिया, जिससे खेल में थोड़ी और जान आ गई। ऐसा अक्सर होता है जब मैच में थोड़ा रोमांच शेष रहे, लेकिन पाकिस्तान के मन में कोई संदेह नहीं था।
इसके बावजूद, रयान रिकेल्टन एक छोर पर टिके रहे और युवा **डेवाल्ड ब्रेविस** ने तूफानी अंदाज़ में रन बनाने शुरू कर दिए। ब्रेविस ने नोमान के एक ओवर में 15 रन बटोरकर यह दिखा दिया कि `आक्रमण ही सबसे अच्छा बचाव` है। उन्होंने तेज़तर्रार 54 रन बनाए और लग रहा था कि वे पाकिस्तानी स्पिनरों को चुनौती दे रहे हैं। मिड-विकेट के ऊपर से लगाया गया उनका एक छक्का और रिवर्स स्वीप उनके बढ़ते आत्मविश्वास की गवाही दे रहे थे। ऐसा लग रहा था मानो दक्षिण अफ्रीका जीत की पटरी पर लौट रहा है, और पाकिस्तानी प्रशंसकों की सांसें थम-सी गई थीं।
जादुई गेंद और दस विकेट का `दशक`
लेकिन, कहते हैं ना, हर जादूगर के पास अपनी एक आखिरी चाल होती है। **नोमान अली** ने ठीक वही किया। ब्रेविस की बढ़ती आक्रामकता को रोकने के लिए उन्होंने एक `जादुई गेंद` फेंकी। यह गेंद हवा में अंदर की ओर आई और फिर तेजी से बाहर की ओर घूमी, सीधे ब्रेविस के ऑफ-स्टंप से जा टकराई। ब्रेविस आश्चर्यचकित रह गए, और इसी के साथ नोमान ने मैच में अपने 10 विकेट पूरे कर लिए। यह सिर्फ ब्रेविस का विकेट नहीं था, बल्कि दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों पर लगाम लगाने वाला पल था। ब्रेविस और रिकेल्टन के बीच 73 रनों की खतरनाक साझेदारी का अंत हो चुका था। ऐसा लग रहा था कि नोमान अली ने मानो क्रिकेट के मैदान पर अपनी कला का एक उत्कृष्ट नमूना पेश किया हो।
इस निर्णायक मोड़ के बाद, पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा दिया। **साजिद खान** ने रिकेल्टन को स्लिप में कैच कराकर उनके संघर्ष का अंत किया, और फिर सेंचुरियन **मुथुसामी** को भी पवेलियन भेजा, जिन्होंने रिव्यू लेने की कोशिश की, लेकिन वह भी व्यर्थ साबित हुआ।
शाहीन अफरीदी का अंतिम प्रहार
तेज़ गेंदबाज़ **शाहीन अफरीदी** ने अंतिम प्रहार किया। उन्होंने **काइल वेरेइन** को एक नीची रहने वाली गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट किया, जिसके बाद उन्होंने **प्रेनालन सुब्रायन** और **कैगिसो रबाडा** के अंतिम दो विकेट भी झटक लिए। इसी के साथ, पाकिस्तान ने 93 रनों से शानदार जीत हासिल कर ली और अपने प्रतिद्वंद्वी को घुटनों पर ला दिया। यह जीत न केवल अंकों के लिहाज से महत्वपूर्ण थी, बल्कि टीम के मनोबल के लिए भी बेहद खास थी।
संक्षिप्त स्कोरकार्ड:
पाकिस्तान: 378 और 167 (बाबर आजम 42, अब्दुल्ला शफीक 41; सेंचुरियन मुथुसामी 5-57, साइमन हार्पर 4-51)
दक्षिण अफ्रीका: 269 और 183 (डेवाल्ड ब्रेविस 54, रयान रिकेल्टन 45; शाहीन अफरीदी 4-33, नोमान अली 4-79)
परिणाम: पाकिस्तान 93 रनों से जीता
यह जीत पाकिस्तान के लिए सीरीज की एक शानदार शुरुआत है, जो उन्हें आने वाले मुकाबलों के लिए आत्मविश्वास देगी। **नोमान अली** ने साबित कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में स्पिन गेंदबाज़ आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने कभी हुआ करते थे, और उनकी जादुई फिरकी ने न केवल बल्लेबाज़ों को उलझाया, बल्कि मैच का रुख भी पूरी तरह पलट दिया। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मुकाबला लंबे समय तक याद रहेगा, क्योंकि इसमें एक गेंदबाज़ ने अपनी कला से पूरे मैच को अपने नाम कर लिया था।