क्रिकेट के मैदान पर अक्सर ऐसे क्षण आते हैं जब एक खिलाड़ी का शानदार प्रदर्शन टीम की हार के आगे फीका पड़ जाता है। माउंट माउंगानुई के बे ओवल में बुधवार को खेले गए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज टिम रॉबिन्सन ने अपने करियर का पहला शतक जड़कर इतिहास रच दिया, लेकिन उनकी यह बेहतरीन पारी ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिचेल मार्श के तूफानी प्रदर्शन के सामने टिक न सकी और ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से आसान जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
न्यूजीलैंड की लड़खड़ाती शुरुआत और रॉबिन्सन का संघर्ष
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। मानो वे किसी बुरे सपने में फंस गए हों। बेन ड्वार्शुइस की धारदार गेंदबाजी के आगे कीवी बल्लेबाज टिक न सके और महज 6 रन पर अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। डेवोन कॉनवे और मार्क चैपमैन जैसे स्थापित बल्लेबाज एक के बाद एक पवेलियन लौट गए। ऐसा लग रहा था कि न्यूजीलैंड की पारी जल्द ही सिमट जाएगी।
लेकिन, कहते हैं ना, संकट के समय ही असली नायक उभर कर आते हैं। युवा टिम रॉबिन्सन ने इस मुश्किल घड़ी में धैर्य और साहस का अद्भुत मिश्रण दिखाया। उन्होंने एक छोर संभाले रखा और डैरिल मिचेल (34 रन) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 92 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने टीम को सम्मानजनक स्कोर की ओर अग्रसर किया। रॉबिन्सन ने मात्र 66 गेंदों पर 106 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें 10 चौके और 4 छक्के शामिल थे। 23 वर्षीय रॉबिन्सन न्यूजीलैंड की ओर से टी20 अंतरराष्ट्रीय में शतक लगाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। यह एक ऐसी पारी थी, जो टीम को जीत न दिला सकी, लेकिन क्रिकेट इतिहास के पन्नों में अपनी छाप ज़रूर छोड़ गई।
ऑस्ट्रेलिया की विस्फोटक चेज़: मार्श का तूफानी अंदाज़
181 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इरादे पहले से ही साफ कर दिए थे। कप्तान मिचेल मार्श और ओपनर ट्रेविस हेड ने मिलकर पहले विकेट के लिए महज 5.3 ओवर में 67 रनों की विस्फोटक साझेदारी कर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। ट्रेविस हेड ने 31 रन की तेज पारी खेली, लेकिन असली धमाल तो कप्तान मार्श ने मचाया।
मिचेल मार्श ने अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने मात्र 43 गेंदों पर 85 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। मार्श अपने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक से बस कुछ ही कदम दूर रह गए, जब वे 15वें ओवर में कैच आउट हो गए। मानो किस्मत ने कहा हो, `अगली बार दोस्त, अभी टीम की जीत ज़रूरी है!` उनकी यह पारी न सिर्फ टीम को जीत के करीब ले गई, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ा गई। ऑस्ट्रेलिया ने 16.3 ओवर में ही 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया, जिससे उनकी बल्लेबाजी की गहराई और क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
चोटों का साया: मैच से पहले की अनचाही सुर्खियाँ
इस मुकाबले से पहले दोनों टीमों को कुछ अप्रत्याशित झटके लगे। न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र को फील्डिंग अभ्यास के दौरान बाउंड्री फेंस से टकराने के कारण चेहरे पर चोट लगी, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल नेट अभ्यास के दौरान साथी खिलाड़ी मिचेल ओवेन के शॉट से बाजू में फ्रैक्चर करा बैठे। इन चोटों ने मैच से पहले थोड़ी चिंता ज़रूर पैदा की, लेकिन खिलाड़ियों ने मैदान पर अपने प्रदर्शन से उस कमी को महसूस नहीं होने दिया। यह क्रिकेट की कठोर सच्चाई है, जहाँ कभी-कभी मैच से पहले भी `एक्शन` देखने को मिल जाता है, भले ही उसकी कीमत खिलाड़ी को चुकानी पड़े।
सीरीज का रोमांच अभी बाकी
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की टी20 सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। बाकी के दो मुकाबले भी माउंट माउंगानुई में ही खेले जाएंगे, जो शुक्रवार और शनिवार को होंगे। पहले मैच के प्रदर्शन को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले मैच भी रोमांच से भरपूर होंगे। न्यूजीलैंड की टीम अपने घर में वापसी करने की कोशिश करेगी, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया अपनी जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी। क्रिकेट प्रेमियों को अभी और भी धमाकेदार मुकाबलों का इंतजार है!