ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट में स्पिनरों की अनिवार्यता: नाथन लियोन का अडिग मत

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क्रिकेट के खेल में अक्सर रणनीति और परिस्थितियों के अनुसार बदलाव होते रहते हैं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन पर कुछ दिग्गज दृढ़ता से विश्वास करते हैं। ऑस्ट्रेलिया के महान ऑफ-स्पिनर नाथन लियोन, जिन्हें प्यार से `गोटी` कहा जाता है, ऐसे ही एक दृढ़ विश्वासी हैं। उनका मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले हर टेस्ट मैच में टीम में एक स्पिनर का होना अनिवार्य है। यह सिर्फ उनकी राय नहीं, बल्कि दशकों के अनुभव और आंकड़ों का निचोड़ है।

क्यों ऑस्ट्रेलिया में स्पिनर हैं महत्वपूर्ण?

लियोन का यह बयान शायद किसी को चौंकाए नहीं, क्योंकि एक स्पिनर से भला कौन उम्मीद करेगा कि वह स्पिनर को टीम में न रखने की वकालत करे! खुद लियोन भी इस बात को स्वीकार करते हुए मुस्कुराते हैं। उनका तर्क सीधा और स्पष्ट है: **”विविधता, यह खेल की पूरी गति को बदल देता है।”**

ऑस्ट्रेलिया के विकेट, जो आमतौर पर तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग माने जाते हैं, अक्सर स्पिनरों के लिए भी अनूठी चुनौतियां और अवसर पेश करते हैं। लियोन के अनुसार, यदि किसी स्पिनर के कौशल इन परिस्थितियों के अनुकूल हों, तो वह बेहद प्रभावी भूमिका निभा सकता है।

“आप एक स्पिनर से पूछ रहे हैं कि क्या वे एक स्पिनर को चुनना चाहते हैं,” लियोन ने मुस्कुराते हुए कहा। “मेरे लिए, हाँ, आप हर टीम में एक स्पिनर चुनते हैं। विविधता, यह खेल की पूरी गति को बदल देता है। मेरा मानना है कि अगर उनके कौशल सेट अनुकूल हों तो स्पिनर यहां एक बहुत प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।”

इंग्लैंड की एशेज रणनीति और स्पिनरों का पहेली

आगामी एशेज श्रृंखला से पहले, लियोन का यह बयान इंग्लैंड के टीम प्रबंधन के लिए एक दिलचस्प पहेली खड़ी कर देता है। ऐसी अटकलें हैं कि इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया में कुछ टेस्ट मैचों में बिना फ्रंटलाइन स्पिनर के उतरने का विकल्प चुन सकती है। उन्होंने ऑफ-स्पिनर शोएब बशीर के बैकअप के रूप में ऑलराउंडर विल जैक्स को चुना है, जिन्होंने आखिरी बार 2022 में टेस्ट क्रिकेट खेला था।

लेकिन क्या यह रणनीति काम आएगी? आंकड़े कुछ और ही कहानी कहते हैं। लियोन के डेब्यू के बाद से, विदेशी स्पिनरों का ऑस्ट्रेलिया में औसत 62.09 रहा है, जबकि खुद लियोन का प्रभावशाली औसत 31.08 है। इसका मतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई धरती पर स्पिन गेंदबाजी करना एक अलग चुनौती है, जिसके लिए विशेष कौशल और अनुभव की आवश्यकता होती है। हालांकि, 2010-11 में इंग्लैंड की अंतिम ऑस्ट्रेलियाई जीत में ग्रीम स्वान ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे यह साबित होता है कि सही स्पिनर सफल हो सकता है।

जब लियोन खुद ही चूक गए: एक विडंबना

लियोन की यह वकालत ऐसे समय में आई है जब उन्हें खुद ऑस्ट्रेलिया के हालिया जमैका टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। उस डे-नाइट मुकाबले में, गुलाबी ड्यूक्स गेंद के साथ, ऑस्ट्रेलिया ने पूरी तरह से तेज गेंदबाजों पर निर्भर रहने का फैसला किया। उनकी जगह लेने वाले स्कॉट बोलैंड ने हैट्रिक लेकर वेस्टइंडीज को महज 27 रनों पर ढेर कर दिया। यह एक ऐसा निर्णय था जिसे शायद “बहादुर” ही कहा जा सकता है, और परिणाम ने उसे उचित ठहराया।

लियोन निश्चित रूप से निराश थे, लेकिन उन्होंने टीम प्रबंधन के फैसले को समझा। “मुझे खुशी है कि मैं उसका हिस्सा नहीं था, लेकिन मैंने इसके पीछे के कारणों को समझा, और दिन के अंत में, अब आप इसे देखें, तो यह एक बहुत अच्छा और बहादुर निर्णय था,” लियोन ने कहा। “लेकिन अगर मुझे किसी के लिए टेस्ट मिस करना है, तो वह निश्चित रूप से स्कॉट बोलैंड ही होंगे।” यह एक ऐसी टिप्पणी है जो उनकी खेल भावना और टीम के प्रति उनके सम्मान को दर्शाती है, भले ही उनके अंदर एक हल्की सी टीस मौजूद हो। उनका दृढ़ विश्वास है कि उनका कौशल सेट दुनिया की किसी भी परिस्थिति में प्रभावी हो सकता है, और वे इसे साबित कर चुके हैं।

नई जिम्मेदारी: न्यू साउथ वेल्स की कप्तानी और रिकॉर्ड की ओर

एशेज की तैयारियों के मद्देनजर, लियोन एक नई जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं। वह शेफ़ील्ड शील्ड में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार न्यू साउथ वेल्स की कप्तानी करेंगे। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर में केवल दूसरी बार होगा जब वे कप्तानी की बागडोर संभालेंगे। उनकी यह अल्पकालिक भूमिका तब आई है जब ऑलराउंडर जैक एडवर्ड्स ऑस्ट्रेलिया ए टीम के साथ भारत में हैं। लियोन इस सीजन में एशेज से पहले तीन शील्ड मैचों में खेलने की उम्मीद कर रहे हैं।

यह लियोन के लिए एक “बड़ा सम्मान” है, जैसा कि उन्होंने खुद कहा, उस राज्य की कप्तानी करना जहां उनका जन्म हुआ और जिसके लिए उन्होंने खेलने का सपना देखा था। कप्तानी की कोई महत्वाकांक्षा न होने के बावजूद, उन्होंने इस अवसर को सहर्ष स्वीकार किया है।

क्रिकेट के मैदान पर, लियोन 562 टेस्ट विकेटों के साथ ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ग्लेन मैकग्रा के 563 विकेटों से सिर्फ एक कदम दूर हैं। यह मील का पत्थर उनके महान करियर में एक और चमक जोड़ देगा।

भविष्य के सितारे: सैम कॉन्सटास पर नजर

न्यू साउथ वेल्स की टीम में युवा बल्लेबाज सैम कॉन्सटास भी शामिल हैं, जिनके लिए यह महीना टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा। कॉन्सटास ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ए के लिए दो चार-दिवसीय मैचों में 188 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था। हालांकि, चयनकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि शुरुआती तीन शील्ड मैच ही उनके अंतिम निर्णय के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

लियोन को कॉन्सटास से क्या उम्मीद है? “रन,” उन्होंने सीधे तौर पर कहा। लेकिन उन्होंने यह भी जोर दिया कि कॉन्सटास अभी भी अपने खेल को विकसित कर रहे हैं।

“स्पष्ट रूप से उनका वहां [भारत में] एक सफल दौरा रहा, लेकिन उन्हें शील्ड टीम में वापस पाकर अच्छा लग रहा है,” लियोन ने कहा। “वह शिल्प सीख रहे हैं, जैसे हम सभी सीख रहे हैं। हम में से कुछ पेशेवर क्रिकेटर के रूप में अपनी यात्रा में बहुत आगे हैं, लेकिन वे अपना शिल्प सीख रहे हैं। सिर्फ वह ही नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के आसपास हर कोई। उन्हें अपनी शैली सीखनी होगी और उस पर भरोसा करने और उस पर विश्वास करने के लिए पर्याप्त बहादुर होना होगा।”

नाथन लियोन का करियर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी की अहमियत का एक जीता-जागता प्रमाण है। उनकी सलाह, चाहे वह थोड़ी विडंबनापूर्ण ही क्यों न लगे, ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में स्पिन के महत्व को रेखांकित करती है। एशेज और आगामी घरेलू सत्र में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीमें उनकी इस बात को कितनी गंभीरता से लेती हैं।

क्रिकेट रिपोर्ट डेस्क द्वारा

आदित्य चंद्रमोहन

मुंबई में निवास करने वाले आदित्य चंद्रमोहन खेल पत्रकारिता में बारह वर्षों से सक्रिय हैं। क्रिकेट और कबड्डी की दुनिया में उनकी गहरी समझ है। वे खेल के सूक्ष्म पहलुओं को समझने और उन्हें सरल भाषा में प्रस्तुत करने में माहिर हैं।

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