पथम निसंका का ‘अद्भुत’ शतक: जब छह रन भी नहीं गिने गए और विराट के रिकॉर्ड भी टूटे!

खेल समाचार » पथम निसंका का ‘अद्भुत’ शतक: जब छह रन भी नहीं गिने गए और विराट के रिकॉर्ड भी टूटे!

क्रिकेट का मैदान कभी-कभी ऐसी कहानियाँ गढ़ता है, जो सिर्फ स्कोरबोर्ड से बयां नहीं की जा सकतीं। हाल ही में हुए एशिया कप के सुपर फोर मुकाबले में भारत और श्रीलंका के बीच एक ऐसा ही रोमांचक मैच देखने को मिला, जहाँ श्रीलंकाई सलामी बल्लेबाज पथम निसंका ने बल्ले से आग लगा दी। उन्होंने न सिर्फ एक शानदार शतक जड़ा, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। लेकिन इस यादगार पारी में एक ऐसा विचित्र क्षण भी आया, जब उनके बल्ले से निकला छक्का भी `छक्का` नहीं कहलाया। जी हाँ, आपने सही पढ़ा, एक बेहतरीन शॉट, गेंद सीमा रेखा के पार, लेकिन कोई रन नहीं! आइए, इस पूरी घटना और निसंका की असाधारण पारी को करीब से समझते हैं।

डेड बॉल का वो अनूठा ड्रामा: जब छक्का भी शून्य रहा!

यह घटना श्रीलंका की पारी के दसवें ओवर में घटी, जब भारतीय गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती गेंदबाजी कर रहे थे। उन्होंने गेंद रिलीज करने ही वाले थे कि अंपायर ने अचानक उसे `डेड बॉल` करार दे दिया। अब क्रिकेट के नियमों के अनुसार, `डेड बॉल` का मतलब है कि उस गेंद पर कोई रन नहीं गिना जाता, भले ही बल्लेबाज उस पर चौका या छक्का ही क्यों न लगा दे। यह अंपायर का फैसला होता है कि गेंद को खेलने योग्य मानने से पहले ही किसी तकनीकी कारण से उसे रद्द कर दिया जाए।

अजीब बात यह रही कि चक्रवर्ती को शायद अंपायर के इस फैसले की जानकारी नहीं थी और उन्होंने गेंद फेंक दी। निसंका ने इस गेंद को जोरदार तरीके से लॉन्ग-ऑन की दिशा में पुल किया। बाउंड्री के पास खड़े अक्षर पटेल ने शानदार फील्डिंग दिखाते हुए गेंद को सीमा रेखा के ऊपर से धकेल दिया, जिससे वह छक्का हो गया। लेकिन, अंपायर ने पहले ही इसे `डेड बॉल` घोषित कर दिया था, इसलिए न तो छक्का जुड़ा और न ही अक्षर की मेहनत का कोई फल मिला। यह क्रिकेट के उन दुर्लभ पलों में से एक था, जब एक बेहतरीन शॉट और बेहतरीन फील्डिंग, दोनों ही व्यर्थ साबित हुए। क्या इससे बल्लेबाज का मनोबल टूटा? शायद नहीं, क्योंकि निसंका तो किसी और ही मिशन पर थे।

निसंका का धमाकेदार शतक: रिकॉर्ड्स का नया अध्याय

`डेड बॉल` के इस छोटे से हंगामे के बावजूद, पथम निसंका की एकाग्रता भंग नहीं हुई। उन्होंने भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने अपनी टाइमिंग और पावर-हिटिंग का शानदार प्रदर्शन किया। शुरुआत से ही उन्होंने आक्रामक रुख अपनाया और तेजी से अपना अर्धशतक पूरा किया। उनकी 58 गेंदों में 107 रनों की तूफानी पारी में 7 चौके और 6 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।

यह उनका पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक था और यह ऐसे समय में आया, जब टीम को इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। श्रीलंका ने भारत के 202 रनों के विशाल स्कोर की बराबरी की, जो निसंका की पारी के बिना असंभव था। उनकी बल्लेबाजी देखने लायक थी – हर शॉट में आत्मविश्वास और हर रन में जीत की भूख झलक रही थी।

विराट कोहली से आगे, श्रीलंका के एलीट क्लब में शामिल

इस पारी ने निसंका को सिर्फ शतकवीर ही नहीं बनाया, बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स का मालिक भी बना दिया।

  • विराट को पछाड़ा: उन्होंने टी20 एशिया कप में सबसे ज़्यादा 50+ स्कोर बनाने के मामले में विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया। निसंका के अब 12 पारियों में पाँच 50+ स्कोर हैं, जबकि विराट के 9 पारियों में चार थे।
  • सर्वाधिक रन: इतना ही नहीं, निसंका टी20 एशिया कप इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। उन्होंने 12 पारियों में 434 रन बनाकर विराट कोहली (429 रन) के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया।
  • ऑल-फॉर्मेट शतकवीर: वह तिलकरत्ने दिलशान, कुसल परेरा और महेला जयवर्धने के बाद चौथे श्रीलंकाई खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों (टेस्ट, वनडे, टी20) में शतक जड़े हैं। यह किसी भी बल्लेबाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाती है।
  • एशिया कप टी20 में तीसरा शतक: वह टी20 एशिया कप में शतक लगाने वाले केवल तीसरे खिलाड़ी बने। उनसे पहले हॉन्ग कॉन्ग के बाबर हयात (122) और भारत के विराट कोहली (122*) ने यह कारनामा किया था।

इन रिकॉर्ड्स को तोड़ना सिर्फ संख्याओं का खेल नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि पथम निसंका अब विश्व क्रिकेट में एक उभरते हुए सितारे हैं, जो बड़े मंचों पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं।

कड़वी हार और मीठा प्रदर्शन: एक यादगार मैच का अंत

हालांकि, निसंका की यह वीरगाथा टीम को जीत नहीं दिला पाई। श्रीलंका ने भारत के स्कोर की बराबरी तो की, लेकिन मैच का फैसला सुपर ओवर में हुआ। और जैसा कि किस्मत का खेल है, सुपर ओवर में भारत ने बाजी मार ली। यह निसंका के लिए एक कड़वा-मीठा पल था – व्यक्तिगत रूप से उन्होंने असाधारण प्रदर्शन किया, इतिहास रचा, लेकिन टीम की झोली में जीत नहीं आ पाई। क्रिकेट अक्सर ऐसा ही होता है – जहाँ व्यक्तिगत चमक कभी-कभी टीम की सफलता की गारंटी नहीं होती।

भविष्य का सितारा: पथम निसंका की चमक

पथम निसंका का यह शतक सिर्फ एक पारी नहीं, बल्कि उनके दृढ़ संकल्प, प्रतिभा और क्रिकेट के प्रति समर्पण का प्रमाण है। `डेड बॉल` के उस अनोखे पल से लेकर विराट कोहली के रिकॉर्ड्स तोड़ने तक, यह मैच निसंका के करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। श्रीलंका भले ही वह मुकाबला हार गया हो, लेकिन उन्हें पथम निसंका के रूप में एक ऐसा बल्लेबाज मिल गया है, जो बड़े मैचों में दबाव में भी शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है। यह मैच हमेशा उस `डेड बॉल` और उस शानदार शतक के लिए याद किया जाएगा, जिसने क्रिकेट के नियमों और रोमांच को एक साथ दर्शकों के सामने पेश किया।

निरव धनराज

दिल्ली के प्रतिभाशाली खेल पत्रकार निरव धनराज हॉकी और बैडमिंटन के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उनकी रिपोर्टिंग में खिलाड़ियों की मानसिकता की गहरी समझ झलकती है।

© 2025 वर्तमान क्रिकेट समाचारों का पोर्टल