भारतीय घरेलू क्रिकेट का महासंग्राम, रणजी ट्रॉफी, अपने शुरुआती चरण में ही रोमांच और अप्रत्याशित प्रदर्शनों से भरा हुआ है। सीज़न के तीसरे दिन कई मुकाबले निर्णायक मोड़ पर पहुँचे, जहाँ कुछ टीमों ने शानदार जीत दर्ज की, तो वहीं कुछ खिलाड़ियों ने अपनी व्यक्तिगत प्रतिभा से दर्शकों का दिल जीत लिया। विदर्भ और हरियाणा ने अपने विरोधियों को धूल चटाई, जबकि बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शनों ने इस टूर्नामेंट की गरिमा को और बढ़ा दिया।
विदर्भ और हरियाणा की धमाकेदार शुरुआत: विरोधियों को किया चित!
रणजी ट्रॉफी 2023-24 के पहले ही मैच में विदर्भ ने अपनी चैम्पियन वाली छाप छोड़ दी। नागपुर में नागालैंड के खिलाफ खेलते हुए, विदर्भ ने तीसरे दिन ही मैच को अपनी झोली में डाल लिया। नागचेट भुटे (5 विकेट) और हर्ष दुबे (4 विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने नागालैंड की टीम पहली पारी में 171 और फॉलो-ऑन के बाद मात्र 113 रनों पर ढेर हो गई। यह विदर्भ के लिए एक शानदार पारी की जीत थी, जिसने टूर्नामेंट में उनके इरादे साफ कर दिए हैं। ऐसा लगा मानो नागालैंड की टीम रणजी ट्रॉफी में नहीं, बल्कि किसी स्कूल के मैच में हिस्सा ले रही हो, जहाँ उन्हें `सिखाने` के लिए विदर्भ ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
हरियाणा ने भी रेलवे के खिलाफ 96 रनों की शानदार जीत के साथ अपने अभियान का आगाज़ किया। निशांत सिंधु और निखिल कश्यप की जोड़ी ने मिलकर 9 विकेट चटकाए, जिससे रेलवे की टीम दूसरी पारी में 152 रनों पर सिमट गई। हरियाणा के लिए, पार्थ वत्स ने पहली पारी में 50 और दूसरी पारी में नाबाद 110 रन बनाकर `मैन ऑफ द मैच` का खिताब अपने नाम किया। उनकी यह पारी कम स्कोर वाले मैच में सोने पे सुहागा साबित हुई, और उन्होंने साबित कर दिया कि रनों का अंबार लगाना ही सब कुछ नहीं होता, बल्कि सही समय पर बनाए गए रन ही जीत दिलाते हैं।
बल्लेबाजी का जलवा: जब बल्लेबाजों ने बरसाए रन
तीसरे दिन बल्लेबाजों ने भी अपना दम दिखाया और कुछ यादगार पारियां खेलीं।
- राजत पाटीदार (मध्य प्रदेश): पंजाब के खिलाफ राजत पाटीदार ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया। 205 रनों की उनकी नाबाद पारी ने मध्य प्रदेश को 289 रनों की विशाल बढ़त दिलाई। यह सिर्फ शतक नहीं, बल्कि एक घोषणा थी कि वह बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं।
- मितेश पटेल और शिवालिक शर्मा (बड़ौदा): मितेश पटेल ने ओडिशा के खिलाफ नाबाद शतक जड़कर बड़ौदा को पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। सलामी बल्लेबाज शिवालिक शर्मा ने भी शतक बनाया, लेकिन जब टीम थोड़ी लड़खड़ाई, तब मितेश ने कमान संभाली और दिखाया कि निचले क्रम में भी बल्लेबाजों की कितनी अहमियत होती है।
- रिंकू सिंह (उत्तर प्रदेश): आंध्र के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रिंकू सिंह ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए नाबाद 82 रन बनाए। जब टीम 220/6 पर संघर्ष कर रही थी, तब रिंकू ने मोर्चा संभाला। उन्होंने दिखा दिया कि सिर्फ टी20 ही नहीं, बल्कि लाल गेंद क्रिकेट में भी उनका बल्ला आग उगलता है।
- तन्मय अग्रवाल (हैदराबाद): दिल्ली के खिलाफ तन्मय अग्रवाल ने 132 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि अनिकेत रेड्डी ने सिर्फ 100 गेंदों पर 87 रन बनाए। हालाँकि हैदराबाद अभी भी पीछे है, लेकिन इन पारियों ने उन्हें मैच में बनाए रखा है।
गेंदबाजी का जादू: जब विकेटों की झड़ी लगी
गेंदबाजों ने भी अपने प्रदर्शन से बल्लेबाजों को खूब परेशान किया।
- श्रेयस गोपाल (कर्नाटक): सौराष्ट्र के खिलाफ श्रेयस गोपाल ने 8 विकेट लेकर अपनी टीम को मैच में बनाए रखा। लेगस्पिनर ने एक के बाद एक विकेट झटके, हालाँकि सौराष्ट्र पहली पारी में चार रन की मामूली बढ़त लेने में कामयाब रहा।
- देवेंद्र सिंह बोरा (उत्तराखंड): बंगाल के खिलाफ देवेंद्र सिंह बोरा ने 6 विकेट लेकर अपनी टीम को मैच में बनाए रखा। उनकी गेंदबाजी ने बंगाल को 323 पर समेटा।
- औकिब नबी (जम्मू-कश्मीर): मुंबई के खिलाफ औकिब नबी ने 5 विकेट लेकर सबको चौंका दिया, जिसमें भारतीय क्रिकेट के दिग्गज अजंक्य रहाणे का शून्य पर आउट होना भी शामिल था। रहाणे का यह `गोल्डन डक` उनके प्रशंसकों के लिए थोड़ा अटपटा जरूर था, लेकिन क्रिकेट में कभी-कभी ऐसा भी होता है।
- जतिन पांडे (झारखंड): तमिलनाडु के खिलाफ जतिन पांडे ने 5 विकेट लेकर तमिलनाडु को महज 93 रनों पर समेट दिया, जिससे वे हार के मुहाने पर खड़े हैं।
- जलाज सक्सेना (महाराष्ट्र): केरल के खिलाफ जलाज सक्सेना ने 3 महत्वपूर्ण विकेट लेकर केरल को पहली पारी में बढ़त लेने से रोक दिया। उन्होंने दिखाया कि अनुभवी खिलाड़ी किस तरह से दबाव में भी प्रदर्शन कर सकते हैं।
- रियान पराग (असम): गुजरात के खिलाफ रियान पराग ने 4 विकेट लेकर गुजरात को 201/0 से 382 ऑल आउट करने में मदद की। अब उन्हें चौथे दिन बल्ले से भी चमत्कार करना होगा।
रोमांचक मुकाबले और चौथे दिन की उम्मीदें
कुछ मुकाबले अभी भी बेहद रोमांचक मोड़ पर हैं और चौथे दिन किसी भी टीम के पक्ष में जा सकते हैं।
- जम्मू-कश्मीर बनाम मुंबई: अजंक्य रहाणे के शून्य पर आउट होने के बाद, मुंबई 181 पर ढेर हो गई। जम्मू-कश्मीर को जीत के लिए 243 रन चाहिए और उनके हाथ में अभी 9 विकेट हैं। श्रीनगर में यह मुकाबला एक रोमांचक फिनिश की ओर बढ़ रहा है।
- राजस्थान बनाम छत्तीसगढ़: मानव सुथार की शानदार गेंदबाजी ने राजस्थान को छत्तीसगढ़ के खिलाफ मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। छत्तीसगढ़ की टीम ने अपनी दूसरी पारी में 64/4 का स्कोर बनाया था, और अब उन्हें राजस्थान से बड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
- तमिलनाडु बनाम झारखंड: तमिलनाडु हार की कगार पर है, क्योंकि वे झारखंड के खिलाफ भारी अंतर से पीछे चल रहे हैं। 274 रनों से पीछे चल रही तमिलनाडु की टीम के लिए चौथे दिन बल्लेबाजी में बड़ा चमत्कार करना होगा।
- महाराष्ट्र बनाम केरल: पृथ्वी शॉ की आक्रामक शुरुआत के साथ महाराष्ट्र ने अपनी दूसरी पारी में अच्छी बढ़त ले ली है। संजू सैमसन का अर्धशतक केरल को पहली पारी में बढ़त नहीं दिला पाया, लेकिन चौथे दिन का खेल अभी भी खुला है।
रणजी ट्रॉफी का यह शुरुआती चरण ही भारतीय क्रिकेट की गहराई और प्रतिभा को दर्शाता है। जहाँ कुछ युवा खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ रहे हैं, वहीं अनुभवी खिलाड़ी भी अपने प्रदर्शन से टीम को सहारा दे रहे हैं। आने वाले दिन और भी रोमांचक मुकाबले लेकर आएंगे, जहाँ टीमें अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देंगी। भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारों को यहीं से चमकने का मौका मिलता है, और तीसरे दिन के खेल ने यही साबित किया है।
