क्रिकेट के मैदान पर अक्सर ऐसे मुकाबले देखने को मिलते हैं जहाँ जीत और हार के बीच की दूरी एक छोटे से पल में तय हो जाती है, और शारजाह में अफगानिस्तान बनाम बांग्लादेश का पहला टी20I मुकाबला इसका सटीक उदाहरण था। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं था, बल्कि धैर्य, साहस और अप्रत्याशित वापसी की एक अविश्वसनीय गाथा थी। बांग्लादेश ने एक ऐसे मुकाम से जीत छीनी जहाँ से हार निश्चित लग रही थी, और इसका श्रेय उनके युवा बल्लेबाजों की जुझारू प्रवृत्ति को जाता है।
मैच का संक्षिप्त विवरण:
- मुकाबला: अफगानिस्तान बनाम बांग्लादेश, पहला टी20I (2025/26 सीरीज)
- स्थान: शारजाह
- अफगानिस्तान: 151/9
- बांग्लादेश: 153/6 (4 विकेट से जीत)
- मैन ऑफ द मैच: परवेज हुसैन एमोन (संभावित)
अफगानिस्तान की पारी: शुरुआती झटके और मध्यक्रम की जुझारूता
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की टीम को बांग्लादेश के गेंदबाजों ने पावरप्ले में ही झटके दिए। नसुम अहमद ने इब्राहिम जादरान को चलता किया, जबकि तंजीम हसन ने सिदीकुल्लाह अटल को स्लिप में एमोन के हाथों कैच आउट करवाया। दार्विश रसूली दुर्भाग्यपूर्ण रन-आउट हुए जब गुरबाज के साथ तालमेल में गड़बड़ी हुई, जिससे अफगानिस्तान 3 विकेट जल्दी खोकर मुश्किल में आ गया।
हालांकि, विकेटकीपर-बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज (40 रन) और अनुभवी मोहम्मद नबी (38 रन) ने पारी को संभाला। दोनों ने कुछ महत्वपूर्ण साझेदारियां कर टीम को सम्मानजनक स्कोर की ओर अग्रसर किया। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में भी कसी हुई गेंदबाजी जारी रखी, खासकर रिशाद हुसैन ने महत्वपूर्ण समय पर विकेट लेकर अफगानिस्तान को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोका। अंततः, अफगानिस्तान 20 ओवर में 9 विकेट पर 151 रन ही बना सकी।
बांग्लादेश की धमाकेदार शुरुआत: एमोन और तंजीद का तूफान
152 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। सलामी बल्लेबाज परवेज हुसैन एमोन और तंजीद हसन ने अफगानिस्तान के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। दोनों ने शारजाह के मैदान पर चौकों और छक्कों की बरसात कर दी। पांचवें ओवर में मोहम्मद नबी के खिलाफ एमोन ने 16 रन बटोरे, जिसमें दो कैच छूटना अफगानिस्तान के लिए महंगा साबित हुआ।
तंजीद हसन, जो पिछले कुछ मैचों में टीम से बाहर थे, ने भी अपनी वापसी का जश्न शानदार बल्लेबाजी से मनाया। उन्होंने नबी और नूर अहमद के खिलाफ लंबे छक्के जड़े। इस जोड़ी ने अफगानिस्तान के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए बांग्लादेश की ओर से पहला शतकीय साझेदारी दर्ज करते हुए 11.3 ओवर में 109 रन बनाए। सब कुछ बांग्लादेश के पक्ष में लग रहा था, और जीत सिर्फ औपचारिकता मात्र लग रही थी।
राशिद खान का कहर: जब मैच का पासा पलटा
क्रिकेट में कहते हैं कि जब तक आखिरी गेंद न पड़ जाए, तब तक कुछ भी निश्चित नहीं होता। और इस कहावत को अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने पूरी तरह से सच साबित कर दिया। 12वें ओवर में फरीद अहमद ने एमोन (54 रन) को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। यह सिर्फ एक शुरुआत थी।
राशिद खान ने अपने अगले दो ओवरों में ऐसा जादू चलाया जिसने बांग्लादेशी खेमे में सन्नाटा पसरा दिया। उन्होंने पहले सैफ़ हसन और फिर शानदार अर्धशतक लगाकर खेल रहे तंजीद हसन (51 रन) को आउट किया। इसके बाद, राशिद यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने अगले ओवर में जाकर अली और शमीम हुसैन को भी एलबीडब्ल्यू आउट कर पवेलियन भेजा। बांग्लादेश ने सिर्फ 9 रन के भीतर 6 विकेट गंवा दिए, और स्कोर 109/0 से 118/6 हो गया। क्रिकेट प्रेमियों ने शायद ही ऐसी नाटकीय गिरावट देखी होगी। मैदान पर मौजूद दर्शकों को लगा कि जैसे बांग्लादेश किसी भूलभुलैया में खो गया हो और बाहर निकलने का रास्ता ही नहीं मिल रहा। अफगानिस्तान की जीत अब निश्चित लग रही थी।
नुरुल और रिशाद की हीरोइक वापसी: संकटमोचक बने युवा
जब बांग्लादेश 118/6 पर था और उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी थीं, तब क्रीज पर आए नुरुल हसन और रिशाद हुसैन। नुरुल, जो पिछले मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए थे, और रिशाद, जिनका बल्लेबाजी फॉर्म अच्छा नहीं था, इन दोनों ने मिलकर एक अविश्वसनीय वापसी की नींव रखी। उन्होंने दबाव में संयम बनाए रखा और सावधानीपूर्वक खेलते हुए बीच-बीच में बड़े शॉट भी लगाए।
नुरुल ने दो छक्के लगाकर अपना इरादा स्पष्ट किया, जबकि रिशाद ने अपनी तीसरी बाउंड्री के साथ मैच-विनिंग रन बनाए। इन दोनों की साझेदारी ने बांग्लादेश को 8 गेंद शेष रहते 4 विकेट से जीत दिला दी। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि राशिद खान के तूफान से निकलकर मिली एक यादगार और जुझारू जीत थी, जिसने टीम के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई दी होगी।
निष्कर्ष: एक रोमांचक आगाज
यह मैच टी20 क्रिकेट की अनिश्चितता और रोमांच का बेहतरीन प्रदर्शन था। अफगानिस्तान के लिए यह हार निराशाजनक थी, खासकर राशिद खान के शानदार प्रदर्शन के बावजूद। वहीं, बांग्लादेश के लिए यह जीत आत्मविश्वास बढ़ाने वाली थी, यह दर्शाती है कि टीम किसी भी परिस्थिति में वापसी करने का माद्दा रखती है। एमोन और तंजीद ने जहां धमाकेदार शुरुआत दी, वहीं नुरुल और रिशाद ने दबाव में टीम को संभाला। यह सीरीज के लिए एक रोमांचक आगाज था, और आगामी मैच निश्चित रूप से और भी दिलचस्प होंगे।