
जॉर्डन सिल्क ने शानदार शतक के बाद जश्न मनाया, पहले दिन का खेल
क्रिकेट के मैदान पर अक्सर कहानियां पलटती हैं, और शेफील्ड शील्ड 2025/26 के पहले मैच का पहला दिन ऐसी ही एक कहानी का गवाह बना। क्वींसलैंड के खिलाफ एलन बॉर्डर फील्ड पर खेले जा रहे इस मुकाबले में तस्मानिया की टीम ने न केवल शुरुआती झटकों से खुद को उबारा, बल्कि दिन का खेल खत्म होने तक मजबूत स्थिति में पहुंच कर अपनी अदम्य भावना का परिचय भी दिया। यह सिर्फ रन बनाने का खेल नहीं था, बल्कि यह लचीलेपन, दृढ़ संकल्प और कुछ ऐसे बल्लेबाजों की चमक का प्रदर्शन था, जिनकी नजरें शायद कहीं और टिकी हुई हैं।
शुरुआत में लड़खड़ाए टाइगर्स
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का तस्मानिया के कप्तान जॉर्डन सिल्क का फैसला उस समय गलत लगने लगा, जब उनकी टीम ने महज 33 रन के स्कोर पर अपने तीन विकेट गंवा दिए। क्वींसलैंड के गेंदबाजों ने नई गेंद से कहर बरपाया, और तस्मानिया की शीर्ष क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया। ऐसा लग रहा था मानो यह दिन क्वींसलैंड के नाम होने वाला है। लेकिन, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और यही बात इसे इतना दिलचस्प बनाती है।
वेदरल्ड का जीवनदान और एशेज का सपना
जब टीम गहरे संकट में थी, तब मैदान पर आए युवा ओपनर जेक वेदरल्ड। शायद यह एशेज में उनके संभावित सलामी जोड़ीदार उस्मान ख्वाजा की `मदद` थी, जिन्होंने उन्हें चार रन के निजी स्कोर पर पहली स्लिप पर जीवनदान दिया। इस जीवनदान का वेदरल्ड ने पूरा फायदा उठाया और दो चौकों के साथ अपने इरादे साफ कर दिए। वेदरल्ड ने 99 गेंदों में शानदार 67 रन बनाए, जिससे उनकी बेहतरीन फॉर्म जारी रही। पिछले 12 महीनों में वह लगातार रन बना रहे हैं और पिछले सीजन में शेफील्ड शील्ड के अग्रणी रन-स्कोरर रहे थे। यहां तक कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया `ए` के लिए श्रीलंका के खिलाफ 183 रन भी बनाए थे, जिससे अब उनकी नजरें एशेज टीम में जगह बनाने पर टिकी हैं। मैच के बाद उनका यह बयान कि उन्होंने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं से `कुछ नहीं सुना`, शायद चयनकर्ताओं को यह बताने का एक विनम्र तरीका था कि वह तैयार हैं!
कप्तान सिल्क का धैर्य और शतक
वेदरल्ड को कप्तान जॉर्डन सिल्क का साथ मिला, जिन्होंने एक छोर संभाले रखा। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 80 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने टीम को संकट से बाहर निकाला। वेदरल्ड के आउट होने के बाद, सिल्क ने अपनी पारी जारी रखी और अपना 13वां प्रथम श्रेणी शतक पूरा किया। उन्होंने 170 गेंदों में 104 रन बनाए और अपनी टीम को एक सम्मानजनक स्कोर की ओर ले गए। हालांकि, मिशेल स्वीपसन की गेंद पर कैच आउट होने के बाद वे खुद से काफी नाराज दिखे, लेकिन तब तक उन्होंने अपना काम कर दिया था। यह एक कप्तान की पारी थी, जिसने मुश्किल समय में टीम को संभाला।
होप की महत्वपूर्ण साझेदारी
सिल्क को इसके बाद ब्रैड होप का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने 76 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। होप ने 171 गेंदों का सामना करते हुए धैर्य और संयम का प्रदर्शन किया। उनकी यह पारी टीम को और भी मजबूत स्थिति में ले गई। इस साझेदारी ने क्वींसलैंड के गेंदबाजों को काफी देर तक विकेट के लिए तरसाए रखा, जिससे तस्मानिया का स्कोरबोर्ड आगे बढ़ता रहा। जैक वाइल्डरमुथ ने आखिर में होप को एलबीडब्ल्यू आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
क्वींसलैंड के गेंदबाजों का संघर्ष
दिन का खेल समाप्त होने तक, तस्मानिया ने 6 विकेट के नुकसान पर 299 रन बना लिए थे। क्वींसलैंड की ओर से माइकल नेसर 18 ओवर में 53 रन देकर 2 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। वाइल्डरमुथ और स्वीपसन ने भी एक-एक विकेट लिया, लेकिन पहले दिन के अंत तक खेल तस्मानिया के पक्ष में झुकता दिख रहा था। यह एक ऐसा दिन था जहां क्वींसलैंड ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन तस्मानिया की मध्यक्रम की बल्लेबाजी ने उन्हें वापसी का कोई मौका नहीं दिया।
निष्कर्ष और आगे की उम्मीदें
पहले दिन के अंत में जेक डोरान और निखिल चौधरी क्रीज पर नाबाद थे। तस्मानिया के लिए एक चिंता का विषय ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ब्यू वेबस्टर की टखने की मामूली चोट थी, जिसके कारण वह इस मैच से बाहर हो गए। हालांकि, इस शुरुआती झटके के बावजूद, तस्मानिया ने अपने जुझारूपन का प्रदर्शन किया और पहले दिन का खेल एक मजबूत स्थिति में समाप्त किया। यह मैच अभी लंबा है, लेकिन तस्मानिया ने यह साबित कर दिया कि उन्हें कम आंकना एक बड़ी भूल होगी। आने वाले दिन इस मैच के रोमांच को और बढ़ाएंगे, खासकर जब वेदरल्ड जैसे खिलाड़ी अपनी टीम के लिए रन बनाते हुए एशेज के दरवाजे खटखटा रहे हों।