नीदरलैंड्स के विज्क आन ज़ी में चल रहे प्रतिष्ठित टाटा स्टील मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट का 10वां राउंड भारतीय शतरंज प्रेमियों के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। जहाँ विश्व चैंपियन डी गुकेश ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए टूर्नामेंट में अपनी अकेली बढ़त बनाए रखी, वहीं युवा स्टार आर प्रज्ञानानंद ने भी पिछली हार को भुलाकर दमदार वापसी करते हुए एक अहम जीत दर्ज की।
गुकेश की अजेय यात्रा और बढ़त की कहानी
विश्व चैंपियन बनने के बाद अपना पहला टूर्नामेंट खेल रहे डी गुकेश ने 10वें राउंड में भी साबित कर दिया कि वे फिलहाल अजेय लय में हैं। उन्होंने नीदरलैंड्स के ग्रैंडमास्टर मैक्स वार्मरडैम के खिलाफ खेलते हुए सावधानी से गेम खेला और अंततः वार्मरडैम की एक गलती का पूरा फायदा उठाया। इस जीत के साथ, गुकेश ने टूर्नामेंट में अपनी पांचवीं जीत दर्ज की और 7.5 अंकों के साथ लीडरबोर्ड पर अपनी एकल बढ़त बरकरार रखी।
मैच के बाद, गुकेश ने बताया कि वे वार्मरडैम के शुरुआती `अजीब` मूव्स से थोड़े हैरान थे, लेकिन खेल दिलचस्प बना रहा। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व चैंपियनशिप के बाद एक महीने घर पर बिताने के बाद, जहाँ काफी व्यस्तता थी, यहाँ आकर सिर्फ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना सुखद है। “मुझे लगता है कि इस स्तर पर आप तब तक नहीं पहुँच सकते जब तक आप अपने काम से प्यार न करें,” उन्होंने अपनी एकाग्रता और समर्पण के पीछे की वजह बताई। गुकेश का शांत स्वभाव और खेल के प्रति समर्पण उनकी सफलता में साफ झलकता है।
प्रज्ञानानंद की महत्वपूर्ण वापसी
पिछले राउंड में अनिश गिरि से हार झेलने वाले आर प्रज्ञानानंद ने 10वें राउंड में जोरदार वापसी की। उनका मुकाबला रूस के व्लादिमीर फेडोसीव से था, जिन्होंने पिछले राउंड में प्रज्ञानानंद को पछाड़कर तीसरा स्थान हासिल कर लिया था। प्रज्ञानानंद ने दृढ़ संकल्प के साथ खेला और फेडोसीव को मात देकर अपनी स्थिति मजबूत की। इस जीत ने उन्हें 6.5 अंकों के साथ वापस तीसरे स्थान पर पहुँचा दिया है, और वे लीडर गुकेश से सिर्फ एक अंक पीछे हैं।
प्रज्ञानानंद ने मैच के बाद कहा, “मैं आज `लड़ाई` चाहता था, और मुझे पता था कि फेडोसीव ऐसे खिलाड़ी हैं जो लड़ने के लिए जाने जाते हैं, इसलिए मैं आज अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था।” उनकी यह इच्छा पूरी हुई और उन्होंने एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की, जिसने टूर्नामेंट के अंतिम दो राउंड के लिए उनकी उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
अब्दुसत्तोरोव की करीबी चुनौती
लीडरबोर्ड पर गुकेश के सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी, उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव, ने भी अलेक्सी सरना के खिलाफ एक जोखिम भरी जीत हासिल की। सरना की यह टूर्नामेंट में पहली हार थी। अब्दुसत्तोरोव ने खुद स्वीकार किया कि यह गेम शायद टूर्नामेंट का उनका सबसे `खराब` गेम था, लेकिन जीत मायने रखती है। 7.0 अंकों के साथ वे गुकेश से आधा अंक पीछे दूसरे स्थान पर बने हुए हैं, और आखिरी राउंड्स में चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
अन्य भारतीय खिलाड़ियों के लिए 10वां राउंड मिला-जुला रहा। अनुभवी ग्रैंडमास्टर पेंटाला हरिकृष्णा ने दिग्गज फैबियानो कारुआना के साथ ड्रॉ खेला, जिससे उनके 4.5 अंक हो गए हैं। अर्जुन एरिगैसी ने विंसेंट कीमर के साथ और लियोन ल्यूक मेंडोंका ने अनिश गिरि के साथ ड्रॉ खेला। दुर्भाग्य से, अर्जुन और लियोन 3.0 अंकों के साथ स्टैंडिंग में सबसे नीचे के दो स्थानों पर बने हुए हैं। चैलेंजर्स सेक्शन में, भारत की आर वैशाली को लीडर थाई दाई वान गुयेन के खिलाफ छह घंटे लंबे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
10वें राउंड के बाद स्टैंडिंग (शीर्ष और भारतीय)
- डी गुकेश: 7.5
- नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव: 7.0
- आर प्रज्ञानानंद: 6.5
- व्लादिमीर फेडोसीव: 6.0
- पेंटाला हरिकृष्णा: 4.5
- अर्जुन एरिगैसी: 3.0
- लियोन ल्यूक मेंडोंका: 3.0
टूर्नामेंट अब अपने निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुका है। डी गुकेश की शानदार फॉर्म उन्हें खिताब के करीब ले जा रही है, लेकिन अब्दुसत्तोरोव और वापसी कर रहे प्रज्ञानानंद से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है। अगले दो राउंड्स यह तय करेंगे कि कौन टाटा स्टील मास्टर्स 2025 का चैंपियन बनेगा। भारतीय फैंस के लिए यह एक रोमांचक इंतजार है, खासकर जब उनके दो युवा सितारे शीर्ष पर चमक रहे हैं।