वेस्टइंडीज क्रिकेट इन दिनों बदलाव के एक अहम मोड़ पर खड़ा है। क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) ने 2025-26 सीज़न के लिए अपने पुरुष और महिला खिलाड़ियों के केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा कर दी है, और इस सूची ने कई क्रिकेट प्रेमियों को चौंकाया है। यह महज खिलाड़ियों की अदला-बदली नहीं, बल्कि वेस्टइंडीज क्रिकेट के पुनरुत्थान और भविष्य के लिए एक नई रणनीति की आधारशिला रखने जैसा है। आइए, इस बदलाव की गहराई को समझें।
पुरुषों के अनुबंध: एक नई दिशा की ओर
इस नई सूची में सबसे प्रमुख नाम जस्टिन ग्रेव्स, शेरफेन रदरफोर्ड और जोमेल वारिकन के हैं, जिन्हें पहली बार अंतरराष्ट्रीय रिटेनर अनुबंध मिला है। ये वो चेहरे हैं जिन पर CWI ने भविष्य के लिए बड़ा दांव लगाया है। वहीं, वेस्टइंडीज टेस्ट टीम के पूर्व कप्तान क्रेग ब्रैथवेट, विकेटकीपर-बल्लेबाज जोशुआ डा सिल्वा और ऑलराउंडर कवेम हॉज को इस सूची से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। एक पूर्व कप्तान को भी बाहर का रास्ता दिखाना, यह वाकई दर्शाता है कि CWI अब किसी भी खिलाड़ी के `नाम` से ज्यादा उसके `वर्तमान प्रदर्शन` और `भविष्य की क्षमता` पर केंद्रित है।
हालांकि, टीम के कुछ मजबूत और लगातार प्रदर्शन करने वाले स्तंभ जैसे शाई होप, अल्ज़ारी जोसेफ, शमार जोसेफ, ब्रैंडन किंग, गुडाकेश मोती और जेडन सील्स ने अपनी जगह बरकरार रखी है। यह उन खिलाड़ियों का सम्मान है जिन्होंने मैदान पर अपने प्रदर्शन से अपनी काबिलियत साबित की है। नए अनुबंध 1 अक्टूबर, 2025 से प्रभावी होंगे।
महिला क्रिकेट में भी बदलाव की आहट
पुरुष टीम की तरह ही, महिला टीम के अनुबंधों में भी रणनीतिक बदलाव देखे गए हैं। सीम गेंदबाज जनिलिया ग्लासगो और शॉनिशा हेक्टर को रिटेनर अनुबंध सूची में शामिल किया गया है। यह युवा तेज गेंदबाजों को प्रोत्साहन देने की एक स्पष्ट कोशिश है। दूसरी ओर, शमिलिया कोनेल, चेरी एन फ्रेज़र, चेडियन नेशन और रशादा विलियम्स को इस सूची से बाहर कर दिया गया है।
महिला टीम की मुख्य खिलाड़ी जैसे कप्तान हेले मैथ्यूज, अनुभवी स्टैफनी टेलर, पावर-हिटर डिएंड्रा डॉटिन और शेमेन कैंपबेल अपनी जगह बनाए रखने में सफल रही हैं। यह संतुलन दर्शाता है कि CWI महिला क्रिकेट में भी अनुभव और युवा ऊर्जा का एक प्रभावी मिश्रण तैयार करना चाहता है, ताकि टीम वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बन सके।
CWI की रणनीति: प्रदर्शन और क्षमता का मेल
CWI के क्रिकेट निदेशक मील्स बास्कॉम्ब ने इन कठोर लेकिन आवश्यक फैसलों के पीछे की सोच को स्पष्ट किया है। उनके अनुसार, ये अनुबंध `वर्तमान प्रदर्शन और लंबी अवधि की क्षमता` को ध्यान में रखकर दिए गए हैं। उनका लक्ष्य स्पष्ट है: “प्रमुख वैश्विक टूर्नामेंटों के लिए एक मजबूत टीम का निर्माण करना।” यह वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए एक “लंबी अवधि की सफलता के लिए डिज़ाइन किए गए मार्ग” का हिस्सा है।
अतीत में, वेस्टइंडीज क्रिकेट ने कई निराशाजनक प्रदर्शन देखे हैं। पुरुष टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शर्मनाक तरीके से 27 रन पर ऑल आउट हो गई थी, और फिर नेपाल जैसी छोटी टीम से टी20 सीरीज भी हार गई। महिला टीम भी भारत और श्रीलंका में चल रहे वनडे विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी। ऐसे में, यह अनुबंध घोषणा केवल कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि एक गंभीर आत्मनिरीक्षण और सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। CWI अब सिर्फ `नाम` पर नहीं, बल्कि मैदान पर `नाम कमाने` वाले खिलाड़ियों पर दांव लगा रहा है।
भविष्य के सितारे: स्टार्टर और अकादमी अनुबंध
यह देखना सुखद है कि CWI सिर्फ सीनियर टीमों पर ही नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर भी निवेश कर रहा है। जेवेल एंड्रयू, जेदिया ब्लेड्स, जोहान लेन (पुरुष) और जाहरा क्लैक्सटन, रिएलेना ग्रिमोंड (महिला) जैसे युवा खिलाड़ियों को `स्टार्टर` (विकास) अनुबंध दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 15 पुरुष और 14 महिला क्रिकेटरों को अकादमी अनुबंध भी प्रदान किए गए हैं। यह पहल भविष्य के लिए प्रतिभाओं की एक मजबूत पाइपलाइन बनाने में मदद करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि वेस्टइंडीज क्रिकेट में हमेशा नए सितारे उभरते रहें। यह एक ऐसा निवेश है जो तात्कालिक परिणाम भले न दे, लेकिन लंबी अवधि में वेस्टइंडीज क्रिकेट को स्थिरता प्रदान करेगा।
वेस्टइंडीज पुरुष टीम के अनुबंध 2025-26
- सीनियर पुरुष: एलिक अथानाज़े, केसी कार्ति, रोस्टन चेज़, जस्टिन ग्रेव्स, शाई होप, अकील हुसैन, अल्ज़ारी जोसेफ, शमार जोसेफ, ब्रैंडन किंग, गुडाकेश मोती, रोवमन पॉवेल, शेरफेन रदरफोर्ड, जेडन सील्स, रोमारियो शेफर्ड, जोमेल वारिकन।
- स्टार्टर अनुबंध: जेवेल एंड्रयू, जेदिया ब्लेड्स, जोहान लेन।
- पुरुष अकादमी: अकीम ऑगस्टे, रियान बंदू, जेदिया ब्लेड्स, रिवाल्डो क्लार्क, मावेंद्र दिंडयाल, जिओवोंटे डीपेइज़ा, नाथन एडवर्ड, डामेल एवलिन, अमारी गुडरिज, मेबेकी जोसेफ, जोहान लेन, ज़िशान मोटारा, केल्विन पिटमैन, रेनीको स्मिथ, कार्लोन टुकेट।
वेस्टइंडीज महिला टीम के अनुबंध 2025-26
- सीनियर महिला: आलिया एलेन, शेमेन कैंपबेल, डिएंड्रा डॉटिन, अफी फ्लेचर, जनिलिया ग्लासगो, शॉनिशा हेक्टर, चिनले हेनरी, ज़ैदा जेम्स, कियाना जोसेफ, हेले मैथ्यूज, अश्मिनी मुनिसर, स्टैफनी टेलर, करिश्मा रामहरक।
- स्टार्टर अनुबंध: जाहरा क्लैक्सटन, रिएलेना ग्रिमोंड।
- महिला अकादमी: अबीगैल ब्राइस, असाबी कैलेंडर, नाइजन्नी कंबरबैच, शाबिका गाजन्बी, ब्रायना हर्रिचारण, ट्रिशान होल्डर, जेनाबा जोसेफ, नाइया लैचमैन, समारा रामनाथ, अमृता रामतहल, सेलेना रॉस, शुनेल सॉ, स्टेफी सोग्रिम, केट विलमोट।
वेस्टइंडीज क्रिकेट का पुनरुत्थान: क्या यह संभव है?
वेस्टइंडीज क्रिकेट, जो कभी दुनिया पर राज करता था, अब अपनी पहचान फिर से पाने के लिए संघर्ष कर रहा है। इन अनुबंध परिवर्तनों को इस पुनरुत्थान के प्रयास के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। CWI ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अतीत के बोझ से निकलकर भविष्य की ओर देख रहे हैं। यह सिर्फ एक शुरुआत है, और आने वाले सीज़न में इन निर्णयों का असली प्रभाव हमें मैदान पर दिखेगा। क्या यह नई रणनीति उन्हें खोई हुई महिमा वापस दिला पाएगी? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन एक बात निश्चित है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड अब अपनी गलतियों से सीखने और भविष्य के लिए एक मजबूत नींव बनाने को लेकर गंभीर है।