क्रिकेट के मैदान पर तकदीर बदलने में देर नहीं लगती, और विदर्भ तथा रेस्ट ऑफ इंडिया (ROI) के बीच जारी रणजी ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित मुकाबले के दूसरे दिन यही नाटकीय बदलाव देखने को मिला। जहां सुबह के सत्र में विदर्भ के बल्लेबाजों ने थोड़ी निराशा दिखाई, वहीं उनके गेंदबाजों ने दिन ढलने से पहले पूरी तरह से मैच का रुख अपनी ओर मोड़ लिया। अभिमन्यु ईश्वरन के शानदार अर्धशतक के बावजूद, रेस्ट ऑफ इंडिया दिन का खेल समाप्त होने तक 142 रन पर 5 विकेट गंवा चुकी थी, जबकि विदर्भ ने अपनी पहली पारी में 342 रन बनाए थे, जिससे उन्हें एक अच्छी बढ़त मिली।
विदर्भ की पारी का समापन: उम्मीदों पर हल्की बारिश
आज सुबह जब विदर्भ ने 280 रन पर 5 विकेट से अपनी पारी आगे बढ़ाई, तो फैंस को अथर्व तायडे और निचले क्रम से कुछ और बड़े स्कोर की उम्मीद थी। हालांकि, रेस्ट ऑफ इंडिया के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और उम्मीदों पर हल्की बारिश कर दी। अंशुमान कंबोज और आकाश दीप ने जल्दी-जल्दी यश ठाकुर और हर्ष दुबे को LBW आउट कर विदर्भ को बैकफुट पर धकेल दिया। लेकिन, फिर क्रीज पर आए दर्शन नालकंडे ने रात के शतकवीर अथर्व तायडे (143 रन) का बखूबी साथ दिया। इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए महत्वपूर्ण 37 रन जोड़े, जिससे टीम का स्कोर 300 के पार चला गया। तायडे की धैर्यपूर्ण पारी और नालकंडे के छोटे लेकिन अहम योगदान ने विदर्भ को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद गुरनूर बरार ने नालकंडे को विकेट के पीछे कैच आउट कराया और सारंश जैन ने शेष दो विकेट लेकर विदर्भ की पारी को 342 रनों पर समेट दिया।
रेस्ट ऑफ इंडिया की सधी हुई शुरुआत: क्षणिक खुशी
विदर्भ के 342 रनों के जवाब में, रेस्ट ऑफ इंडिया ने अपने सलामी बल्लेबाजों, अभिमन्यु ईश्वरन और आर्यन जुयाल के साथ एक ठोस शुरुआत की। इन दोनों ने मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी निभाई, जिससे टीम को एक मजबूत मंच मिला। ऐसा लगने लगा था कि रेस्ट ऑफ इंडिया इस स्कोर का पीछा आसानी से कर लेगी, और विदर्भ के सुबह के पतन को भुना पाएगी। लेकिन क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और विदर्भ के गेंदबाजों ने यह बात एक बार फिर साबित कर दी कि यह खेल केवल बल्लेबाजों का नहीं है।
गेंदबाजों का पलटवार: विदर्भ की दमदार वापसी
अंतिम सत्र में विदर्भ के गेंदबाजों ने गियर बदला और लगातार विकेट लेकर मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। ऐसा लगा जैसे विदर्भ ने अपने बल्लेबाजों से `बदला` लेने की ठान ली थी, जिन्होंने सुबह के सत्र में थोड़े निराश किया था।
- सबसे पहले, दर्शन नालकंडे ने आर्यन जुयाल को LBW आउट कर इस खतरनाक साझेदारी को तोड़ा, जिससे रेस्ट ऑफ इंडिया को पहला झटका लगा।
- कुछ ही देर बाद, यशस्वी धुल की पारी को अक्षय वाडकर ने शानदार स्टंपिंग से समाप्त कर दिया, जिससे टीम के स्कोर पर अंकुश लगा।
- अभिमन्यु ईश्वरन, जिन्होंने शानदार अर्धशतक (52 रन) पूरा किया था और मैच को अपनी टीम की ओर झुकाते दिख रहे थे, उन्हें भी पार्थ रेकहाडे ने LBW आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। यह रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए एक बहुत बड़ा झटका था और मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
- इसके बाद, रुतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन जैसे बड़े नाम भी सस्ते में आउट हो गए। विदर्भ के गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया, जिससे मध्यक्रम पूरी तरह लड़खड़ा गया।
देखते ही देखते, रेस्ट ऑफ इंडिया का स्कोर 124 पर 5 विकेट हो गया, और उनकी मजबूत शुरुआत एक संकट में बदल गई। रजत पाटीदार ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन दूसरे छोर से विकेट लगातार गिरते रहे, जिससे उन पर भारी दबाव आ गया।
रजत पाटीदार का संघर्ष और दिन का समापन
दिन के अंतिम नौ ओवरों में, मानव सुथार ने रजत पाटीदार (42* रन) का बखूबी साथ दिया और सुनिश्चित किया कि रेस्ट ऑफ इंडिया को और कोई नुकसान न हो। दोनों बल्लेबाजों ने संयम से खेलते हुए दिन का खेल समाप्त किया, जिससे टीम को थोड़ी राहत मिली। हालांकि, विदर्भ की टीम इस समय मैच में 200 रनों की मजबूत बढ़त बनाए हुए है, जिससे रेस्ट ऑफ इंडिया पर दबाव स्पष्ट है।
विदर्भ: 342 रन (अथर्व तायडे 143, यश राठौड़ 91; आकाश दीप 3-51, मानव सुथार 3-74)
रेस्ट ऑफ इंडिया: 142/5 (अभिमन्यु ईश्वरन 52, रजत पाटीदार 42*; पार्थ रेकहाडे 2-24)
विदर्भ ने रेस्ट ऑफ इंडिया पर 200 रनों की मजबूत बढ़त बना ली है।
तीसरे दिन रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए रजत पाटीदार और मानव सुथार को बड़ी साझेदारी करनी होगी, जबकि विदर्भ के गेंदबाज जल्द से जल्द शेष विकेट लेने की कोशिश करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या रेस्ट ऑफ इंडिया इस दबाव से उबर पाती है और मैच में वापसी करती है, या विदर्भ अपनी पकड़ और मजबूत कर एक बड़ी जीत की ओर बढ़ती है।