महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का रोमांच अब अपने चरम पर है, और इस सफर में कुछ टीमें उम्मीदों के बोझ तले दबी नजर आ रही हैं, तो कुछ अपनी जमीन पर चौंकाने को बेताब हैं। इसी कड़ी में एक बेहद महत्वपूर्ण मुकाबला मंगलवार को न्यूजीलैंड और मेजबान श्रीलंका के बीच खेला जाएगा। यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि न्यूजीलैंड के लिए अपनी विश्व कप यात्रा को पटरी पर लाने का आखिरी मौका है, और श्रीलंका के लिए अपनी घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाकर एक बड़े उलटफेर की संभावना तलाशने का अवसर।
कीवी टीम का संघर्ष: टी20 चैंपियन से ओडीआई चैलेंजर तक
पिछले साल टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम करने वाली न्यूजीलैंड की महिला टीम, शायद इस बार 50 ओवर के प्रारूप की विशालकाय चुनौतियों को थोड़ा कम आंक गई। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार मिली करारी हार ने उनकी विश्व कप अभियान की शुरुआत को बेहद निराशाजनक बना दिया। हालांकि, बांग्लादेश के खिलाफ मिली जीत ने उनके आत्मविश्वास को कुछ हद तक सहारा दिया है। अब जबकि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टूर्नामेंट में प्रभावशाली दिख रही हैं, न्यूजीलैंड के लिए सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए हर मैच निर्णायक है। भारत का भी लगातार दो मैच हारना न्यूजीलैंड के लिए एक उम्मीद की किरण है, लेकिन उन्हें अब अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी।
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी की कमान फिलहाल कप्तान सोफी डिवाइन के मजबूत कंधों पर है। उन्होंने सिर्फ तीन मैचों में 260 रन बनाकर अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन किया है। कोलंबो के उन पिचों पर, जहां बड़े स्कोर बनाना मुश्किल साबित हो रहा है, डिवाइन की यह फॉर्म न्यूजीलैंड के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है। टीम को पता है कि सेमीफाइनल तक पहुंचने के लिए श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी, और इसके लिए डिवाइन का बल्ला चलना बेहद जरूरी है।
श्रीलंका का घरेलू किला: क्या स्पिन बनेगी जीत का हथियार?
मेजबान श्रीलंका के लिए यह विश्व कप अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का एक मंच है। भले ही उनके हेड-टू-हेड रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के खिलाफ फीके हों (16 में से केवल 2 जीत), लेकिन अपने घर में, अपनी परिस्थितियों में, वे किसी भी टीम के लिए खतरनाक प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकते हैं। भारत और इंग्लैंड के खिलाफ मैचों में उन्होंने कुछेक मौकों पर प्रभावशाली खेल दिखाया, जो यह दर्शाता है कि उनमें उलटफेर करने की क्षमता है।
आर. प्रेमदासा स्टेडियम, कोलंबो में अब तक हुए मैचों में स्पिन गेंदबाजों का दबदबा रहा है, और कम स्कोर वाले मुकाबले आम रहे हैं। टूर्नामेंट में अब तक का उच्चतम स्कोर 253 रन है, जो इंग्लैंड की नैट साइवर-ब्रंट के शानदार शतक की बदौलत संभव हो पाया था। श्रीलंका को ठीक इसी कारक पर भरोसा है। न्यूजीलैंड की टीम भी स्पिन के खिलाफ संघर्ष करती दिखी है, जैसा कि आंकड़ों से पता चलता है – उन्होंने तीन मैचों में स्पिनरों को 16 विकेट दिए हैं। ऐसे में श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाज इस मैच में अपनी भूमिका को बखूबी निभाना चाहेंगे। यदि वे न्यूजीलैंड पर शुरुआती दबाव बनाने में सफल रहते हैं, तो यह उनकी पहली विश्व कप जीत का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
मैच की रणनीतिक रूपरेखा और संभावित प्लेइंग इलेवन
पिच और मौसम:
कोलंबो में एक और लो-स्कोरिंग गेम की उम्मीद है, जहां स्पिन का महत्वपूर्ण रोल होगा। हालांकि, मैच के दौरान बारिश की संभावना भी बनी रहेगी, जो खेल में बाधा डाल सकती है और डकवर्थ-लुईस नियम को भी सामने ला सकती है।
न्यूजीलैंड की संभावित इलेवन:
जीत की पटरी पर लौटने के बाद न्यूजीलैंड टीम में शायद ही कोई बदलाव करेगी।
- सूजी बेट्स
- जॉर्जिया प्लिमर
- अमेलिया केर
- सोफी डिवाइन (कप्तान)
- ब्रूक हॉलिडे
- मैडी ग्रीन
- इसाबेला गेज़ (विकेटकीपर)
- जेस केर
- रोज़मेरी मैयर
- ली ताहुहू
- ईडन कार्सन
श्रीलंका की संभावित इलेवन:
घरेलू टीम इंग्लैंड के खिलाफ खेलने वाली अपनी पिछली एकादश को बरकरार रख सकती है, क्योंकि स्थितियां समान हैं।
- हसिनी परेरा
- चमारी अथापथु (कप्तान)
- हर्षिता समरविक्रमा
- विश्मी गुणरत्ने
- कविशा दिलहारी
- नीलाक्षी डी सिल्वा
- अनुष्का संजीवानी (विकेटकीपर)
- देवमी विहांगा
- सुगंधिका कुमारी
- उदेशिका प्रबोदनी
- इनोका राणावीरा
कुछ दिलचस्प तथ्य:
- न्यूजीलैंड ने अपने पहले तीन मैचों में स्पिन गेंदबाजी पर 16 विकेट गंवाए हैं, जो पाकिस्तान के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा है।
- सूजी बेट्स वनडे में 6000 रन पूरे करने से सिर्फ 75 रन दूर हैं। वह मिताली राज (7805) के बाद यह मुकाम हासिल करने वाली दूसरी महिला खिलाड़ी होंगी। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी, जिस पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।
श्रीलंका के मुख्य कोच रुमेश रत्नायके ने हसिनी परेरा की फॉर्म पर कहा, “हम जानते हैं कि उनमें कितनी क्षमता है और हम उस पर काम कर रहे हैं। चाहे वह मानसिक अवरोध हो या सोचने का अवरोध, हम उस पर काम कर रहे हैं कि क्या हम इसे लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं और क्या इसे 30 या 40 रन के बजाय 80 रनों के बड़े स्कोर में बदला जा सकता है।”
न्यूजीलैंड की मैडी ग्रीन ने श्रीलंका का सामना करने पर कहा, “मुझे लगता है कि वे एक बहुत खतरनाक टीम हैं, खासकर अपनी घरेलू परिस्थितियों में। हमने पहले भी द्विपक्षीय सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ यह अनुभव किया है। इसलिए, हम जानते हैं कि हमें वास्तव में अच्छा खेलना होगा। यह उनके स्पिनरों को प्रभावी ढंग से खेलने के बारे में है।”
यह मुकाबला सिर्फ दो टीमों के बीच की भिड़ंत नहीं, बल्कि विश्व कप की आकांक्षाओं और घरेलू गौरव के बीच की लड़ाई है। क्या न्यूजीलैंड अपने अनुभव और सोफी डिवाइन की फॉर्म के दम पर वापसी कर पाएगी, या श्रीलंका अपनी घरेलू परिस्थितियों और स्पिन के जादू से बड़ा उलटफेर कर दुनिया को चौंका देगी? मंगलवार को कोलंबो में यह रहस्य खुलेगा। यह मैच महिला क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए निश्चित रूप से एक यादगार अनुभव होगा।
