WPL मेगा नीलामी: क्या ‘बड़े खिलाड़ी’ बचेंगे या होगा ‘नए सितारों’ का उदय? – फ्रेंचाइजियों के बीच महा-बदलाव की सुगबुगाहट!

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महिला प्रीमियर लीग (WPL) ने अपने छोटे से इतिहास में ही महिला क्रिकेट को एक नई दिशा दी है। अब, 2026 सीज़न से पहले होने वाली मेगा नीलामी (Mega Auction) ने लीग में एक नई हलचल पैदा कर दी है। यह केवल खिलाड़ियों की खरीद-फरोख्त नहीं, बल्कि टीमों की किस्मत और WPL के भविष्य को आकार देने वाला एक महत्वपूर्ण मोड़ है। क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या मौजूदा चैंपियन अपनी कोर टीम बचा पाएंगी या फिर नई टीमों को एक नए सिरे से शुरुआत करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

बीसीसीआई का दांव: प्रतिस्पर्धी संतुलन या स्थापित ब्रांडों को खतरा?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सभी पाँच फ्रेंचाइजियों को अनौपचारिक रूप से सूचित कर दिया है कि नवंबर के अंत तक यह बड़ी नीलामी आयोजित की जा सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य लीग में प्रतिस्पर्धी संतुलन बनाए रखना है। आखिर, किसी भी लीग की असली चमक तभी है जब सभी टीमें एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे सकें, न कि कुछ ही टीमें लगातार हावी रहें। बीसीसीआई का मानना है कि इससे नई प्रतिभाओं को मौका मिलेगा और लीग की समग्र अपील बढ़ेगी, जिससे महिला क्रिकेट का दायरा और विस्तृत होगा।

फ्रेंचाइजियों की राय: `स्थिरता` बनाम `नई शुरुआत` की बहस

हालांकि, इस फैसले पर फ्रेंचाइजियों में एक राय नहीं है। यह कुछ ऐसा है जैसे एक परिवार में कुछ सदस्य बदलाव चाहते हैं और कुछ यथास्थिति बनाए रखना।

  • बदलाव के विरोधी: एक तरफ, मुंबई इंडियंस (MI), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) जैसी सफल टीमें इस मेगा नीलामी के पक्ष में नहीं हैं। उनका तर्क है कि उन्होंने पिछले तीन सीज़न में कड़ी मेहनत कर अपनी टीमें बनाई हैं, और अब, जब WPL एक ब्रांड के रूप में स्थापित हो रहा है, तो इस ढांचे को तोड़ना `आत्मघाती` हो सकता है। यह कुछ ऐसा है जैसे आपने एक सुंदर इमारत बनाई हो, और फिर कोई कहे कि `चलिए, एक बार फिर से नींव से शुरू करते हैं!` उनकी चिंता जायज है, क्योंकि सफल संयोजन को फिर से बनाना एक बड़ी चुनौती होगी।
  • बदलाव के समर्थक: दूसरी ओर, गुजरात जायंट्स (GG) और यूपी वॉरियर्स (UPW) जैसी टीमें, जो अभी तक फाइनल में जगह नहीं बना पाई हैं, इस मेगा नीलामी का पुरजोर समर्थन कर रही हैं। उनके लिए यह एक नए सिरे से शुरुआत करने का सुनहरा अवसर है – जैसे `खेल नहीं चला, तो खिलाड़ी बदल दो!`। एक WPL अधिकारी ने भी माना कि सफल टीमों की चिंता जायज है, लेकिन लीग के लंबे समय तक सफल रहने के लिए सभी टीमों का मजबूत होना अनिवार्य है। आखिरकार, `क्या सिर्फ तीन सुपरस्टार ही शो चला सकते हैं, या पांच मजबूत कहानियों की ज़रूरत है?`

क्या कहते हैं नियम?

फिलहाल, फ्रेंचाइजियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियों का इंतजार है, जैसे कितने खिलाड़ियों को रिटेन (Retain) किया जा सकेगा, नीलामी पर्स (Auction Purse) कितना होगा, रिटेंशन स्लैब और `राइट टू मैच` (RTM) कार्ड के विकल्प क्या होंगे। इन सभी पर WPL समिति जल्द ही फैसला लेगी। हालांकि, यह तय है कि WPL टीमों को अपनी `कोर` टीम बनाए रखने का मौका तो मिलेगा, लेकिन आईपीएल (IPL) की तरह, शायद 5 खिलाड़ियों तक ही रिटेंशन सीमित किया जाए, जबकि कुछ टीमें 6-7 खिलाड़ियों को बनाए रखना चाहती हैं।

आईपीएल में, 2025 की मेगा नीलामी के लिए, टीमों को अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति थी (जिसमें RTM भी शामिल था), जिसमें अधिकतम पाँच कैप्ड और दो अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी शामिल हो सकते थे। WPL में अभी तक RTM नियम का उपयोग नहीं किया गया है, लेकिन इस बार इसके उपयोग पर भी विचार हो सकता है, जिससे टीमों को अपने पसंदीदा खिलाड़ी को वापस खरीदने का एक और मौका मिलेगा।

खिलाड़ियों और महिला क्रिकेट पर प्रभाव: एक `गेम चेंजर` नीलामी?

WPL को महिला क्रिकेट में `गेम चेंजर` माना जाता है, खासकर खिलाड़ियों को मिलने वाले वित्तीय लाभों के कारण। 2023 में, वायकॉम18 (Viacom18) ने 2023 से 2027 तक WPL के प्रसारण अधिकार 951 करोड़ रुपये (लगभग 116.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर) में खरीदे थे, जिससे प्रति मैच वैल्यू 7.09 करोड़ रुपये हो गई थी। स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) उद्घाटन नीलामी में 3.2 करोड़ रुपये में खरीदी जाने वाली सबसे महंगी खिलाड़ी बनी रहीं, जिसने कई अन्य खिलाड़ियों के लिए भी नए रास्ते खोले।

यह मेगा नीलामी न केवल टीमों को नया रूप देगी, बल्कि कई नए और पुराने खिलाड़ियों को एक बार फिर अपनी कीमत साबित करने और बड़े मंच पर खेलने का मौका देगी। यह महिला क्रिकेट के लिए एक और कदम है जो इसे और अधिक व्यावसायिक और रोमांचक बनाएगा, जिससे दुनियाभर में महिला क्रिकेट को पहचान मिलेगी।

नवंबर में होने वाली इस बहुप्रतीक्षित नीलामी का इंतजार सभी क्रिकेट प्रेमी कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीमें अपनी `कोर` को बचा पाती हैं और कौन सी टीमें पूरी तरह से एक नई शुरुआत करती हैं। एक बात तो तय है: WPL 2026 सीज़न पहले से कहीं ज्यादा रोमांचक और अप्रत्याशित होने वाला है। तो, अपनी सीटों की पेटी बांध लें, क्योंकि महिला क्रिकेट के इस नए अध्याय में बहुत कुछ दांव पर है!

आदित्य चंद्रमोहन

मुंबई में निवास करने वाले आदित्य चंद्रमोहन खेल पत्रकारिता में बारह वर्षों से सक्रिय हैं। क्रिकेट और कबड्डी की दुनिया में उनकी गहरी समझ है। वे खेल के सूक्ष्म पहलुओं को समझने और उन्हें सरल भाषा में प्रस्तुत करने में माहिर हैं।

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