क्रिकेट की दुनिया में अक्सर हमने देखा है कि युवा प्रतिभाएं तेज़ी से उभरती हैं, लेकिन उनके करियर को सही दिशा देने और उन्हें चोटों से बचाने की ज़िम्मेदारी टीम प्रबंधन पर होती है। दक्षिण अफ्रीका के 19 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ कवेना मफाका का हालिया मामला इसी बात की एक ताज़ा मिसाल है, जो हमें खिलाड़ी के स्वास्थ्य प्रबंधन और तत्काल जीत की चाहत के बीच के जटिल संतुलन पर सोचने को मजबूर करता है।
कवेना मफाका, जो अपनी धारदार गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में वेस्टर्न प्रोविंस और लायंस के बीच एक प्रथम श्रेणी मैच में मैदान पर थे। मैच के तीसरे दिन लंच के दौरान, न्यूलैंड्स के अभ्यास पिच पर उन्होंने कई बार गेंदबाज़ी का अभ्यास किया। पहले हल्के कदमों से, फिर जॉगिंग करते हुए, और अंत में पूरी रफ़्तार से। हर बार, उन्होंने गेंद फेंकी, मानो खुद को यह यकीन दिला रहे हों कि सब ठीक है।
`साफ स्कैन` का भ्रम और मैदान पर वापसी
गुरुवार को, लायंस की पहली पारी के दौरान, मफाका ने केवल 5.5 ओवर फेंके थे कि उन्हें अपनी हेमस्ट्रिंग में खिंचाव महसूस हुआ। वे तुरंत मैदान से बाहर चले गए। लायंस ने लगभग 12 घंटे तक बल्लेबाज़ी की और विशाल स्कोर खड़ा किया, जिससे मफाका को आराम करने का भरपूर मौका मिला। लेकिन सवाल यह था कि क्या वे दूसरी पारी में गेंदबाज़ी कर पाएंगे?
शुरुआती खबरें मिली-जुली थीं। वेस्टर्न प्रोविंस खेमे से किसी ने कहा `वह बाहर है`, जबकि लायंस का कहना था `वह ठीक है`। दिलचस्प बात यह थी कि पहली पारी के दौरान कराए गए एक स्कैन में उनकी चोट `साफ` बताई गई थी। इसी `साफ स्कैन` और लंच के समय की अपनी `स्वयं-परीक्षा` के आधार पर, मफाका को दूसरी पारी में खेलने की अनुमति मिल गई। उन्होंने बेयर्स स्वानपोल के साथ नई गेंद साझा की और 10 ओवरों में तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जिससे लायंस को एक दिन पहले ही पारी और 134 रनों से जीत मिली। सब कुछ ठीक लग रहा था, एक युवा खिलाड़ी ने अपनी टीम को जीत दिलाई थी।
असली चोट का खुलासा: मेडिकल साइंस बनाम `हिनसाइट`
लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। सोमवार को, यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब ठीक है, मफाका को एक एमआरआई स्कैन के लिए भेजा गया। और इस बार, रिपोर्ट `साफ` नहीं थी। बुधवार को, क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) ने घोषणा की कि मफाका को ग्रेड 1-2 हेमस्ट्रिंग की चोट के कारण बाहर कर दिया गया है। उन्हें अगले चार हफ्तों तक रिहैबिलिटेशन से गुज़रना होगा।
अब, एक बड़ा सवाल खड़ा होता है: जब उन्हें पहले ही खिंचाव महसूस हुआ था, तो लायंस ने उन्हें दूसरी पारी में गेंदबाज़ी का जोखिम क्यों लेने दिया? लायंस के मुख्य कार्यकारी जोनो लीफ-राइट ने बताया कि पहली पारी के स्कैन की रिपोर्ट `साफ` थी, और फिज़ियो व मेडिकल टीम ने उन्हें दूसरी पारी के लिए तैयार किया था। लायंस के ड्रेसिंग रूम में रसेल डोमिंगो (मुख्य कोच), हाशिम अमला (बल्लेबाज़ी) और एलन डोनाल्ड (गेंदबाज़ी) जैसे अनुभवी प्रबंधन का होना भी इस फैसले को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। जाहिर तौर पर, यह फैसला चिकित्सा राय के आधार पर लिया गया था। लेकिन जैसा कि लीफ-राइट ने स्वीकार किया, `डॉक्टर भी कभी-कभी गलत हो जाते हैं।`
तत्काल जीत की कीमत और खिलाड़ी का भविष्य
यह घटना क्रिकेट में `हिनसाइट` (पश्चाताप) की बात याद दिलाती है, जो हमेशा `परफेक्ट साइंस` लगती है। शायद शनिवार को मफाका को आराम दिया जाना चाहिए था। उनकी गेंदबाज़ी ने टीम को त्वरित जीत दिलाने में मदद ज़रूर की, लेकिन इसकी कीमत काफी भारी पड़ी है।
कवेना मफाका आगामी मैचों से बाहर हो गए हैं। वह नामीबिया के खिलाफ़ T20I के साथ-साथ 28 अक्टूबर से 8 नवंबर तक पाकिस्तान में होने वाले छह व्हाइट-बॉल अंतरराष्ट्रीय मैचों (तीन T20I और तीन ODI) से चूकेंगे। उनकी जगह नामीबिया और पाकिस्तान के T20I मैचों के लिए ऑटनील बार्टमैन और ODI मैचों के लिए लिज़ाद विलियम्स को शामिल किया गया है।
यह समझना ज़रूरी है कि मफाका अभी केवल 19 साल के हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए अभी तक केवल दो टेस्ट, तीन वनडे और 13 T20I खेले हैं। उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर लंबा होने की पूरी संभावना है, लेकिन इसके लिए उनके स्वास्थ्य का बहुत सावधानी से प्रबंधन करना होगा। आज का छोटा सा खिंचाव, अगर अनदेखा किया जाए, तो कल एक गंभीर चोट बन सकता है जो उनके उज्ज्वल भविष्य पर भारी पड़ सकता है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि खेल में सफलता जितनी महत्वपूर्ण है, उससे कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण खिलाड़ियों का दीर्घकालिक स्वास्थ्य और उनका कल्याण है।